गले के दर्द की समस्या कई बार मौसमी होती है, लेकिन कई बार यह बैक्टीरिया और वायरस की देन भी होती है। गले का दर्द बहुत ही बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है। जब किसी व्यक्ति को बुखार, सर्दी-जुकाम, कान दर्द, गले या मुंह के कैन्सर जैसी गम्भीर बीमारी होती है तो उसे भी गले का दर्द होता है। सही समय पर इस पर ध्यान ना दिया जाए तो बीमारी काफी कष्टदायी हो जाती है। क्या आप जानते हैं कि गले के दर्द की समस्या का इलाज आप घर पर (Home remedies for Throat Pain) ही कर सकते हैं।
कई आयुर्वेदिक उपाय हैं, जिनका प्रयोग कर आप गले के दर्द की परेशानी से राहत पा सकते हैं। आइए इन उपायों के बारे में जानते हैं।
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जब गले में सूजन की समस्या होती है तो सबसे पहले गले में दर्द होता है। गले में बैक्टीरियल इन्फेक्शन की वजह से स्ट्रेप थ्रॉट होता है। गले में दर्द होने पर जलन, खिचखिच जैसी समस्याएं होने लगती हैं। भोजन निगलने के दौरान दर्द और अधिक होने लगती है।
ये गले में दर्द के लक्षण हो सकते हैंः-
गले में दर्द होने का सबसे आम कारण वायरल संक्रमण है। सर्दी-जुकाम के कारण गले में दर्द हो सकता है। इसके अलावा गले में दर्द की वजह सोर थ्रोट या स्ट्रेप थ्रोट दोनों हो सकते हैं। इन दोनों के लक्षण भिन्न-भिन्न होते हैंः-
बैक्टीरियल संक्रमण-
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वायरल संक्रमण-
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अन्य कारण-
गले में जहां पर नाक और मुंह का छेद मिलता है, वही पर जीभ के पिछले भाग से जुड़ा हुआ जो अंग होता है, उसे टॉन्सिल कहते हैं। किसी कारणवश यदि टॉन्सिल में संक्रमण हो जाये या सूजन आ जाये तो इसमें काफी दर्द होता है। दर्द के कारण कभी-कभी खाना खाने या मुंह खोलने में भी काफी तकलीफ होती है। टॉन्सिल के कारण गले में दर्द हो सकता है, लेकिन अन्य कारणों से भी गले में दर्द होता है।
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आप इन उपाय (Home remedies for Throat Pain) द्वारा घर पर ही गले के दर्द से राहत पा सकते हैंः-
आप अनार आसानी से किसी भी बाजार से खरीद सकते हैं। यह गले में दर्द होने पर लाभ पहुंचाता है। अनार के रस का सेवन करने से गले की दर्द व सूजन कम हो सकती है।
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केला एक मुलायम और स्वस्थवर्धक फल है। यह गले में दर्द होने पर फायदा देता है। इसके सेवन से गले में गले के दर्द से राहत मिलती है।
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एक कप गर्म पानी में एक चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच नींबू का जूस और शहद मिला लें। इस मिश्रण को धीरे-धीरे पिएं। जल्द ही आपके गले की सूजन और दर्द कम हो जाएगी।
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दालचीनी से गले में दर्द में लाभ होता है। एक ग्लास गर्म पानी में एक चम्मच दालचीनी पाउडर और एक चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाएं। इसे छानकर दिन में 2 से 3 बार पिएं। इससे गले के दर्द की बीमारी में लाभ मिलेगा।
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गले में दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए सबसे अच्छा और आसान तरीका नमक के पानी से गरारे करना है । नमक का पानी एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है, और जमे बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे कफ कम होता है और सूजन से भी जल्द राहत (Home remedies for Throat Pain) मिलती है।
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लहसुन में सूजन कम करने वाले एवं एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। इससे गले में दर्द का इलाज होता है।
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एक ग्लास गर्म पानी में एक चम्मच हल्दी मिलाएं। इस मिश्रण को खाली पेट सुबह धीरे-धीरे पिएं। इसके एंटीसेप्टिक गुण सूजन कम करते हैं।
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गले में सूजन हो तो मेथी का प्रयोग बहुत फायदेमंद होता है। मेथी के बीज में मौजूद बलगम को निकालने के गुण गले के दर्द और सूजन कम को करते हैं।
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लौंग एक बहुत ही गुणी जड़ी-बूटी है। एक कप गर्म पानी में एक या तीन चम्मच लौंग पाउडर या लौंग मिलाएं। इसे पिएं। यह गले में दर्द होने पर आराम दिलाता है।
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टमाटर के जूस में लाइकोपीन एंटी-ऑक्सिडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो गले के दर्द को दूर करने में मदद करते हैं।
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मुलेठी की जड़ गले की समस्या को कम करती है, और बलगम को बाहर निकालने में मदद करती है।
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1/2 ग्लास गर्म पानी में 200 ग्रा. फिटकरी मिलाकर गरारा करें। इस प्रयोग से गले के दर्द से राहत मिलती है।
ग्रीन टी कई रोगों के इलाज में उपयोग की जाती है। यह संक्रमण को रोकने का काम करती है। ग्रीन टी को रोजाना दो बार जरूर पियें।
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गले में दर्द होने पर आपका खान-पान ऐसा होना चाहिएः-
गले में दर्द की समस्या में आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-
अगर ऊपर के उपाय से फायदा नहीं मिला तो उसका क्या कारण हो सकता है?
यदि आयुर्वेदिक उपाय से फायदा नहीं मिले तो इसका मतलब यह है कि रोगी ने उपाय या परहेज नहीं किया, या फिर गले में संक्रमण इतना ज्यादा फैल गया है कि घरेलू उपचार से ठीक नहीं किया जा सकता।
गले में दर्द होने पर डॉक्टर से कब सम्पर्क करना चाहिए?
आमतौर पर वायरल संक्रमण से होने वाले गले का दर्द कुछ दिनों में अपने आप ही ठीक हो जाता है, लेकिन जब घरेलू उपाय काम नहीं करें तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। निम्नलिखित स्थिति में डॉक्टर के पास जाना चाहिए-
इन परिस्थितियों में डॉक्टर के पास जल्द से जल्द जाना चाहिए।
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