
अखरोट की गिरी देखने में बिल्कुल हमारे दिमाग जैसी लगती है और यही वजह है कि इसे वर्षों से दिमाग के लिए फायदेमंद माना जाता रहा है। लेकिन अखरोट के फायदे (Benefits of walnuts in hindi) सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हैं। यह एक ऐसा पौष्टिक आहार है, जो पूरे शरीर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। रोजाना अखरोट का सेवन करने से दिल, दिमाग, त्वचा और पाचन तंत्र — सभी को फायदा मिलता है।
आइए जानते हैं कि अखरोट को डेली डाइट में शामिल करना क्यों जरूरी है।
अखरोट क्यों है इतना खास?

अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड की भरपूर मात्रा होती है जिसे शरीर स्वयं नहीं बना पाता। इसके अलावा इसमें विटामिन E, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज़ और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व शरीर को बीमारियों से बचाते हैं और प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाते हैं।
यही कारण है कि अखरोट को दूसरे नट्स से ज्यादा पौष्टिक माना जाता है। इसके अलावा, इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन E और कई पॉलीफेनॉल होते हैं, जो शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ने में मदद करते हैं। ये पोषक तत्व शरीर और मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
रोजाना अखरोट खाने के फायदे

1- दिमाग की शक्ति बढ़ाने में सहायक
अखरोट का सबसे मुख्य लाभ इसके दिमाग पर पड़ने वाले असर से जुड़ा है। इसमें पाए जाने वाले पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स और पॉलीफेनॉल्स दिमाग के लिए फायदेमंद होते हैं।
अखरोट में DHA नामक ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है। जो याददाश्त और सोचने समझने की क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड मस्तिष्क को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
अच्छे फैट्स, विटामिन E और एलेजिक एसिड याददाश्त को सुधारते हैं और इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स मस्तिष्क की सूजन एवं ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। इससे ब्रेन सेल्स के बीच सिग्नल का आदान-प्रदान बेहतर होता है और नए सेल्स बनते हैं।
कुछ रिसर्च यह भी बताती हैं कि अखरोट मस्तिष्क की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं और अल्जाइमर जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकते हैं।
2- पाचन को मजबूत बनाए
अखरोट में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। जो पेट और पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। फाइबर नियमित बाउल मूवमेंट को बनाए रखता है और पेट में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को सपोर्ट करता है।
यह डायवर्टिकुलर रोग और कब्ज जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के खतरे को भी कम कर सकता है। अखरोट प्रोबायोटिक्स और ब्यूटिरिक एसिड प्रोडक्शन जैसे अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देता है। इसके अलावा, अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड बेहतर पाचन के साथ-साथ आंतों की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
3- दिल को स्वस्थ रखे

अखरोट को अक्सर दिल के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
ये एसेंशियल फैटी एसिड अच्छे’ कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करते हैं। यह दिल को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है। अखरोट के एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय की कोशिकाओं की सुरक्षा करते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके दिल की बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।
4- वजन घटाने में सहायक
अखरोट का सेवन अगर सही तरीके से किया जाए तो यह वजन कम करने में भी मदद कर सकता है। इसमें मौजूद फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स लंबे समय तक पेट को भरा रखते हैं।
रिसर्च से पता चला है कि अखरोट खाने से दिमाग का वह हिस्सा एक्टिव होता है, जो अनहेल्दी फ़ूड की इच्छा को ख़त्म करता है। इसका मतलब है अखरोट खाने से हेल्दी डाइट फॉलो करना आसान हो जाता है।
इसलिए, हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल के साथ अखरोट को डाइट में शामिल करना वजन घटाने में सहायक हो सकता है।
5- त्वचा को चमकदार बनाए

अखरोट में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड त्वचा के प्राकृतिक तेल की परत को बनाए रखते हैं और उसे सूखेपन एवं इरिटेशन से बचाते हैं।
अखरोट में विटामिन E और पॉलीफेनॉल्स जैसे पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स होते है। जो UV किरणों और प्रदूषण से होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से स्किन सेल्स की रक्षा करते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मुँहासों और लालिमा को कम करने में मदद कर सकते हैं।
कॉपर और जिंक की वजह से नियमित रूप से अखरोट खाने से शरीर में कोलेजन प्रोडक्शन भी बढ़ता है। जिससे त्वचा ज्यादा लचीली मुलायम और यंग बनी रहती है।
6- सूजन से लड़े
क्रॉनिक सूजन उम्र बढ़ने और लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों, जैसे हृदय रोग और डायबिटीज का प्रमुख कारण है। अखरोट में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA), पॉलीफेनॉल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो प्राकृतिक रूप से सूजन कम करने में मदद करते हैं।
ये तत्व C-रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) जैसे सूजन को बढ़ाने वाले मार्कर्स को कम करते हैं और रक्त वाहिकाओं (Blood vessels) एवं टिशूज को स्वस्थ बनाए रखते हैं। अखरोट में भरपूर मात्रा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, फ्री-रेडिकल्स को निष्क्रिय करके कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को धीमा करता है।
7-डायबिटीज का खतरा कम करे
हमारा शरीर स्ट्रेस और इन्फेक्शन पर प्रतिक्रिया करते हुए सूजन पैदा करता है। लेकिन अगर यह सूजन लंबे समय तक बनी रहे, तो इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकती है, जिससे शरीर शुगर का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता। इसका परिणाम होता है ब्लड शुगर लेवल और डायबिटीज का खतरा बढ़ना।
अखरोट और इसका तेल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। स्टडीज बताती हैं कि इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में सहायक हैं।
कैसे और कब खाएं?

अखरोट का सेवन सुबह खाली पेट या नाश्ते के साथ करना सबसे अच्छा माना जाता है। इसे दूध, दही या सलाद में मिलाया जा सकता है। रोजाना लगभग 6–8 अखरोट की गिरी पर्याप्त होती है। भिगोकर खाने से यह आसानी से पच जाता है, लेकिन बिना भिगोए खाने पर भी इसके फायदे बरकरार रहते हैं।
8- निष्कर्ष

अखरोट एक ऐसा फ़ूड है (Benefits of walnuts in hindi) जो शरीर और दिमाग दोनों पर गहरा और सकारात्मक प्रभाव डालता है। यह दिल, पाचन, त्वचा, वजन और ब्लड शुगर सभी को बेहतर बनाता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि आपको इसे अपनी रोजमर्रा की डाइट में शामिल करना चाहिए। थोड़ी-सी मात्रा में अखरोट का नियमित सेवन लंबी उम्र तक अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए अखरोट को सही मायने में सुपरफूड कहा जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- रोजाना कितने अखरोट खाने चाहिए?
एक वयस्क व्यक्ति के लिए रोजाना 28-30 ग्राम अखरोट, यानी 6-8 आधी गिरी पर्याप्त हैं। - क्या खाली पेट अखरोट खा सकते हैं?
हाँ, सुबह खाली पेट अखरोट खाना फायदेमंद होता है। यह पाचन को बेहतर बनाता है और पोषक तत्वों के अवशोषण में भी मदद करता है। - अखरोट दिल को कैसे फायदा पहुँचाते हैं?
अखरोट ‘खराब’ कोलेस्ट्रॉल कम करते हैं, सूजन घटाते हैं और रक्त वाहिकाओं (नसों) को स्वस्थ बनाते हैं। - अखरोट को ‘ब्रेन-फूड’ क्यों कहा जाता है?
अखरोट ओमेगा-3 और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। जो ब्रेन में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करते हैं। जिससे याददाश्त और ब्रेन फंक्शन को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है। - क्या अखरोट को खाने से पहले भिगोना जरूरी है?
अखरोट को पानी में भिगोकर खाने से इसे पचाना आसान हो जाता है और पोषक तत्व भी ज्यादा अच्छे से अवशोषित हो जाते हैं। लेकिन बिना भिगोए खाने से भी इसके फायदे कम नहीं होते।
(इस लेख की समीक्षा डॉ. स्वाति मिश्रा, मेडिकल एडिटर ने की है)
Image Source: Freepik
ये भी पढ़ें-
- मोरिंगा ओलिफेरा (सहजन): विज्ञान द्वारा प्रमाणित 6 बड़े फायदे
- नैचुरली ग्लोइंग स्किन पाने के लिए इन 5 कोरियन फूड्स को करें ट्राई