Contents
चुकंदर (Chukandar) एक ऐसा मूसला जड़ वाला वनस्पति है जो लगभग पूरे साल पाया जाता है। इसको सलाद, सब्जी और जूस के रुप में सेवन करते हैं। चुकंदर न सिर्फ सौन्दर्य दृष्टि से फायदेमंद है बल्कि ये स्वास्थ्यवर्द्धक भी है। चुकंदर देखने में छोटा होता है लेकिन चुकंदर के फायदे अनगिनत होते हैं। चलिये इस रंगीन वनस्पति के बारे में विस्तार से जानते हैं-
चुकंदर 30-90 सेमी ऊँचा, मांसल, कंद (bulb), मोटा तना वाला, शाकीय पौधा होता है। इसके पत्ते मूली या शलगम के पत्ते जैसे होते हैं। चुकंदर के फूल 2-3 के गुच्छों में या एकल, लम्बे बेलनाकार स्पाइक जैसे होते हैं। इसकी जड़ बैंगनी लाल रंग की होती है। चुकंदर सितम्बर से फरवरी महीने में फलता-फूलता है।
चुकंदर एक ऐसा सब्जी है जो शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है लेकिन इसके साथ-साथ चुकंदर के औषधीय गुण भी बहुत है। चुकन्दर आँखों के लिए अच्छा, चर्बी कम करने वाला तथा कृमिनाशक होता है। चुकंदर के फायदे अनेक हैं।
इसकी जड़ मीठी और ठंडे तासीर की होती है। चुकंदर की जड़ कफ निकालने वाली, कमजोरी दूर करने वाली, हिमोग्लोबीन की संख्या बढ़ाने वाली होती है। इसके पत्ते के सेवन से मूत्र संबंधी परेशानी, कब्ज , सूजन, सिरदर्द, लकवा तथा कानदर्द से राहत मिलती है। इसके बीज सेक्स की इच्छा बढ़ाने में मदद करते हैं।
और पढ़ें – लकवा की समस्या में बला के फायदे
लेकिन अन्य भाषाओं में इसको अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है।जैसे-
Beetroot in-
आम तौर पर लोग चुकंदर खाने से कतराते है लेकिन क्या आप जानते है कि चुकंदर कितने तरह के बीमारियों के लिए फायदेमंद है। तो चलिये आगे जानते हैं कि चुकंदर या बीटरूट किन-किन बीमारियों में कैसे काम करता है।
अक्सर ठंड लग जाने पर या काम के तनाव के कारण सिर में दर्द होने लगता है। चुकंदर का इस्तेमाल इस तरह से करने पर लाभ मिलता है। चुकन्दर के जड़ के रस का 1-2 बूंद नाक में डालने से आधा कपाल में जो दर्द होता है उससे राहत मिलती है। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़ें: सिरदर्द में पिस्ता के फायदे
चुकन्दर के पत्ते के रस को कुछ दिनों तक लगातार सिर में लगाने से सिर का गंजापन कम होता है या चुकन्दर पत्ते में हल्दी मिलाकर पीसकर सिर में लगाने से भी बालों का झड़ना कम होता है। होता है। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़े – गंजेपन में सारिवा के फायदे
कभी-कभी बालों का सही तरह से देखभाल न करने के कारण बालों में रूसी हो जाती है। चुकन्दर के तने के काढ़े से सिर को धोने से सिर की रूसी तथा जुएं दूर होती हैं। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़ें – खादिर के प्रयोग से रुसी का इलाज
यह तो सही को पता है कि आँख आने पर कितना दर्द होता है। तब चुकन्दर के कन्द के रस को कनपटी पर लगाने से नेत्राभिष्यंद या आँख आने पर उसके कष्ट से आराम मिलता है। [Go to: Beetroot Benefits]
यह तो पहले की बताया गया है कि चुकंदर बहुत सारे बीमारियों से राहत दिलाने में फायदेमंद है। चुकन्दर के पत्तों का काढ़ा बनाकर गरारा करने से दांतों का दर्द तथा मुंह के छाले मिटते हैं। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़ें: मुँह के छाले में लीची के फायदे
अगर खाँसी कम नहीं हो रही है तो चुकंदर के जड़ तथा बीज का प्रयोग करने पर खाँसी, सांस की तकलीफ तथा दमा-रोग से राहत मिलती है। [Go to: Beetroot Benefits]
अक्सर ठंड लग जाने पर या किसी दूसरे बीमारी के लक्षण के प्रभाव के कारण कान में दर्द होता है। चुकंदर के पत्ते के रस को गुनगुना करके 2-2 बूंद कान में डालने से कान की सूजन तथा दर्द में लाभ होता है। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़ें – कान दर्द से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे
खाने-पीने में गड़बड़ी हुई कि नहीं पेट में गड़बड़ी होना लाजमी हो जाता है। चुकन्दर के 1-2 ग्राम बीज चूर्ण का सेवन करने से आध्मान (पेट फूलना) तथा विबन्ध (कब्ज) में लाभ होता है। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़ें: पेट दर्द में मूली फायदेमंदरक्तार्श में कास के फायदे
चुकन्दर के जड़ के चूर्ण को घी के साथ 21 दिनों तक सेवन करने से बवासीर में लाभ होता है। इसके अलावा चुकन्दर का काढ़ा बनाकर 10-30 मिली काढ़ा को सुबह भोजन के 1 घंटा पहले तथा रात में सोते समय पीने से कब्ज तथा रक्तार्श (खूनी बवासीर) में लाभ होता है। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़े: बवासीर मे जामुन के फायदे
चुकन्दर के ताजे पत्तों को पीसकर मोच पर लगाने से दर्द और सूजन कम होती है तथा अल्सर के घाव में लगाने से जल्दी ठीक होता है। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़ें – अल्सर में बेर के फायदे
अगर खाना बनाते हुए जल जाये तो चुकन्दर के पत्तों का काढ़ा बनाकर ठंडा करके जले हुए जगह पर लगाने से जल्द आराम मिलता है। [Go to: Beetroot Benefits]
अगर धूप में ज्यादा देर रहने के कारण या प्रदूषण के कारण चेहरे पर झाइंया पड़ने लगी हैं तो चुकन्दर के पत्ते के रस में शहद मिलाकर चेहरे पर लगाने से दाग धब्बे या झांईयां मिटती है। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़ेंः पिगमेंटेशन का घरेलू इलाज
1-2 बूंद चुकंदर के पत्ते के रस को नाक में डालने से मिर्गी में लाभ होता है। इसके अलावा चुकन्दर के कंद (bulb) के रस को नाक से लेने से अपस्मार या मिर्गी, आधासीसी (आधे कपाल में दर्द) तथा अन्य मानसिक विकारों में लाभ होता है। [Go to: Beetroot Benefits]
और पढ़े: मिर्गी में तालीशपत्र के फायदे
चुकन्दर के तेल की मालिश करने से दर्द से आराम मिलता है। चुकन्दर के पत्तों के रस में शहद मिलाकर सूजन पर लगाने से जल्द राहत मिलती है। [Go to: Beetroot Benefits]
आयुर्वेद में चुकंदर के कंद,पत्ता और बीज का औषधि के रुप में ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
बीमारी के लिए चुकंदर के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए बीटरूट का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।
चिकित्सक के परामर्शानुसार-
-1-2 ग्राम बीज चूर्ण
-10-30 मिली काढ़े का सेवन कर सकते हैं। [Go to: Beetroot Benefits]
उचित औषधिय मात्रा में प्रयोग करने से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। अति मात्रा में सेवन करने से रक्त में कैल्शियम की कमी हो जाती है तथा वृक्क (किडनी) में परेशानी होती हैं। मधुमेह के रोगी का लेना हानिकारक होता है। इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में मरोड़ जैसा अनुभव होने लगता है। [Go to: Beetroot Benefits]
चुकन्दर का प्रयोग सभी जगह शाक तथा सलाद के रूप में किया जाता है। इसकी भारत के विभिन्न भागों में खेती की जाती है।
और पढ़ें :
आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, त्रिफला चूर्ण पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद है. जिन लोगों को अपच, बदहजमी…
डायबिटीज की बात की जाए तो भारत में इस बीमारी के मरीजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही…
मौसम बदलने पर या मानसून सीजन में त्वचा से संबंधित बीमारियाँ काफी बढ़ जाती हैं. आमतौर पर बढ़ते प्रदूषण और…
यौन संबंधी समस्याओं के मामले में अक्सर लोग डॉक्टर के पास जाने में हिचकिचाते हैं और खुद से ही जानकारियां…
पिछले कुछ सालों से मोटापे की समस्या से परेशान लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. डॉक्टरों के…
अधिकांश लोगों का मानना है कि गौमूत्र के नियमित सेवन से शरीर निरोग रहता है. आयुर्वेदिक विशेषज्ञ भी इस बात…