गैजेट्स की लत और शिफ्ट में काम करने की वजह से खराब हो रही है भारतीयों की नींद : सर्वे

गैजेट्स की लत और शिफ्ट में काम करने की वजह से खराब हो रही है भारतीयों की नींद

सेहतमंद रहने के लिए रोजाना अच्छी नींद लेना बहुत ज़रुरी है। आज के दिन को पूरी दुनिया में वर्ल्ड स्लीप डे (World Sleep Day) के रुप में मनाया जा रहा है। हाल ही में एक संस्था ने कई देशों के लोगों पर नींद को लेकर एक सर्वे किया। सर्वे के परिणाम बहुत ही चौकाने वाले हैं। सर्वे के अनुसार वर्तमान समय में पूरी दुनिया में लगभग 10 करोड़ लोग अच्छी नींद नहीं ले पा रहे हैं। अगर भारत की बात की जाए तो यहां लगभग 66% लोग अच्छी नींद नहीं ले रहे हैं।

विश्व नींद दिवस पर स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी कंपनी फिलिप्स इंडिया ने 13 देशों के 15 हजार से ज्यादा लोगों पर यह सर्वे किया। इस सर्वे में शामिल सभी लोगों की उम्र 18 साल से अधिक थी। उनसे नींद के बारे में सवाल पूछे गए और सबके जवाबों के आधार पर ये नतीजे सामने आए हैं।

बेटर स्लीप बेटर हेल्थ (Better Sleep Better Health) नामक इस सर्वे के अनुसार भारत में 67% लोग मानते हैं कि अच्छी नींद ज़रुरी तो है लेकिन यह उनकी प्राथमिकता में शामिल नहीं है। इसकी बजाय भारतीय लोग व्यायाम को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं।

सर्वे में बताया गया है कि अच्छी नींद ना ले पाने का सबसे मुख्य कारण टेक्नोलॉजी का हद से ज्यादा उपयोग करना है। लगभग 32% लोग मोबाइल और लैपटॉप के अधिक इस्तेमाल के कारण ही अपनी नीद ठीक से पूरी नहीं कर पा रहे हैं। वहीं 19% भारतीयों  का कहना है कि शिफ्ट में काम करने की वजह से उनकी नींद खराब होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस समय देश के प्रमुख मेट्रो शहरों में एक बहुत बड़ी जनसंख्या नाईट शिफ्ट में काम करती है। पूरी रात जागकर काम करने और दिन की शोरगुल और उजाले में ठीक से ना सो पाने के कारण धीरे धीरे वे नींद से जुड़ी गंभीर बीमारियों की चपेट में आने लगते हैं।  इस समस्या को “शिफ्ट वर्क स्लीप डिसऑर्डर” भी कहते हैं।

इस सर्वे में भारत, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, पोलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, कोलंबिया, अर्जेंटीना, मैक्सिको, ब्राजील और जापान के लोगों को शामिल किया गया था। सर्वेक्षण के अनुसार पूरी दुनिया में अच्छी नींद लेने के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ रही है लेकिन भारतीय इसको लेकर बिल्कुल भी सजग नहीं है।

हर जगह बेहतर नींद पाने के लिए कई तरह के प्रयास किये जा रहे हैं। जहाँ पश्चिमी देशों में अच्छी नींद के लिए संगीत का सहारा लिया जा रहा है वहीं कुछ भारतीयों ने सर्वे में बताया कि वे अच्छी नींद के लिए मेडिटेशन या ध्यान का सहारा लेते हैं। डॉक्टरों का भी कहना है कि अच्छी नींद के लिए आप सोने और जागने के चक्र को ना बिगाड़ें और सोने से पहले मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर दें। सोने से पहले संगीत सुनना भी अच्छी नींद लेने में मदद करती है।

साभार : IANS 

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