सोलूकोर्ट 1000mg इन्जेक्शन
परिचय
सोलूकोर्ट 1000mg इन्जेक्शन आमतौर पर डॉक्टर द्वारा नस, जोड़ या मांसपेशी में इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है. आपको बताई गई मात्रा इस बात पर निर्भर करेगी कि आपका इलाज किस लिए किया जा रहा है और आपको अपने लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए कितनी की ज़रूरत है. अगर आप इस दवा का इस्तेमाल घर पर कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर से इसके इस्तेमाल का सही तरीका सीखें. आपको हमेशा दवा की डॉक्टर की पर्ची में लिखी गई मात्रा ही लेनी चाहिए. अधिक डोज़ न लें या इसे बार-बार इस्तेमाल न करें. निर्धारित से अधिक खुराक लेने से आपकी स्थिति में तेजी से सुधार नहीं आएगा, और ऐसा करने से साइड इफेक्ट का खतरा बढ़ जाएगा. अगर आपको लगता है कि आप स्वस्थ हैं, तब भी इसे नियमित रूप से लेते रहें. अचानक से इस दवा को लेना बंद न करें क्योंकि इससे आपकी कंडीशन और भी खराब हो सकती है. इसे हमेशा धीरे-धीरे बंद करना चाहिए.
इस दवा के सबसे आम साइड इफेक्ट्स में मिचली आना , सिरदर्द, चक्कर आना, पसीना आना और हाथों या टखनों में सूजन (एडिमा) शामिल हैं. अगर आप इन साइड इफेक्ट से परेशान हैं या यह ठीक नहीं हो रहे हैं, तो डॉक्टर उन्हें रोकने या कम करने के तरीके सुझा सकता है. स्टेरॉइड इन्फेक्शन से लड़ने की आपकी क्षमता को भी कम कर सकते हैं, इसलिए उन लोगों के पास जाने से बचें जो आपको मीज़ल, चिकनपॉक्स या फ्लू जैसे इन्फेक्शन दे सकते हैं. इस दवा का इस्तेमाल करते समय लाइव टीका न लगवाएं. स्टेरॉयड बच्चों में विकास को प्रभावित कर सकते हैं.
अगर आपको ब्रिटल बोन (ऑस्टियोपोरोसिस), मूड डिसऑर्डर, हाई ब्लड प्रेशर या लिवर डिज़ीज़ है, तो इस दवा का उपयोग करने से पहले, आपको अपने डॉक्टर को इस बारे में बताना चाहिए. साथ ही, अगर आपको डायबिटीज है तो अपने डॉक्टर को बताएं, यह दवा ब्लड ग्लूकोज के स्तर को बढ़ा सकती है जिससे डायबिटीज के मरीजों को अधिक समस्या हो सकती है. कई अन्य दवाएं इस दवा को प्रभावित कर सकती हैं, या इससे प्रभावित हो सकती हैं, इसलिए अपने डॉक्टर को उन सभी अन्य दवाओं के बारे में बताएं जो आप इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि इसका इस्तेमाल करना सुरक्षित है. अगर आप गर्भवती हैं, गर्भधारण की योजना बना रही हैं या स्तनपान करवा रही हैं तो भी आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए. अगर इस दवा का इस्तेमाल लंबे समय तक किया जाता है तो आपसे ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, हड्डी का घनत्व आदि की नियमित निगरानी करने और नियमित रूप से आंखों की जांच करवाने के लिए कहा जाएगा.
सोलूकोर्ट इन्जेक्शन के मुख्य इस्तेमाल
- एलर्जिक कंडीशन का इलाज
- सिस्टमिक लुपस एरिदिमेटोसस (एसएलई) का इलाज
- त्वचा से जुड़ी समस्याएं का इलाज
- आंखों से जुड़ी समस्या का इलाज
- रूमेटिक डिसऑर्डर का इलाज
सोलूकोर्ट इन्जेक्शन के फायदे
एलर्जिक रिएक्शन का इलाज
यह दवा ओरली (मुंह द्वारा) दी जाती है. आपको इसे हमेशा लेना चाहिए क्योंकि इसे आपके लिए डॉक्टर की पर्ची पर लिखा गया है. अपने डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना बंद न करें. इसके कारण खराब विड्राल लक्षण हो सकते हैं. चूंकि यह दवा आपके प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करती है, इसलिए आपको बीमार व्यक्तियों और संक्रमण से ग्रसित व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए.
सिस्टमिक लुपस एरिदिमेटोसस (एसएलई) के इलाज में
त्वचा से जुड़ी समस्याएं के इलाज में
आंखों से जुड़ी समस्या के इलाज में
रूमेटिक डिसऑर्डर के इलाज में
सोलूकोर्ट इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
सोलूकोर्ट के सामान्य साइड इफेक्ट
- मिचली आना
- Behavioral changes
- पसीना आना
- एडिमा (सूजन)
- मूड बदलना
- पेट ख़राब होना
- त्वचा का पतला होना
- संक्रमण का बढ़ा हुआ खतरा
- हड्डियों की डेंसिटी में कमी
सोलूकोर्ट इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
सोलूकोर्ट इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
सोलूकोर्ट 1000mg इन्जेक्शन से इलाज कराने के बाद चक्कर आने, वर्टिगो, आंखों की रोशनी में गड़बड़ी और थकान जैसी अवांछित समस्याएं आ सकती हैं. इससे आपका गाड़ी चलाने की क्षमता प्रभावित हो सकती है.
हालांकि, अगर आपको किडनी की कोई बीमारी है, तो अपने डॉक्टर को बताएं.
अगर आप सोलूकोर्ट इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- सोलूकोर्ट 1000mg इन्जेक्शन, सूजन, गंभीर एलर्जी, गंभीर बीमारियों के बढ़ने व और कई अन्य चिकित्सा समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है जिनके लिए या तो सूजन को कम करने या इम्यून सिस्टम के दमन की आवश्यकता होती है.
- इसका इस्तेमाल डॉक्टर द्वारा निर्धारित मात्रा या अवधि से अधिक समय तक न करें.
- सोलूकोर्ट 1000mg इन्जेक्शन से आपको संक्रमण से लड़ने मे मुश्किल हो सकती है. यदि आपको संक्रमण के लक्षण दिखें जैसे कि बुखार या गले में खराश तो तुरंत डॉक्टर को सूचित करें.
- अपने डॉक्टर से सलाह लिए बिना सोलूकोर्ट 1000mg इन्जेक्शन लेना बंद न करें, क्योंकि इससे आपके लक्षण और भी गंभीर हो सकते हैं.