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गन्ना (sugarcane in hindi) के बारे में कौन नहीं जानता होगा। गन्ने से बच्चों से लेकर बूढ़े तक, सभी परिचित होंगे। असल में गन्ना होता ही इतना मीठा है कि, सबको इसका स्वाद बहुत पसंद आता है। जब भी गन्ने की फसल बाजार में आती है, तो लोग जी भर कर गन्ने का जूस पीते हैं, गन्ने से बनाए गुड़, या अन्य खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि गन्ने में जितनी मिठास होती है, उतना ही यह शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है।
आमतौर पर लोग गन्ना का सेवन केवल उसके अनोखे स्वाद के लिए ही करते हैं, लेकिन सच यह है कि कई सारी बीमारियों को ठीक करने के लिए भी गन्ना का इस्तेमाल (sugarcane health benefits) किया जाता है। यह बहुत आसानी से मिलने वाली चीज है ,इसलिए आप जरूर गन्ना के फायदे के बारे में जान लें, और इससे पूरा लाभ लें।
देश भर में कई प्रकार के गन्ना उगाये जाते हैं, जिनमें लाल, सफेद, काला, पौण्ड्रक, मनोगुप्ता इत्यादि गन्ना की मुख्य जातियां हैं। गन्ने से गुड़, शक्कर (चीनी), खांड़ आदि खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं। यह हमारे देश की मुख्य फसलों में से एक है। इसे ईख भी कहा जाता है। गन्ना का प्रयोग बहुत सालों से किया जा रहा है। देश में कई स्थानों पर गन्ना की खेती की जाती है। इसके पेड़ डंडे जैसे लंबे होते हैं। इसका स्वाद बहुत ही मीठा होता है। गन्ना को दुनिया भर में इन नामों से भी जाना जाता हैः-
Sugarcane in –
आमतौर पर लोग गन्ने की फसल को केवल उसके जूस के लिए ही जानते हैं, लेकिन आज आपको बताते हैं कि आप गन्ना का औषधीय प्रयोग कैसे कर सकते हैं। औषधीय प्रयोग के लिए गन्ना की मात्रा या इस्तेमाल का तरीका क्या होना चाहिएः-
किसी व्यक्ति का गला बैठ जाता है, तो व्यक्ति सही से बोल नहीं पाता है। प्रायः ज्यादा जोर से गाना गाने, बोलने, चिल्लाने, या फिर ठंड लगने के कारण गला बैठ जाता है। ऐसे में गन्ने को गर्म रेत, या गर्म राख में गर्म कर लें। इसे चूसें। इससे गला ठीक हो जाता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
ईख के रस को धूप में, या आग में गर्म करें, जब इसमें एक ऊफान आ जाए, तो इसे शीशी, या चीनी मिट्टी के बरतन में भरकर रख लें। इसे एक सप्ताह बाद प्रयोग में लाएं। इसका गरारा करने से कण्ठ से संबंधित परेशानी से आराम (benefits of sugarcane juice) मिलता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
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गन्ना का इस्तेमाल वीर्य की वृद्धि के लिए भी किया जाता है। वीर्य दोष वाले लोग 2-4 ग्राम आंवला चूर्ण के साथ, गुड़ का सेवन करें। इससे वीर्य की वृद्धि होती है। इसके साथ ही थकान, रक्तपित्त, जलन, और पेशाब से संबंधित परेशानी से आराम मिलता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
आंखों की बीमारी में गन्ना का सेवन करना लाभदायक होता है। इसके लिए आंखों की बीमारी वाले रोगी, मिश्री के टुकड़े को जल के साथ घिसकर आंखों में लगाएं। इससे आंखों की रोशनी ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
ईख के रस को धूप में, या आग में गर्म कर लें। एक ऊफान आने के बाद शीशी, या चीनी मिट्टी के बरतन में भरकर रख लें। एक सप्ताह बाद प्रयोग में लाएं। इससे भोजन ठीक से पचता है, और भोजन के प्रति रुचि भी बढ़ती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
गुड़ के साथ थोड़ा-सा जीरा मिला लें। इसका सेवन करने से पाचनतंत्र संबंधित परेशानी ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
अनेक लोग कब्ज से परेशान रहते हैं। कब्ज के कारण कई बड़ी बीमारियां भी होने की संभावना रहती है। इसलिए कब्ज से परेशान लोग ईख के रस (benefits of sugarcane juice) के साथ जौ के बाल को पीसकर पिएं। इससे कब्ज में फायदा होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
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पेट के फूलने की परेशानी कई कारणों से हो सकती है। इसके लिए ईख के रस (ganne ka juice) को पका लें। इसे ठंडा कर पीने से पेट के फूलने की परेशानी में लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
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गुड़ को गाय के ताजा दूध के साथ पीने से वात दोष ठीक होते हैं। [Go to: Benefis of Sugarcane
10 ग्राम गुड़, तथा 6 ग्राम तिल को दूध के साथ पीस लें। इसमें 6 ग्राम घी मिलाकर गुनगुना कर लें। इसका सेवन करने से सिर दर्द से राहत मिलती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
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3-6 ग्राम गुड़ में इतनी ही मात्रा में सरसों का तेल मिलाकर सेवन करें। इससे सांस फूलने, या सांस के उखड़ने की परेशानी से राहत मिलती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
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नकसीर या नाक से खून निकलने पर ईख के रस को नाक से देने पर आराम मिलता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
घेंघा रोग गले में होने वाली एक बीमारी है। इसमें 2-4 ग्राम हरड़ के चूर्ण का सेवन करें। ऊपर से गन्ने का रस (sugarcane juice benefits) पीने से लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
स्तनपान कराने वाली माताएं अगर स्तनों में दूध की कमी महसूस कर रही हैं, तो वे ईख की 5-10 ग्राम जड़ को पीस लें। इससे गन्ने की कांजी (काढ़ा) बना लें। इसका सेवन करें। इससे स्तनों में दूध की वृद्धि होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
ल्यूकोरिया को ठीक करने के लिए गुड़ की ऐसी खाली बोरी लें, जिसमें 2-3 साल तक गुड़ भरा रहा हो। इसे जलाकर भस्म बना लें। इस भस्म को छान लें। रोजाना सुबह 1 ग्राम सेवन करने से ल्यूकोरिया में लाभ (sugarcane health benefits) होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
ईख के रस (ganne ka ras) से कपड़े को गीला कर पट्टी बना लें। इसे योनि पर रखने से गर्भाशय से असामान्य रक्तस्राव की बीमारी ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
गुड़ के साथ जौ का राख मिला लें। इसे गर्म जल के साथ सेवन करने से डायबिटीज (मधुमेह) में फायदा होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
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पेचिश के रोगी, जिन्हें खून के साथ मल आता है। वे 30-40 मिली ईख के रस (sugar cane juice) में इतनी ही मात्रा में अनार का रस मिला लें। इसे पीने से पेचिश में लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
खूनी बवासीर को ठीक करने के लिए गन्ना (sugar cane) का उपयोग लाभ देता है। इसके लिए ईख के रस से गीली पट्टी को मस्सों पर लगाएं। इससे खूनी बवासीर में लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
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ऐसे रोग, जो हवा द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलते हैं, उसे संक्रामक रोग बोलते हैं। ऐसे संक्रामक बीमारियों को ठीक करने के लिए गन्ना का सेवन (ganne ka ras) करना लाभ देता है। इसके लिए गुड़ के साथ जौ का राख मिला लें। इसे गर्म जल के साथ सेवन करें। [Go to: Benefis of Sugarcane]
किडनी से संंबंधित विकार, जैसे- किडनी में दर्द हो रहा हो, तो 11 ग्राम गुड़, और 500 मिग्रा बुझा हुआ चूना को मिलाकर, दो गोलियं बना लें। पहले 1 गोली गुनगुने जल के साथ लें। अगर दर्द कम ना हो तो दूसरी गोली लें। [Go to: Benefis of Sugarcane]
ह्रदय को स्वस्थ रखना है, तो गन्ना का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। इसके लिए गुड़ की पपड़ी, या गुड़ से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहतर होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
5 ग्राम गुड़ के साथ, 5 ग्राम अदरक, या सोंठ, या हरड़, या फिर पीपल में से किसी का चूर्ण मिला लें। इसे 10 ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम गर्म दूध के साथ सेवन करें। इससे मुंह के छाले की बीमारी (mouth ulcer), सांसों के रोग, कफ, सूजन, सर्दी-जुकाम, गला की बीमारी, बुखार, बवासीर, और पेचिश में लाभ मिलता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
मिश्री गन्ने से ही बनती है, इसलिए गन्ना की तरह मिश्री का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। आप मिश्री का इस्तेमाल इस तरह कर सकते हैंः-
मुंह में छाले होने पर, या भूख की कमी होने पर मिश्री का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके लिए मिश्री के टुकड़े के साथ, एक छोटा-सा कत्थे का टुकड़ा मुंह में रखकर चूसें। इससे मुंह के छाले, तथा भूख की कमी की समस्या ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
आंखों में रोशनी की कमी महसूस होने पर, मिश्री को जल के साथ घीस लें। इसे आंखों में काजल की तरह लगाने से लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
बुखार होने पर दूध में घी, तथा मिश्री मिला लें। इसका सेवन करने से बुखार ठीक होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
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Ganne ke fayde:
गन्ना से गुड़ भी बनता है। गुड़ को खाड़ भी बोलते हैं। गुड़ का सेवन भी कई रोगों में फायदेमंद होता है, जैसे-
गन्ने का सेवन कई तरह से किया जाता है, जो ये हैंः-
बीमार होने की स्थिति में गन्ना का इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श लेने के बाद करें।
गन्ने (suger cane) की खेती गर्म प्रदेशों में की जाती है।
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