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गन्ने के फायदे, उपयोग और सेवन के तरीके (Ganne ke Fayde, Upyog aur Sevan ka Tarika)

गन्ना (sugarcane in hindi) के बारे में कौन नहीं जानता होगा। गन्ने से बच्चों से लेकर बूढ़े तक, सभी परिचित होंगे। असल में गन्ना होता ही इतना मीठा है कि, सबको इसका स्वाद बहुत पसंद आता है। जब भी गन्ने की फसल बाजार में आती है, तो लोग जी भर कर गन्ने का जूस पीते हैं, गन्ने से बनाए गुड़, या अन्य खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि गन्ने में जितनी मिठास होती है, उतना ही यह शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है।

Sugarcane benefits

आमतौर पर लोग गन्ना का सेवन केवल उसके अनोखे स्वाद के लिए ही करते हैं, लेकिन सच यह है कि कई सारी बीमारियों को ठीक करने के लिए भी गन्ना का इस्तेमाल (sugarcane health benefits) किया जाता है। यह बहुत आसानी से मिलने वाली चीज है ,इसलिए आप जरूर गन्ना के फायदे के बारे में जान लें, और इससे पूरा लाभ लें।

Contents

गन्ना क्या है? (What is Sugar cane in Hindi?)

देश भर में कई प्रकार के गन्ना उगाये जाते हैं, जिनमें लाल, सफेद, काला, पौण्ड्रक, मनोगुप्ता इत्यादि गन्ना की मुख्य जातियां हैं। गन्ने से गुड़, शक्कर (चीनी), खांड़ आदि खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं। यह हमारे देश की मुख्य फसलों में से एक है। इसे ईख भी कहा जाता है। गन्ना का प्रयोग बहुत सालों से किया जा रहा है। देश में कई स्थानों पर गन्ना की खेती की जाती है। इसके पेड़ डंडे जैसे लंबे होते हैं। इसका स्वाद बहुत ही मीठा होता है।

 

अन्य भाषाओं में गन्ना के नाम (Name of Sugarcane in Different Languages)

गन्ना को दुनिया भर में इन नामों से भी जाना जाता हैः- 

Sugarcane in –

  • Sugarcane in Hindi– पुण्डिया, पोण्डा, गन्ना, ईख, ऊँख
  • Sugarcane in English– शुगरकेन, नोबॅल केन (Noblecane), नॉर्थ इण्डियन शुगरकेन (North Indian sugarcane)
  • Sugarcane in Sanskrit– पुण्ड्रक, अधिपत्र, असिपत्र, इक्षु, रसालु, विपुल रस, दीर्घच्छद, गुडमूल
  • Sugarcane in Uttarakhand– रिखू (Rikhu)
  • Sugarcane in Urdu– गन (Gan)
  • Sugarcane in Oriya– आकु (Aaku), गूडोदारु (Gudodaru)
  • Sugarcane in Konkani– उन्य (Uny)
  • Sugarcane in Kannada– इक्षु (Ikshu), इक्षुदण्ड (Ikshudand)
  • Sugarcane in Gujarati– नैशाकर(Neishakar), सेर्डी (Serdi)
  • Sugarcane in Tamil– पुण्ड्रय (Pundrya), कन्नाल (Kannal)
  • Sugarcane in Telugu– अरुकनूपूलारूनुगा (Arukanupularunuga), इंजू (Inju)
  • Sugarcane in Bengali– आक (Aak), गन्ना (Ganna)
  • Sugarcane in Punjabi– गन्ना (Ganna), ईख (Ikha)
  • Sugarcane in Malayalam– दर्भेशु (Darbheshu), इक्षु (Ikshu)
  • Sugarcane in Marathi– आओस (Aaose), कब्बी (Kabbi)
  • Sugarcane in Manipuri– चू (Chu)
  • Sugarcane in Nepali– उखू (Ukhu)
  • Sugarcane in Arabic– कसबीशकर (Kasbishkar)।
Benefits of sugarcane in hindi
Benefits of sugarcane

गन्ने के फायदे (Sugar cane Benefits and Uses in Hindi)

आमतौर पर लोग गन्ने की फसल को केवल उसके जूस के लिए ही जानते हैं, लेकिन आज आपको बताते हैं कि आप गन्ना का औषधीय प्रयोग कैसे कर सकते हैं। औषधीय प्रयोग के लिए गन्ना की मात्रा या इस्तेमाल का तरीका क्या होना चाहिएः-

पाचनतंत्र की मजबूती के लिए गन्ने का प्रयोग (Benefits of Sugarcane Juice for Indigestion in Hindi)

गुड़ के साथ थोड़ा-सा जीरा मिला लें। इसका सेवन करने से पाचनतंत्र संबंधित परेशानी ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

 

भूख बढ़ाने के लिए गन्ना का सेवन (Benefit of Sugarcane Juice in Appetite Problem in Hindi)

ईख के रस को धूप में, या आग में गर्म कर लें। एक ऊफान आने के बाद शीशी, या चीनी मिट्टी के बरतन में भरकर रख लें। एक सप्ताह बाद प्रयोग में लाएं। इससे भोजन ठीक से पचता है, और भोजन के प्रति रुचि भी बढ़ती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

 

गला बैठने पर गन्ने का प्रयोग (Benefits of Sugarcane Juice in Throat Disorder in Hindi)

किसी व्यक्ति का गला बैठ जाता है, तो व्यक्ति सही से बोल नहीं पाता है। प्रायः ज्यादा जोर से गाना गाने, बोलने, चिल्लाने, या फिर ठंड लगने के कारण गला बैठ जाता है। ऐसे में गन्ने को गर्म रेत, या गर्म राख में गर्म कर लें। इसे चूसें। इससे गला ठीक हो जाता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

कंठ के रोग में गन्ने से फायदा (Uses of Sugar cane in Treating Throat Disease in Hindi)

ईख के रस को धूप में, या आग में गर्म करें, जब इसमें एक ऊफान आ जाए, तो इसे शीशी, या चीनी मिट्टी के बरतन में भरकर रख लें। इसे एक सप्ताह बाद प्रयोग में लाएं। इसका गरारा करने से कण्ठ से संबंधित परेशानी से आराम (benefits of sugarcane juice) मिलता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ें: कंठ रोग में वन तुलसी के फायदे

हिचकी की परेशानी में गन्ने का इस्तेमाल (Sugarcane Juice Benefits to Treat Hiccups in Hindi)

  • हिचकी बहुत ही साधारण समस्या है, लेकिन कभी-कभी हिचकी परेशानी भी बन जाती है। इस परेशानी में थोड़े से गुड़, और सोंठ को पानी में घिस लें। इसे नाक के रास्ते लें। इससे हिचकी और सिर दर्द में फायदा होता है।
  • इसी तरह 10-20 मिली ईख के रस का सेवन करें। इससे भी हिचकी में लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़े: हिचकी में चना के फायदे

वीर्य की वृद्धि के लिए गन्ने का प्रयोग (Benefit of Sugar cane in Semen Problem in Hindi)

गन्ना का इस्तेमाल वीर्य की वृद्धि के लिए भी किया जाता है। वीर्य दोष वाले लोग 2-4 ग्राम आंवला चूर्ण के साथ, गुड़ का सेवन करें। इससे वीर्य की वृद्धि होती है। इसके साथ ही थकान, रक्तपित्त, जलन, और पेशाब से संबंधित परेशानी से आराम मिलता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ें: वीर्य रोगों में चंद्रप्रभा वटी के लाभ

sugar cane benefits for many diseases

आंखों की रोशनी की कमी में गन्ने का उपयोग (Sugarcane Benefits in Eye Disorder in Hindi)

आंखों की बीमारी में गन्ना का सेवन करना लाभदायक होता है। इसके लिए आंखों की बीमारी वाले रोगी, मिश्री के टुकड़े को जल के साथ घिसकर आंखों में लगाएं। इससे आंखों की रोशनी ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

सर्दी-जुकाम, और खांसी में गन्ने से फायदा (Uses of Sugar cane for Cold and Cough Treatment in Hindi)

  • 10 ग्राम गुड़, 40 ग्राम दही, तथा 3 ग्राम मरिच चूर्ण को मिला लें। इसका सुबह-सुबह तीन दिनों तक सेवन करें। इससे सर्दी-जुकाम या सूखी खांसी ठीक हो जाती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
  • अगर आप कफ वाली खांसी से बहुत परेशान हैं, और चाहते हैं कि आयुर्वेदिक उपाय से आपकी बीमारी पूरी ठीक हो जाए, तो पुराने गुड़ में अदरक मिलाकर सेवन करें। इससे कफ वाली खांसी (sugarcane health benefits) ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़े: जुकाम में कटेरी के फायदे

कब्ज की परेशानी में गन्ना का प्रयोग (Sugarcane Juice Benefits in Constipation in Hindi)

अनेक लोग कब्ज से परेशान रहते हैं। कब्ज के कारण कई बड़ी बीमारियां भी होने की संभावना रहती है। इसलिए कब्ज से परेशान लोग ईख के रस (benefits of sugarcane juice) के साथ जौ के बाल को पीसकर पिएं। इससे कब्ज में फायदा होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ेंः कब्ज के लिए घरेलू उपाय

Benefits of Sugarcane in Constipation

पेट फूलने की परेशानी में ईख का प्रयोग (Uses of Sugarcane Juice to Treat Gastric Problem in Hindi)

पेट के फूलने की परेशानी कई कारणों से हो सकती है। इसके लिए ईख के रस (ganne ka juice) को पका लें। इसे ठंडा कर पीने से पेट के फूलने की परेशानी में लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

गन्ना के सेवन से पेट दर्द से आराम  (Benefits of Sugar cane Juice for Abdominal Pain in Hindi)

  • पेट दर्द से परेशान रहते हैं, तो गन्ना का उपयोग करें। इसके लिए 5 लीटर ईख के रस को मिट्टी के बरतन में भर लें। इस बरतन का मुंह कपड़े से बंद कर रख दें। एक सप्ताह बाद छानकर रख लें। एक महीने बाद 10-20 मिली रस में 3 ग्राम सेंधा नमक मिला लें। इसे थोड़ा गर्म कर पिलाने से पेट दर्द में आराम मिलता है।
  • पेट की बीमारी में 2-4 ग्राम अजवायन चूर्ण को गुड़ के साथ मिलाकर सेवन करें। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ें- पेट दर्द को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय

पित्त दोष को ठीक करने के लिए गन्ना का उपयोग (Sugarcane Benefits to Treat Pitta Disorder in Hindi)

  • पित्त संबंधित दोषों के लिए खाना खाने से पहले ईख का सेवन करना उत्तम रहता है।
  • ईख के 30-40 मिली रस में शहद मिलाकर पीने से पित्त से संबंधित बीमारी ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

वात दोष में गन्ना का प्रयोग (Uses of Sugar cane in Vaat Disorder Treatment in Hindi)

गुड़ को गाय के ताजा दूध के साथ पीने से वात दोष ठीक होते हैं। [Go to: Benefis of Sugarcane

सिर दर्द में गन्ना से फायदा (Benefit of Sugar cane in Relief from Headache in Hindi)

10 ग्राम गुड़, तथा 6 ग्राम तिल को दूध के साथ पीस लें। इसमें 6 ग्राम घी मिलाकर गुनगुना कर लें। इसका सेवन करने से सिर दर्द से राहत मिलती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ेंः सिर दर्द को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय

सांसों के रोग में गन्ने का सेवन (Benefit of Sugar cane in Respiratory Disease in Hindi)

3-6 ग्राम गुड़ में इतनी ही मात्रा में सरसों का तेल मिलाकर सेवन करें। इससे सांस फूलने, या सांस के उखड़ने की परेशानी से राहत मिलती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ेसांस फूलने की समस्या में टमाटर के फायदे

नकसीर या नाक से खून बहने पर गन्ना के प्रयोग से फायदा (Benefits of Sugarcane Juice to Stop Nasal Bleeding in Hindi)

नकसीर या नाक से खून निकलने पर ईख के रस को नाक से देने पर आराम मिलता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

घेंघा रोग को ठीक करने के लिए गन्ने का उपयोग (Sugarcane Juice Benefits to Treat Goiter Disease in Hindi)

घेंघा रोग गले में होने वाली एक बीमारी है। इसमें 2-4 ग्राम हरड़ के चूर्ण का सेवन करें। ऊपर से गन्ने का रस (sugarcane juice benefits) पीने से लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

Sugarcane benefits in Goiter

स्तनों में दूध बढ़ाने के लिए गन्ने का सेवन (Uses of Sugar cane for Increasing Breast Milk in Hindi)

स्तनपान कराने वाली माताएं अगर स्तनों में दूध की कमी महसूस कर रही हैं, तो वे ईख की 5-10 ग्राम जड़ को पीस लें। इससे गन्ने की कांजी (काढ़ा) बना लें। इसका सेवन करें। इससे स्तनों में दूध की वृद्धि होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़े: स्तनों में दूध बढ़ाने के लिए चावल के फायदे

ल्यूकोरिया (प्रदर रोग) में गन्ने से फायदा (Sugarcane Benefits in Leucorrhea Treatment in Hindi)

ल्यूकोरिया  को ठीक करने के लिए गुड़ की ऐसी खाली बोरी लें, जिसमें 2-3 साल तक गुड़ भरा रहा हो। इसे जलाकर भस्म बना लें। इस भस्म को छान लें। रोजाना सुबह 1 ग्राम सेवन करने से ल्यूकोरिया में लाभ (sugarcane health benefits) होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

मेनॉयरेजिया (गर्भाशय से असामान्य रक्तस्राव) में गन्ना से लाभ (Benefits of Sugar cane Juice for Menorrhagia in Hindi)

ईख के रस (ganne ka ras) से कपड़े को गीला कर पट्टी बना लें। इसे योनि पर रखने से गर्भाशय से असामान्य रक्तस्राव की बीमारी ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

डायबिटीज में गन्ने का सेवन फायदेमंद (Uses of sugar cane for Controlling Diabetes in Hindi)

गुड़ के साथ जौ का राख मिला लें। इसे गर्म जल के साथ सेवन करने से डायबिटीज (मधुमेह) में फायदा होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ेंः डायबिटीज को नियंत्रित करने के घरेलू नुस्खे

मूत्र रोग में गन्ने से फायदा (Sugar cane Juice Benefits in Treating Urinary Disease in Hindi)

  • ईख के ताजे रस (sugar cane juice) को पीने से मूत्र सम्बन्धी विकारों, जैसे- बार-बार पेशाब आने में आराम मिलता है। अगर आपको ईख के ताजा रस नहीं मिल रहा है, तो आप ईख की जड़ से काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
  • ईख के 30-40 मिली रस में, आंवले का रस, और शहद मिला ले। इसका सेवन करने से मूत्र संबंधी परेशानी ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]
  • ईख की ताजी जड़ का काढ़ा बना लें। इसे 40-60 मिली मात्रा में पीने से पेशाब में जलन की समस्या से राहत मिलती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

पीलिया रोग में गन्ने का प्रयोग (Uses of Sugar cane in Fighting with Jaundice in Hindi)

  • ईख के टुकड़े कर, रात के समय घर के ऊपर छत पर, ओस में रख दें। इसके रस (sugarcane juice benefits) को सुबह साफ करने के बाद चूसें। 4 दिन के प्रयोग से पीलिया में बहुत लाभ होता है।
  • ईख के शुद्ध ताजे रस के साथ, जौ के सतू् का सेवन करें। इससे पीलिया (पांडु) रोग में लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ेंः पीलिया के लिए घरेलू उपचार

पेचिश में गन्ना का प्रयोग फायदेमंद (Benefits of Sugarcane Juice to Stop Dysentery in Hindi)

पेचिश के रोगी, जिन्हें खून के साथ मल आता है। वे 30-40 मिली ईख के रस (sugar cane juice) में इतनी ही मात्रा में अनार का रस मिला लें। इसे पीने से पेचिश में लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

खूनी बवासीर में गन्ना का प्रयोग फायदेमंद (Sugarcane Juice Benefits in Piles Treatment in Hindi)

खूनी बवासीर को ठीक करने के लिए गन्ना (sugar cane) का उपयोग लाभ देता है। इसके लिए ईख के रस से गीली पट्टी को मस्सों पर लगाएं। इससे खूनी बवासीर में लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ेंः बवासीर के लिए घरेलू उपाय

संक्रामक रोग में गन्ना का इस्तेमाल (Sugarcane Health Benefits in Infectious Disease in Hindi)

ऐसे रोग, जो हवा द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलते हैं, उसे संक्रामक रोग बोलते हैं। ऐसे संक्रामक बीमारियों को ठीक करने के लिए गन्ना का सेवन (ganne ka ras) करना लाभ देता है। इसके लिए  गुड़ के साथ जौ का राख मिला लें। इसे गर्म जल के साथ सेवन करें। [Go to: Benefis of Sugarcane]

किडनी विकार (गुर्दा विकार) में गन्ने का इस्तेमाल (Sugarcane Uses in Kidney Problem in Hindi)

किडनी से संंबंधित विकार, जैसे- किडनी में दर्द हो रहा हो, तो 11 ग्राम गुड़, और 500 मिग्रा बुझा हुआ चूना को मिलाकर, दो गोलियं बना लें। पहले 1 गोली गुनगुने जल के साथ लें। अगर दर्द कम ना हो तो दूसरी गोली लें। [Go to: Benefis of Sugarcane]

ह्रदय को स्वस्थ बनाने के लिए गन्ना का सेवन (Sugarcane Uses for Healthy Heart in Hindi)

ह्रदय को स्वस्थ रखना है, तो गन्ना का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। इसके लिए गुड़ की पपड़ी, या गुड़ से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहतर होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

अन्य रोगों में गन्ने का इस्तेमाल (Uses of Sugarcane in Other Diseases in Hindi)

5 ग्राम गुड़ के साथ, 5 ग्राम अदरक, या सोंठ, या हरड़, या फिर पीपल में से किसी का चूर्ण मिला लें। इसे 10 ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम गर्म दूध के साथ सेवन करें। इससे मुंह के छाले की बीमारी (mouth ulcer), सांसों के रोग, कफ, सूजन, सर्दी-जुकाम, गला की बीमारी, बुखार, बवासीर, और पेचिश में लाभ मिलता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़े: जुकाम में कटेरी के फायदे

मिश्री के फायदे (Benefits of Mishri/Mishri ke fayde)

मिश्री गन्ने से ही बनती है, इसलिए गन्ना की तरह मिश्री का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। आप मिश्री का इस्तेमाल इस तरह कर सकते हैंः-

मुंह में छाले होने पर मिश्री का सेवन (Mishri Benefit for Mouth Ulcer Treatment in Hindi)

मुंह में छाले होने पर, या भूख की कमी होने पर मिश्री का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके लिए मिश्री के टुकड़े के साथ, एक छोटा-सा कत्थे का टुकड़ा मुंह में रखकर चूसें। इससे मुंह के छाले, तथा भूख की कमी की समस्या ठीक होती है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

आंखों की रोशनी की कमी में मिश्री का प्रयोग (Benefit of Mishri in Treating Eye Problem in Hindi)

आंखों में रोशनी की कमी महसूस होने पर, मिश्री को जल के साथ घीस लें। इसे आंखों में काजल की तरह लगाने से लाभ होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़े: आंखों की बीमारी में रजः प्रवर्तिनी वटी के फायदे

बुखार उतारने के लिए मिश्री का उपयोग (Uses of Mishri in Fighting with Fever in Hindi)

बुखार होने पर दूध में घी, तथा मिश्री मिला लें। इसका सेवन करने से बुखार ठीक होता है। [Go to: Benefis of Sugarcane]

और पढ़ें – बुखार में मोथा से लाभ

Ganne ke fayde:

गुड़ के फायदे (Benefits of Gud/Gud ke Fayde)

गन्ना से गुड़ भी बनता है। गुड़ को खाड़ भी बोलते हैं। गुड़ का सेवन भी कई रोगों में फायदेमंद होता है, जैसे-

वात और पित्त दोष में गुड़ का प्रयोग फायदेमंद (Uses of Gud in Pitta and Vaat Disease in Hindi)

  • पुराने गुड़ को हरड़ के साथ सेवन करने से पित्त संबंधी विकार ठीक होते हैं।
  • पुराने गुड़ को सोंठ के साथ सेवन करने से वात सम्बन्धी सभी  विकार ठीक होते हैं। [Go to: Benefis of Sugarcane]

गन्ने का उपयोगी भाग (Useful Parts of Sugar cane)

गन्ने का सेवन कई तरह से किया जाता है, जो ये हैंः-

  • गन्ना का जूस (sugarcane juice) 
  • गन्ना से बनी मिश्री 
  • गन्ना से बना गुड़ 
  • गन्ना की जड़ का काढ़ा 
  • भोजन के बाद गुड़ के सेवन से आहार अच्छी तरह पच जाता है।
  • एक वर्ष पुराना गुड़, नए गुड़ की तुलना में अधिक पौष्टिक होता है।

गन्ना का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Sugar cane in Hindi?)

  • गन्ने का रस –  20-40 मिली
  • गन्ना की जड़ का काढ़ा- 50-100 मिली।

बीमार होने की स्थिति में गन्ना का इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श लेने के बाद करें।

गन्ना कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Sugar cane Found or Grown?)

गन्ने (suger cane) की खेती गर्म प्रदेशों में की जाती है।