इनमोक्स 500mg कैप्सूल
परिचय
इसके अलावा, इनमोक्स 500mg कैप्सूल पेप्टिक अल्सर रोग से पीड़ित लोगों में एच. पाइलोरी नामक एक बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है. यह एक व्यापक स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक है जो कई प्रकार के बैक्टीरिया के विकास से लड़ता है और रोकता है. पेट की खराबी की संभावना को कम करने के लिए इस दवा को भोजन के साथ लेना बेहतर है. डॉक्टर द्वारा निर्धारित शेड्यूल के अनुसार आपको नियमित रूप से समान अंतराल पर इसे लेना चाहिए. इसे रोज एक ही समय पर लेने से आपको इसे लेना याद रहेगा.
बेहतर महसूस होने के बावजूद भी दवा की कोई खुराक ना छोड़ें और इलाज का कोर्स पूरा खत्म करें. दवा बहुत जल्द बंद करने से इन्फेक्शन वापस हो सकते हैं या बिगड़ सकते हैं. इलाज की अवधि और उचित खुराक आपके डॉक्टर तय करेंगे, जो इस बात पर निर्भर करता है कि आपको किस प्रकार का इन्फेक्शन है और आपके शरीर पर दवा की कितना प्रभाव पड़ता है.
इस दवा को लेने से पहले, अगर आप पेनिसिलिन या पेनिसिलिन के प्रकार की किसी भी दवा से एलर्जीक हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं. Rash, vomiting, allergic reactions, nausea, and diarrhea may be seen as side effects in some patients. ये अस्थायी होते हैं और आमतौर पर जल्दी ठीक हो जाते हैं. अगर इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट बना रहता है या आपकी स्थिति बिगड़ती है, तो डॉक्टर से परामर्श करें. डॉक्टर की देखरेख में इस दवा का इस्तेमाल गर्भावस्था के दौरान करना सुरक्षित माना जाता है.
इनमोक्स कैप्सूल के मुख्य इस्तेमाल
इनमोक्स कैप्सूल के लाभ
बैक्टीरियल संक्रमण के इलाज में
यह दवा आमतौर पर आपको जल्द ही बेहतर महसूस कराती है. हालांकि, आपको बेहतर महसूस होने के बाद भी सुझाई गई अवधि तक इसे लेना जारी रखना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी बैक्टीरिया मारे जा चुके हैं और इनमें प्रतिरोध विकसित नहीं हुआ है. इस दवा का इस्तेमाल आमतौर पर गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान करना सुरक्षित है, लेकिन आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.
इनमोक्स कैप्सूल के साइड इफेक्ट
इनमोक्स के सामान्य साइड इफेक्ट
- उल्टी
- डायरिया
- मिचली आना
- त्वचा पर रैश
इनमोक्स कैप्सूल का इस्तेमाल कैसे करें
इनमोक्स कैप्सूल किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
इनमोक्स 500mg कैप्सूल के साइड इफेक्ट हो सकते हैं और लक्षण (जैसे एलर्जिक रिएक्शन, चक्कर आना और कनवल्शन) आपको गाड़ी चलाने के अयोग्य बना सकते हैं.
किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को इस दवा का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है.
इस दवा का सेवन करते समय लिवर फंक्शन टेस्ट की नियमित निगरानी की सलाह दी जाती है
अगर आप इनमोक्स कैप्सूल लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- इनमोक्स 500mg कैप्सूल का उपयोग बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है.
- भले ही आप बेहतर महसूस करना शुरू कर दें, तो भी निर्धारित कोर्स को खत्म करें. समय से पहले बंद करने पर इंफेक्शन फिर से वापस आ सकता है और फिर इलाज करना और भी मुश्किल हो सकता है.
- दस्त एक दुष्प्रभाव की तरह हो सकते हैं. इनमोक्स 500mg कैप्सूल के साथ प्रोबायोटिक्स लेने से मदद मिल सकती है. अपने डॉक्टर से बात करें यदि मल में खून आ रहा है या पेट में ऐंठन महसूस हो रहा है.
- अगर आपको खुजली वाले चकत्ते, चेहरे, गले या जीभ में सूजन या फिर सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो इस दवा का सेवन बंद कर दें और तुरंत डॉक्टर को सूचित करें.
फैक्ट बॉक्स
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल के इस्तेमाल से गर्भनिरोधक गोलियां विफल हो सकती हैं?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल का इस्तेमाल सुरक्षित है?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल से सुस्ती होती है?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल के इस्तेमाल से डायरिया हो सकता है?
इनमोक्स 500mg कैप्सूल को कितना समय लगता है?
प्र. अगर इनमोक्स 500mg कैप्सूल का इस्तेमाल करने के बाद भी मैं ठीक नहीं होता हूँ तो क्या करूं?
क्या लक्षणों से राहत मिलने पर मैं इनमोक्स 500mg कैप्सूल लेना बंद कर सकता/सकती हूं?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल के इस्तेमाल से डायरिया हो सकता है?
क्या लक्षणों से राहत मिलने पर मैं इनमोक्स 500mg कैप्सूल लेना बंद कर सकता/सकती हूं?
इनमोक्स 500mg कैप्सूल को कितना समय लगता है?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल का इस्तेमाल सुरक्षित है?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल से सुस्ती होती है?
प्र. अगर इनमोक्स 500mg कैप्सूल का इस्तेमाल करने के बाद भी मैं ठीक नहीं होता हूँ तो क्या करूं?
क्या इनमोक्स 500mg कैप्सूल के इस्तेमाल से गर्भनिरोधक गोलियां विफल हो सकती हैं?
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Petri WA Jr. Penicillins, Cephalosporins, and Other β -Lactam Antibiotics. In: Brunton LL, Chabner BA, Knollmann BC, editors. Goodman & Gilman’s: The Pharmacological Basis of Therapeutics. 12th ed. New York, New York: McGraw-Hill Medical; 2011. pp. 1487-90.
- Chambers HF, Deck DH. Beta-Lactam and Other Cell Wall- & Membrane-Active Antibiotics. In: Katzung BG, Masters SB, Trevor AJ, editors. Basic and Clinical Pharmacology. 11th ed. New Delhi, India: Tata McGraw Hill Education Private Limited; 2009. p. 780.
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 63-64.