सूखे मेवे में पिस्ता (pista dry fruit) बहुत मशहूर है, क्योंकि शरीर के लिए पिस्ता बहुत फायदेमंद होता है। बहुत दिनों तक बीमार होने पर, शरीर में जो कमजोरी हो जाती है, उसमें पिस्ता का सेवन बहुत लाभकारी होता है। पुरुषों के यौन संबंधी समस्याओं में भी पिस्ता फायदा पहुंचाता है। पिस्ता खाने के फायदे बहुत हैं, लोग पिस्ता को बहुत पसंद से खाते हैं, लेकिन इसके बाद भी बहुत कम लोगों को यह पता होता है कि पिस्ता कितना पौष्टिक है। चलिये जानते हैं कि पिस्ता खाने के फायदे क्या हैं, पिस्ता का आयुर्वेद में क्या महत्व है, और इसके क्या गुण हैं। यहां पिस्ता के फायदे और नुकसान (Pista benefits and side effects in Hindi) की भी जानकारी मिलेगी।
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पिस्ता का पेड़ (pista tree) लगभग 10 मीटर ऊँचा, छोटा, आम के वृक्ष के जैसा दिखता है। इसके पत्तों पर एक प्रकार का कीटकोष (कीड़ों का घर) बनता है। यह एक ओर से गुलाबी, और दूसरी ओर से पीला-सफेद रंग का होता है। इसके फल 10-20 मिमी लम्बे एवं 6-12 मिमी व्यास के होते हैं। पिस्ता फल का छिलका हल्के पीले से गहरे पीले रंग के होते हैं।
पिस्ता फल के बाहरी छिलके को निकाल कर, भीतर के पीले भाग को खाने में प्रयोग किया जाता है, इसे ही गिरी कहते हैं। गिरी पर लाल रंग का महीन छिलका होता है। आयुर्वेद के अनुसार, पिस्ता कफ-पित्त-वर्द्धक, वात दोष से आराम दिलाने वाला, शक्ति प्रदान करने वाला माना जाता है। पिस्ता के पेड़ में फूल और फल जनवरी से जून महीने में आते हैं।
आमतौर पर पिस्ता को लोग आहार के रूप में खाते हैं। डायट पर रहने वाले लोग भी पिस्ता का सेवन करते हैं। पिस्ता में फाइबर, कार्बोहाइड्रेड, एमिनो एसिड, फैट होता है, जो ना सिर्फ सिर दर्द , मुंह की दुर्गंध, दस्त, खुजली में फायदेमंद (Pista Ke Fayde) होता है बल्कि कमजोरी दूर करने के साथ-साथ यादाश्त को तेज करने में मदद करता है। इसके फल का प्रयोग मेवे की तरह पौष्टिक पकवान बनाने में, तथा औषधि-कार्य में किया जाता है। इसके फलों का छिलका भी औषधि-कार्य में प्रयोग किया जाता है। यहां आपकी आसान भाषा में पिस्ता के फायदे (Pista Benefits in Hindi) की जानकारी दी गई है।
पिस्ता का वानस्पतिक नाम Pistacia vera Linn. (पिस्टेशिया वेरा) है और यह Anacardiaceae (ऐनाकार्डिऐसी) कुल का है, जिसे दुनिया भर में अनेक नामों से जाना जाता है, जो ये हैंः-
Pista in –
पिस्ता केवल खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता है बल्कि अनेक रोगों में भी पिस्ता के फायदे (Pista benefits) मिलते हैं। चलिये इनके बारे में जानते हैंः-
आजकल की तनाव भरी और प्रतियोगिता वाली जीवनशैली के कारण सिरदर्द एक आम बीमारी हो गई है। दिन भर के तनाव के कारण, या खान-पान में बदलाव के कारण भी थकान और सिर दर्द की परेशानी होती है। कंप्यूटर पर काम करने के कारण भी सिर में दर्द होने लगता है। पिस्ता का दर्द निवारक गुण सिर दर्द को कम करने के काम आता है। पिस्ते के बीज के तेल को सिर पर लगाने या सूंघने से सिर दर्द से राहत (benefits of pista) मिलती है।
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आजकल कई लोग झड़ते बाल, बेजान बाल, रूखे बाल की समस्या से ग्रस्त हैं, और वे इससे उबरने के लिए उपाय ढूंढते हैं। आपको पता नहीं कि पिस्ता बालों को मजबूत करने में सहायता करता है। यह बालों से जूएं निकालने में भी मदद करता है।
पिस्ता की छाल से काढ़ा बनायें, और उससे सिर धोएं। इससे सिर के बाल मजबूत होते हैं और जूं से भी निजात मिलता है।
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अक्सर खान-पान में गलती होने पर पेट में गड़बड़ी हो जाती है, और उसके कारण मुंह से बदबू आने लगती है। कभी-कभी मसूड़ों की बीमारी के कारण भी ऐसी समस्या होती है। पिस्ता खाने के फायदे (pista khane ke fayde) इस रोग में मिलते हैं। अगर मसूड़े रोगग्रस्त हैं तो पिस्ते की गिरी को चबायें। इससे मुंह से दुर्गंध आने की परेशानी ठीक होती है।
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बवासीर को पाइल्स भी कहते हैं, यह एक बहुत ही दर्ददायक रोग है। बीमारी गंभीर हो जाने पर बवासीर के घाव से खून निकलने लगता है। रोगी को हर बार मल त्याग करने पर असहनीय पीड़ा से गुजरना पड़ता है। इस दर्द से आराम पाने के लिए पिस्ता का इस तरह से इस्तेमाल (pista ke fayde) करें-
पिस्ता के पेड़ की छाल को पीसकर बवासीर के मस्सों पर लगाएं। इससे दर्द से आराम मिलता है।
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जो लोग बराबर दस्त से परेशान रहते हैं वे पिस्ता का उपयोग कर सकते हैं। पिस्ता के पेड़ की छाल का काढ़ा बना लें। इसे पीने से दस्त पर रोक (pista ke fayde) लगती है।
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आपने शीतपित्त का नाम नहीं सुना होगा, लेकिन इस बीमारी को अच्छी तरह जानते होंगे। इसे पित्ती रोग या पित्ती का उछलना भी कहते हैं। इसमें त्वचा पर लाल-लाल दाने आने लगते हैं, जिसमें खुजली होने लगती है। इसमें पिस्ता के बीज के तेल को लगाने से लाभ मिलता है।
पिस्ता खाने के फायदे (pista khane ke fayde) आप शारीरिक कमजोरी में ले सकते हैं। इससे शारीरिक और मानसिक दुर्बलता कम होती है। इसके लिए पिस्ता के बीजों को भूनने के बाद सेवन करें।
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कभी-कभी किसी दवा के साइड इफेक्ट के कारण, या प्रदूषण के दुष्प्रभाव के कारण, या फिर त्वचा में रूखेपन के कारण खुजली की समस्या हो जाती है। पिस्ता के पेड़ की छाल का इस तरह इस्तेमाल करने से खुजली से राहत मिल सकती है।
पिस्ता के पेड़ (pista tree) की छाल तथा पत्तों का काढ़ा बना लें। इससे प्रभावित स्थान को धोएं। इससे सूखी खुजली मिटती है।
याददाश्त कम हो जाने से जीवन पर बहुत बुरा असर पड़ता है। बच्चे हों या बूढ़े, किसी को भी यह समस्या हो सकती है। बच्चों में अगर याद रखने की क्षमता कमजोर पड़ जाती है तो उसका असर उनकी पढ़ाई पर पड़ता है। पंतजलि के अनुसार, आप स्मरण शक्ति की कमी जैसी समस्या में भी पिस्ता खाने के फायदे (pista khane ke fayde) ले सकते हैं।
पिस्ता की गिरी, बादाम, पके नारियल की गिरी, शक्कर या मिश्री तथा घी को समान मात्रा में मिला लें। इसका 2-5 ग्राम मात्रा में सेवन करें। इसके साथ गाय का दूध पिएं। इससे लाभ मिलता है।
पिस्ता खाना हृदय के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि एक रिसर्च के अनुसार यह बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते है जिस से हृदय रोग होने की संभावना कम हो जाती है।
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पिस्ता खाना कोलन यानि आँतो के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि पिस्ते पाये जाने वाले कुछ विशेष प्रकार के तत्व कोलन को मजबूती प्रदान करते हैं। पिस्ता के सेवन से कोलन की श्लेष्मा झिल्ली में सूजन नहीं होती है और कोलन को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करती है।
पिस्ता का सेवन कैंसर के रोकथाम में सहायक होता है। एक रिसर्च अनुसार पिस्ता में कैंसररोधी तत्त्व पाए जाते हैं जो कि कैंसर को रोकने में मदद करते है।
पिस्ता का सेवन और पिस्ते का तेल बालों पर लगाना, दोनों ही फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें पाये जाने वाला विटामिन -ई बालों को मजबूती देता है साथ ही पिस्ता में स्निग्ध गुण पाया जाता है जो कि स्कैल्प की ड्राईनेस को दूर कर बालों को जड़ों से मजबूत बनाता है और बालों को झड़ने से रोकता है।
वजन को घटाने में पिस्ता का सेवन एक अच्छा उपाय माना जा सकता है क्योंकि इसमें पाया जाने वाले फाइबर और अन्य तत्व जल्दी-जल्दी भूख लगने की प्रवृत्ति को नियंत्रित करते है। जिससे बार- बार खाने की इच्छा नहीं होती और वजन को नियंत्रित होने में मदद मिलती है।
आयुर्वेद में पिस्ता के बीज, छाल और पत्ते का प्रयोग औषधि के लिए किया जाता है।
यहां पिस्ता से होने वाले सभी फायदे की जानकारी बहुत ही आसान और आपके समझने वाले शब्दों (Pista Benefits in Hindi) में दी गई है ताकि आप पिस्ता का पूरा फायदा ले सकें, लेकिन पिस्ता का इस्तेमाल या सेवन करने के पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर सलाह ले लें।
पिस्ता (pista tree) मूलतः ईरान, अफगानिस्तान एवं मध्य एशिया में पाया जाता है। इसके अलावा विश्व में इटली, तुर्की, सीरिया, पाकिस्तान, मिश्र एवं ईराक में इसकी खेती की जाती है।
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