क्या आपके वजह से बढ़ रहा है आपके बच्चों में मोटापा?

क्या आपके वजह से बढ़ रहा है आपके बच्चों में मोटापा?                

छोटे बच्चों के गालों को देखकर हर किसी का मन करता है कि उन्हें छुएं या प्यार करे। ऐसे बच्चे कहीं भी होते हैं तो सबकी नज़र उन्ही पर रहती है और महिलाओं के बीच ऐसे बच्चे बहुत ज्यादा दुलार पाते हैं। ऐसे में परिवार के लोगों की नज़र भी बच्चे के मोटापे पर नहीं जाती है बल्कि वे तो बच्चों को और ज्यादा घी-मक्खन खिलाने लगते हैं।

जब माता पिता को बच्चे के मोटापे का एहसास नहीं होता है तो समझ लें कि ये उनकी पहली गलती है और इसी वजह से मोटापा आगे चलकर बढ़ जाता है। आपको यह पता होना चाहिए कि बच्चे की मासूमियत और मोटापे के बीच बहुत बारीक अंतर है। अगर आप सिर्फ बच्चे की मासूमियत पर ध्यान दे रहे हैं और बाकी चीजों को अनदेखा कर रहे हैं तो समझ लें कि आप मोटापे को बढ़ावा दे रहे हैं।

आपमें से अधिकतर माता पिता जाने अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां करते हैं जिसकी वजह से बच्चों का मोटापा बढ़ने लगता है। इस लेख में हम अभिभावकों द्वारा की जाने वाली उन्ही गलतियों के बारे में बता रहे हैं।

रोने पर खाना खिलाना : छोटे बच्चों ने जैसे ही रोना शुरू किया कि घर के लोग सीधे उसे खिलाने पिलाने लगते हैं। यह गलती लगभग सभी माता पिता करते हैं जबकि आपको यह पता होना चाहिए कि बच्चे सिर्फ भूख लगने पर ही नहीं रोते हैं बल्कि वे आपका ध्यान अपनी तरफ लाने के लिए भी रो सकते हैं। इसके अलावा भी उनके रोने के कई कारण हो सकते हैं। इसलिए हर बार रोने पर उन्हें खिलाने या दूध पिलाने की गलती ना करें। इसके अलावा कभी भी बच्चों को ज़रूरत से ज्यादा खाना खिलाने या दूध पिलाने की कोशिश ना करें। अगर आपके बच्चे का वजन थोड़ा ज्यादा है तो 6 महीने होते ही उसे ऊपर का ठोस आहार  ना खिलाएं बल्कि कुछ दिन और रुक जाएं।

उन्हें शांत करने के लिए चॉकलेट खिलाना : छोटे बच्चे जब घर में शैतानी करने लगते हैं या रोने चिल्लाने लगते हैं तो घर के लोग उसे तुरंत चुप कराने के लिए चॉकलेट या टॉफ़ी खिलाने लगते हैं। ऐसी गलती बिल्कुल भी ना करें और उन्हें शांत करने या मनाने के दूसरे तरीके अपनाएं। दिन में कई बार ऐसी मीठी चीजें खाने से वे बहुत जल्दी मोटापे के शिकार हो सकते हैं।

बाहर ना खेलने देना : आजकल के तकनीक के जमाने में बच्चे एक दो साल की उम्र में ही इलेक्ट्रॉनिक गैजेट या मोबाइल गेम खेलना शुरू कर देते हैं। इन खेलों की वजह से वे सारा समय घर के अंदर ही बर्बाद कर देते हैं और मोटापे की चपेट में आ जाते हैं। इससे बचने के लिए उन्हें कोई भी इलेक्ट्रॉनिक खिलौने लाकर ना दें और रोजाना उन्हें बाहर मैदान में खेलने के लिए भेजें। आप खुद भी उनके साथ बाहर जाएं और थोड़ी देर खेलें। ऐसा करना माता पिता और बच्चे दोनों की सेहत के लिए फायदेमंद है।

ज्यादा सुरक्षित रखना : कई मां बाप बच्चों को लेकर इतने ज्यादा संवेदनशील होते हैं कि वे उन्हें जमीन पर चलने ही नहीं देते हैं। हमेशा गोद में लिए रहने से या एक ही जगह बैठे रहने से बच्चे का शारीरिक विकास रुक जाता है जिससे कुछ दिनों के बाद मोटापा बढ़ने लगता है। इसलिए बच्चों को अपनी मर्जी से खेलने कूदने दें और आप बस उनपर नज़र बनाये रखें।

आनुवांशिक कारण : मोटापे के लिए सिर्फ खानपान और लाइफस्टाइल ही कारण नहीं है बल्कि कई मामलों में माता पिता के जीन या आनुवांशिक कारणों की वजह से भी बच्चे मोटे होने लगते हैं। अगर पहले से ही आपके परिवार में लोग मोटापे के शिकार रहे हैं तो बच्चे के मोटे होने की सम्भावना काफी बढ़ जाती है।

फ्रिज में जंक फ़ूड रखना : कई लोगों के घरों में फ्रिज में हमेशा कई तरह के जंक फ़ूड, कोल्ड ड्रिंक और चॉकलेट जैसी चीजें रखी हुई होती हैं। ऐसे में जब बच्चों को भूख लगती है तो वे फ्रिज से निकालकर आसानी से इन चीजों को खाने लगते हैं जिससे उनका मोटापा बढ़ने लगता है। इसलिए इन चीजों की बजाय फ्रिज में सेहतमंद चीजें रखें जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हों।  

टीवी देखते समय खाना खिलाना : आमतौर पर अधिकतर घरों में बच्चे बिना कार्टून देखें खाना खाते ही नहीं हैं। आपको बता दें कि अगर बच्चा टीवी देखते हुए खाना खा रहा है तो वो अपनी ज़रूरत से ज्यादा खाना खा लेता है। ऐसे में उसकी ये आदत बन जाएगी कि वो जब भी टीवी देखेगा तो उसे भूख लगने लगेगी। इसलिए कभी भी बच्चों को तब खाना न खिलाएं जब वे टीवी देख रहे हों।

आप खुद अपनी आदतें सुधारें : छोटा बच्चा हर एक चीज अपने मां बाप से ही सीखता है इसलिए यह बहुत ज़रूरी है कि आप खाने पीने से जुड़ी अपनी आदतें सही रखें और बच्चे को अच्छी आदतें सिखाएं। उदहारण के तौर पर कभी भी खुद टीवी देखते समय बच्चे के सामने ना खाएं या फिर ज़रूरत से ज्यादा चॉकलेट या जंक फ़ूड का सेवन ना करें। खाना खाने के बाद कुछ देर टहलें और बच्चों में भी ये अच्छी आदत डालें।  

इन सब बातों के अलावा छोटे बच्चों को अपने साथ किचन में लेकर जाएं और उन्हें हरी सब्जियां कैसे बनती हैं ये दिखाएं। इससे छोटे बच्चों में हरी सब्जियों को खाने की लालसा बढ़ेगी और धीरे धीरे वे सभी हरी सब्जियां या अन्य पौष्टिक चीजें खाने लगेंगे। पूरे दिन में कम से कम एक टाइम का खाना पूरे परिवार के साथ मिलकर खाएं। बच्चों का मोटापा इस समय बहुत तेजी से बढती हुई समस्या है और इस पर रोकथाम बहुत ज़रूरी है।

यह जान लें कि जितनी जल्दी आप इन चीजों के प्रति सचेत हो जायेंगे उतना ही आपके बच्चे के लिए यह फायदेमंद होगा। इसलिए ऊपर बताई गयी बातों को ध्यान से पढ़ें और उन्हें अपने दैनिक जीवन में अपनाएं।  

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