जानिए दालचीनी के फायदे और नुकसान

Benefits of cinnamon

हमारी रसोई में ऐसे कई मसाले मौजूद हैं जिनके सभी फायदों के बारे में लोगों को पता ही नहीं होता है। दालचीनी (Cinnamon) भी उन्ही मसालों में से एक है। इसका इस्तेमाल हर घर में किया जाता है लेकिन अभी भी अधिकांश लोग दालचीनी के औषधीय उपयोग से भलीभांति परिचित नहीं है। दालचीनी एक ओषधीय पौधा है जिसकी छाल मोटी और हल्के भूरे रंग की होती है। आमतौर पर इसकी छाल को ही पूरी दुनिया में मसालों के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। एक तरफ ये आपके खाने का स्वाद कई गुना बढ़ा देती है वहीं दूसरी तरफ यह स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में भी मदद करती है।

आयुर्वेद में भी दालचीनी के गुणों का उल्लेख मिलता है और सदियों से कई बीमारियों के इलाज में इसका इस्तेमाल होता रहा है। आजकल बाज़ार में दालचीनी का पाउडर भी आसानी से उपलब्ध है। सब्जी या कोई अन्य डिश बनाते समय इसे मसाले के रुप में इस्तेमाल करना सबसे आसान तरीका माना जाता है। दालचीनी की खुशबू के कारण से इसका इस्तेमाल परफ्यूम और कई तरह के मेडिकल प्रोडक्ट में भी किया जाता है।

पोषक तत्वों की मात्रा : आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दालचीनी में 80 से ज्यादा पोषक तत्व मौजूद होते हैं जिसमें मैगनीज, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम मुख्य रुप से शामिल हैं। इसे एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबायोटिक, एंटीमाइक्रोबियल और एंटी कैंसर यौगिक के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा यह मानसिक रोगों जैसे कि पार्किन्सन रोग, अल्जाइमर आदि में भी काफी उपयोगी है।

दालचीनी के फायदे (Benefits of cinnamon in hindi) :

दालचीनी के फायदे, नुकसान और खुराक को लेकर लोगों के दिमाग में तरह तरह के सवाल हैं। इस लेख में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. दीपक कुमार सोनी उन सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं। आइये जानते हैं :

क्या दालचीनी खाने से शुगर (डायबिटीज) कम होती है ?

हां, दालचीनी शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित बनाये रखती है जिससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। सामान्य लोग जो मधुमेह (डायबिटीज) से पीड़ित नहीं हैं वे दालचीनी का नियमित सेवन करके डायबिटीज से बच सकते हैं।

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क्या दालचीनी खाकर  ब्लड प्रेशर कंट्रोल किया जा सकता है?

हां, ऐसा संभव है. कई शोधों में इस बात की पुष्टि हुई है कि दालचीनी का सेवन दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह रक्त वाहिकाओं को शिथिल करके ब्लड प्रेशर को घटाने में मदद करती है जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों से भी बचाव होता है। इसके लिए रोजाना आधे चम्मच दालचीनी पाउडर को सब्जी या अन्य डिश में मिलाकर खाएं।

मोटापा कम करने के लिए दालचीनी का उपयोग कैसे करना चाहिए ?

दालचीनी के सेवन से आप अपने बढ़ते हुए वजन और मोटापे को कम कर सकते हैं। इसके लिए दालचीनी और शहद का साथ में सेवन करना चाहिए। शहद में मौजूद फ्रक्टोज वजन घटाने में मदद करता है और शरीर के उर्जा के स्तर को नियंत्रित रखता है और दूसरी तरफ दालचीनी मेटाबोलिज्म को बढ़ा देती है जिससे कैलोरी जल्दी बर्न होती है। पेट की चर्बी कम करने के लिए दालचीनी और शहद के मिश्रण में आप अपनी सुविधानुसार नींबू का रस भी मिला सकते हैं।

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कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए दालचीनी का सेवन कैसे करना चाहिए ?

दालचीनी का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और आपको दिल से जुड़ी कई तरह की बीमारियों से दूर रखता है। इसके लिए रोजाना आधा चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करें या रोजाना सुबह  दालचीनी की चाय बनाकर पियें।

क्या दालचीनी का सेवन करने से सेक्स पावर बढ़ती है?

हां, दालचीनी सिर्फ सर्दी-जुकाम दूर करने या वजन कम करने में ही मदद नहीं करती बल्कि यह गुणकारी औषधि सेक्स पावर बढ़ाने में भी मदद करती है। दालचीनी और दूध का साथ में सेवन सेक्स पावर बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। इसके लिए रोजाना सुबह और शाम आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास दूध में मिलाकर उबाल लें और इसे हल्का गुनगुना होने पर पियें।

कील-मुहांसे हटाने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल कैसे करें?

दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल क्षमताएं होती हैं और यह त्वचा को तमाम तरह के संक्रमण से बचाती है। इसके लिए दो चम्मच शहद में एक चम्मच दालचीनी मिलाकर पेस्ट बना लें। हथेली के पीछे इस पेस्ट की थोड़ी सी मात्रा लगाकर एलर्जी की जांच कर लें। इसके बाद इस पेस्ट को सीधे मुहांसों पर लगाएं और आधे घंटे तक सूखने दें। उसके बाद चेहरे को सादे पानी से धो लें। इससे कुछ ही दिनों में कील-मुहांसे खत्म हो जाते हैं। बढ़ती उम्र के असर को कम करने के लिए दालचीनी और शहद (cinnamon and honey) से तैयार फेसपैक का प्रयोग करें।

बालों को झड़ने से रोकने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल कैसे करें?

दालचीनी बालों का झड़ना कम करती है और उन्हें बढ़ने में मदद करती है। दालचीनी से तैयार हेयर पैक के नियमित इस्तेमाल से रुसी (डैंड्रफ) की समस्या से आराम मिलता है और बालों की मजबूती बढ़ती है। इसके लिए एक चम्मच दालचीनी पाउडर, एक चम्मच शहद, एक चम्मच ऑलिव ऑयल और एक अंडे को मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को बालों पर लगाएं और उन्हें 20 मिनट तक सूखने दें और उसके बाद शैम्पू से बालों को धो लें। बेहतरीन परिणाम के लिए हफ्ते में एक बार ऐसा ज़रुर करें।

दालचीनी के सेवन से जुड़ी सावधानियां :

 

मेरा शुगर लेवल बहुत ज्यादा है, क्या मैं दालचीनी का सेवन कर सकता हूँ?

कई शोधों में इस बात की पुष्टि हुई है कि दालचीनी शरीर के शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करती है। शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए रोजाना आधा चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करना उपयुक्त है।

मेरा पाचन ठीक नहीं रहता है, क्या मैं दालचीनी का सेवन कर सकता हूँ?

अगर आपका पाचन तंत्र ठीक नहीं है या आप एसिडिटी और पेट में जलन जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं तो शुरुआत में दालचीनी की कम मात्रा का सेवन करें। दालचीनी, पाचक अग्नि (Digestive fire) को बढ़ाती है इसलिए इसके नियमित उपयोग से पाचन संबंधी ये समस्याएं धीरे धीरे ठीक होने लगती हैं। आगे चलकर आप दालचीनी की मात्रा बढ़ा भी सकते हैं, इसकी उचित मात्रा के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

मेरा किडनी की पथरी का इलाज चल रहा है, क्या मैं इस दौरान दालचीनी का सेवन कर सकता हूं?

अगर आप रोजाना के खानपान में इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो वो कर सकते हैं लेकिन अगर आप दालचीनी का सेवन औषधि या चिकित्सकीय रुप से करना चाहते हैं तो इसके सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रुर लें.

दालचीनी का सेवन कब करना चाहिए?

दालचीनी का सेवन आप अपनी सुविधानुसार दिन में कभी भी कर सकते हैं। सुबह-सुबह  दालचीनी की चाय पीना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। दालचीनी की चाय के फायदों (Health benefits of cinnamon tea) के बारे में बात करें तो यह पूरे दिन आपके मूड को तरोताजा और खुशनुमा बनाये रखती है। इसके अलावा आप रात में दालचीनी को दूध के साथ उबालकर भी पी सकते हैं।

दालचीनी का सेवन किसके साथ करना चाहिए, शहद या दूध?

दालचीनी और शहद एवं दालचीनी और दूध, ये दोनों ही सेहत के लिए बहुत उपयोगी हैं। दालचीनी और शहद का सेवन वजन घटाने, मोटापा कम करने और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में सहायक है वहीं दालचीनी और दूध (cinnamon and milk) का साथ में सेवन पेट की कई समस्याओं से आराम दिलाती है। इसके लिए एक कप दूध में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर उबाल लें और सोने से पहले इस दूध का सेवन करें। जिन लोगों को ज्यादा गैस बनने की समस्या होती है उनके लिए यह ड्रिंक बहुत उपयोगी है।

दालचीनी के तेल का उपयोग कैसे करें?

दालचीनी की छाल से यह तेल तैयार किया जाता है और बाज़ार में यह दालचीनी एसेंशियल ऑयल नाम से मिलता है। अगर आप दालचीनी के तेल का उपयोग त्वचा के लिए करना चाहते हैं तो कभी भी सीधे त्वचा पर इस तेल को ना लगाएं बल्कि किसी और तेल में इसकी एक या दो बूँद मिलाकर उसका उपयोग करें। नारियल तेल में दालचीनी का तेल (Cinnamon oil) मिलाकर इस्तेमाल करना त्वचा के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। अगर आप इस तेल का इस्तेमाल डायबिटीज, ब्लड प्रेशर के इलाज में या पाचन तंत्र को सुधारने के लिए करना चाहते हैं तो इसकी खुराक के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

डॉ. दीपक कुमार सोनी के अनुसार,”किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का सेवन लगातार एक या दो महीने से ज्यादा अवधि के लिए नहीं करना चाहिए। अगर आप इससे ज्यादा समय के लिए आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करना चाहते हैं तो इस बारे में डॉक्टर से परामर्श लें।”

एक दिन में दालचीनी की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए?

अगर आप पाउडर के रुप में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो रोजाना आधा चम्मच दालचीनी का सेवन करें। अगर आप दालचीनी के तेल का उपयोग कर रहे हैं तो रोजाना एक या दो बूँद से ज्यादा इस तेल का उपयोग ना करें। किसी बीमारी के इलाज में दालचीनी के तेल का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रुर लें।  

दालचीनी के नुकसान क्या-क्या हैं?

दालचीनी का अधिक मात्रा में सेवन करने से डायरिया, मिचली आना, उल्टी आना, सुस्ती और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। दालचीनी के तेल का सीधे तौर पर सेवन करना असुरक्षित माना जाता है। इससे त्वचा में जलन, पेट, आंतों और मूत्र मार्ग के अंदुरुनी सतहों में खराबी हो सकती है। इसलिए दालचीनी के साइड इफ़ेक्ट से बचने के लिए इसका सेवन हमेशा सीमित मात्रा में या डॉक्टर द्वारा बताई खुराक के अनुसार ही करें।

ऊपर बताए गए सभी फायदों को हासिल करने के लिए अपनी रोजाना की डाइट में दालचीनी को शामिल करें और रोगों से दूर रहें। दालचीनी के सेवन के दौरान अगर आपको किसी तरह की दिक्कत होती है या दुष्प्रभाव के लक्षण नजर आते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।

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