एचआईवी /एड्स से जुड़े 5 मिथक और उनका सच

एचआईवी /एड्स से जुड़े 5 मिथक और उनका सच

एड्स एक लाइलाज बीमारी है यह तो हम सबको पता है लेकिन हमारे समाज में इससे जुड़े कई ऐसे मिथक
मौजूद हैं जिनकी सच्चाई लोगों को नहीं पता है। पूरी दुनिया में एचआईवी वायरस से पीड़ित मरीजों की
संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और खासतौर पर भारत में इस वायरस से पीड़ित मरीज बहुत
तेजी से बढ़ रहें हैं।
अभी भी इस बीमारी को लेकर हमारे देश के लोगों में जागरूकता की कमी है। इसलिए ज़रूरी है लोगों को
एड्स के प्रति जागरूक किया जाए और उनकी गलतफहमियों को दूर किया जाए। इस आर्टिकल में हम
आपको एड्स से जुड़े कुछ प्रमुख मिथक और उनकी सच्चाइयों के बारे में बता रहे हैं।

1. मिथक: एचआईवी और एड्स सिर्फ सेक्स के कारण फैलता है।
तथ्य: अधिकतर लोग ऐसा सोचते हैं कि एड्स या एचआईवी सिर्फ सेक्स करने से होता है जबकि ऐसा नहीं
है। एचआईवी असुरक्षित और गंदगी युक्त सुई के इस्तेमाल के कारण हो सकता है। यह हॉस्पिटल, टैटू पार्लर
और इंजेक्शन की मदद से ड्रग्स लेने के कारण भी हो सकता है। अगर मां एचआईवी वायरस से संक्रमित है
तो स्तनपान के दौरान मां के दूध से यह वायरस बच्चे में फ़ैल सकता है। अगर किसी व्यक्ति के मसूड़ों से खून
निकल रहा है और वह एचआईवी संक्रमित भी है तो ऐसे में किस करने से भी एचआईवी वायरस फ़ैल सकता
है हालांकि किस करने से एचआईवी फैलने की संभावना बहुत ही कम होती है।

2. मिथक: एचआईवी और एड्स दोनों एक ही बीमारी हैं।
तथ्य: एचआईवी और एड्स दोनों बिल्कुल अलग चीजें हैं। एचआईवी वायरस का सीधा हमला शरीर के
इम्युनिटी सिस्टम पर होता है और इससे इम्युनिटी पॉवर बुरी तरह कमजोर होने लगती है। इम्युनिटी पॉवर
बहुत कमजोर होने के कारण मरीज को एड्स समेत कई अन्य बीमारियां भी हो सकती है। यह बात हमेशा
ध्यान रखें कि यह ज़रूरी नहीं कि एचआईवी से संक्रमित सभी मरीजों को एड्स की समस्या हो। अगर मरीज
ठीक ढंग से अपना इलाज कराए और परहेज करें तो एचआईवी को और बढ़ने से रोका जा सकता है जिससे
एड्स होने की सम्भावना काफी कम हो जाती है।

3. मिथक: एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के आस पास रहने से आपको भी यह समस्या हो सकती है।
तथ्य: एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के आस पास रहने से यह बीमारी नहीं फैलती है। आप सिर्फ तभी
एचआईवी संक्रमित हो सकते हैं अगर आप इससे पीड़ित व्यक्ति के खून, वीर्य, योनि से निकलने वाले द्रव्य या
एचआईवी संक्रमित मां के दूध के संपर्क में आते हैं। इसलिए यह जान लें कि मरीज के आस पास रहने से,
उसके साथ खाने से, एक कपड़े पहनने से, एक ही टॉयलेट इस्तेमाल करने से या उसका तौलिया इस्तेमाल
करने से एचआईवी नहीं फैलता है। संक्रमित मरीज के आंसू या लार के संपर्क में आने या फिर उसे किस करने
से भी एचआईवी नहीं फैलता है।

4. मिथक: मच्छरों के काटने से भी एचआईवी फ़ैल सकता है।
तथ्य: यह सच है कि एचआईवी वायरस पीड़ित व्यक्ति के खून के सम्पर्क में आने से फैलता है लेकिन मच्छरों
के माध्यम से इसके फैलने की अब तक एक भी रिपोर्ट नहीं आई है। यहां तक कि ऐसे इलाकों में जहां बहुत
ज्यादा लोग एचआईवी संक्रमित हैं और मच्छर भी बहुत ज्यादा हैं वहां भी मच्छरों के काटने से एचआईवी
फैलने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। वास्तव में जब मच्छर काटते हैं तो वे पिछले चूसे हुए खून को आपके

शरीर में अंदर नहीं डालते हैं। इसलिए किसी भी वायरस के फैलने की सम्भावना बिल्कुल भी नहीं रहती है।
इसलिए अपने मन से यह डर निकाल दें कि मच्छरों के काटने से एचआईवी दिल सकता है।

5. मिथक: ओरल सेक्स करने से एचआईवी वायरस नहीं फैलता है।
तथ्य: सेक्स की तुलना में ओरल सेक्स करने से एचआईवी फैलने की सम्भावना कम होती है लेकिन यह सच
है कि ओरल सेक्स करने से एचआईवी फैल सकता है। ओरल सेक्स के दौरान यदि एचआईवी संक्रमित
व्यक्ति के जननांगो में कोई घाव है या वहां से खून निकल रहा है या पार्टनर के मसूड़ों से खून निकल रहा है
और यह खून सीधे वीर्य के संपर्क में आता है तो इन परिस्थितियों में एचआईवी वायरस फ़ैल सकता है।
ओरल सेक्स के दौरान लेटेक्स का इस्तेमाल करने से एचआईवी इन्फेक्शन के खतरे को काफी हद तक कम
किया जा सकता है।

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