सुलीसेन्ट 100mg टैबलेट

परिचय
सुलीसेन्ट 100mg टैबलेट को दिन के किसी भी समय भोजन के साथ या भोजन के बिना लिया जा सकता है, लेकिन आपको हर दिन इसे एक ही समय लेने की कोशिश करनी चाहिए. खुराक आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित की जाएगी. अपने डॉक्टर से पूछे बिना इसे लेना बंद न करें.. अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपके ब्लड शुगर के स्तर बढ़ सकते हैं और आपमें किडनी को नुकसान और अंधता जैसी गंभीर जटिलताओं का जोखिम बढ़ सकता है. यह दवा इलाज का केवल एक हिस्सा है जिसमें स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान की समाप्ति, शराब का सेवन और वजन कम करना भी शामिल होना चाहिए.
इस दवा के आम साइड इफेक्ट में योनि में फंगल संक्रमण, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन और बार-बार पेशाब लगना शामिल हैं. इससे शरीर से बहुत अधिक मात्रा में पानी की हानि हो सकती है. डीहाइड्रेशन को रोकने के लिए बहुत सारे तरल पदार्थ पीएं. अच्छी हाइजीन बनाए रखने से जननांग क्षेत्र में फंगल इन्फेक्शन की रोकथाम में मदद मिल सकती है.
इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको किडनी या लिवर से संबंधित कोई समस्या है या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन है या अगर आप वॉटर पिल्स (डाययुरेटिक) ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं. गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे लेने से पहले डॉक्टर से भी परामर्श करना चाहिए. इसे लेने के दौरान शराब का बहुत अधिक सेवन न करें क्योंकि इससे कुछ साइड इफेक्ट विकसित होने का जोखिम पैदा हो जाता है. इस दवा का सेवन करते समय अपने ब्लड शुगर लेवल की नियमित रूप से निगरानी करें.
सूलिसेन्ट टैबलेट के मुख्य इस्तेमाल
सूलिसेन्ट टैबलेट के लाभ
टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस का इलाज
सूलिसेन्ट टैबलेट के साइड इफेक्ट
सुलीसेन्ट के सामान्य साइड इफेक्ट
- तेज प्यास लगना
- जननांगो में फंगल इन्फेक्शन
- ज्यादा पेशाब होना
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
- मिचली आना
- कब्ज
- रैश
सूलिसेन्ट टैबलेट का इस्तेमाल कैसे करें
सूलिसेन्ट टैबलेट किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
हालांकि, चक्कर आना या सिर घूमना रिपोर्ट किया गया है, जो आपकी गाड़ी चलाने, सायकल या टूल्स या मशीनों का उपयोग करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है.
किडनी से जुड़ी हल्की बीमारी वाले रोगियों में खुराक बदलने की जरूरत नहीं पड़ती है. हालांकि, किडनी की गंभीर खराबी या डायलिसिस से गुजर रहे रोगियों के लिए यह सलाह नहीं दी जाती है.
लिवर की हल्के से मध्यम बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए खुराक में बदलाव की आवश्यकता नहीं होती है. हालांकि, लीवर से जुड़ी गंभीर बीमारियों वाले रोगियों को यह नहीं दी जाती है.
अगर आप सूलिसेन्ट टैबलेट लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- सुलीसेन्ट 100mg टैबलेट का इस्तेमाल अकेले या दूसरे डायबिटीज की दवाओं के साथ ब्लड शुगर को कंट्रोल में करने और लंबे समय से चले रहे जटिलताओं से बचने के लिए करनी चाहिए.
- इससे आपके शरीर से बहुत ज्यादा तरल (डीहाइड्रेशन) की हानि हो सकती है या आपको बार-बार पेशाब हो सकती है. बहुत सारा पानी पीएं और हाइड्रेटेड रहें.
- अपने साथ हमेशा शुगर वाले कुछ खाद्य पदार्थ या फ्रूट जूस रखें ताकि जब आपको हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण जैसे ठंडा पसीना, त्वचा का पीला होना, कंपन, और एंग्जायटी का अनुभव हो तो आप इन्हें ले सकें.
- यह महिलाओं और पुरुषों दोनों में जेनिटल फंगल और/या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) का कारण बन सकता है, इसलिए अच्छी स्वच्छता का अभ्यास कर सकता है.
- अन्य एंटीडायबिटीज दवाओं, शराब के साथ इस्तेमाल होने पर या अगर आप भोजन में देरी करते हैं या मिस करते हैं,हाइपोग्लाइसीमिया (लो ब्लड शुगर लेवल) का कारण बन सकता है.
- इस दवा के सेवन के दौरान नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर की निगरानी करें.
- अगर आपको निरंतर चक्कर आते हैं, जोड़ों का दर्द होता है, जुकाम जैसे लक्षण या अकारण जी मिचलाना/उल्टी होती है तो तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करें.
- सुलीसेन्ट 100mg टैबलेट का इस्तेमाल अकेले या दूसरे डायबिटीज की दवाओं के साथ ब्लड शुगर को कंट्रोल में करने और लंबे समय से चले रहे जटिलताओं से बचने के लिए करनी चाहिए.
- यह हार्ट अटैक, हार्ट फेल या कार्डियोवैस्कुलर इवेंट के जोखिम को भी कम करता है.
- आपको नियमित एक्सरसाइज करना, हेल्दी डायट लेना, और दूसरे डाइबिटीज की दवाएं (अगर लेने की सलाह दी गई है) लेना सुलीसेन्ट 100mg टैबलेट के साथ जारी रखनी है.
- सुलीसेन्ट 100mg टैबलेट वज़न और ब्लड प्रेशर के कम कर सकता है.
- इससे आपके शरीर से बहुत ज्यादा तरल (डीहाइड्रेशन) की हानि हो सकती है या आपको बार-बार पेशाब हो सकती है. बहुत सारा पानी पीएं और हाइड्रेटेड रहें.
- यह महिलाओं और पुरुषों दोनों में जेनिटल फंगल और/या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) का कारण बन सकता है, इसलिए अच्छी स्वच्छता का अभ्यास कर सकता है.
- अन्य एंटीडायबिटीज दवाओं, शराब के साथ इस्तेमाल होने पर या अगर आप भोजन में देरी करते हैं या मिस करते हैं,हाइपोग्लाइसीमिया (लो ब्लड शुगर लेवल) का कारण बन सकता है.
- अपने साथ हमेशा शुगर वाले कुछ खाद्य पदार्थ या फ्रूट जूस रखें ताकि जब आपको हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण जैसे ठंडा पसीना, त्वचा का पीला होना, कंपन, और एंग्जायटी का अनुभव हो तो आप इन्हें ले सकें.
- अगर आपको निरंतर चक्कर आते हैं, जोड़ों का दर्द होता है, जुकाम जैसे लक्षण या अकारण जी मिचलाना/उल्टी होती है तो तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करें.
- इस दवा के सेवन के दौरान नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर की निगरानी करें.