कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन
परिचय
कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन को डॉक्टर के चिकित्सकीय देखरेख के तहत मांसपेशियों में गहरे इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है. यह केवल अस्पताल में दिया जाता है, इसलिए दवा को सेल्फ-एडमिनिस्टर न करें.
इस दवा के सबसे सामान्य साइड इफेक्ट में उल्टी, फ्लशिंग, सिरदर्द, और ठंड लगना शामिल हैं. अगर आप इनसे परेशान हैं या स्थिति गंभीर होती जा रही है, तो अपने डॉक्टर को बताएं. उन्हें कम करने या रोकने के तरीके हो सकते हैं. अगर आपको चक्कर आते हैं तो आपको ड्राइविंग या एकाग्रता की जरूरत वाले कामों से बचना चाहिए.
इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको कभी हृदय रोग था, या आपको हाई या कम ब्लड प्रेशर है, या लिवर या किडनी की बीमारी है, तो अपने डॉक्टर को बताएं. आपके डॉक्टर को अन्य सभी दवाओं के बारे में भी जानना चाहिए जो आप ले रहें हैं क्योंकि इनमें से कई इस दवा को कम प्रभावी बना सकती हैं या इसके काम करने के तरीके को बदल सकती हैं. हमेशा याद रखें, यह केवल डिलीवरी होने के बाद ही दिया जाता है गर्भावस्था के दौरान नहीं.
कार्बो श्योर इन्जेक्शन के मुख्य इस्तेमाल
- डिलीवरी के बाद खून निकलना
कार्बो श्योर इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
कार्बो श्योर के सामान्य साइड इफेक्ट
- मिचली आना
- उल्टी
- सिरदर्द
- फ्लशिंग (चेहरे, कान, गर्दन और शरीर में गर्मी महसूस होना)
- हॉट फ़्लैश
- डायरिया
- ठंड लगना
- प्लेसेंटल रिटेंशन
- खांसी
कार्बो श्योर इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
कार्बो श्योर इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन का सेवन करने से बेहोशी, चक्कर आना और सुस्ती हो सकती है जिसके कारण ड्राइव करने में परेशानी हो सकती है
एक्टिव/सक्रिय किडनी रोग के मरीजों को कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है.
एक्टिव/सक्रिय लिवर रोग के मरीजों को कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है.
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन आपके गर्भ के संकुचन को बढ़ाता है जिससे प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
- इसे डॉक्टर या नर्स द्वारा मांसपेशी में गहराई से लगाया जाता है.
- It may cause dizziness and sleepiness. जब तक आप यह नहीं जानते कि आपको किस तरह से प्रभावित करता है, तब तक ड्राइव न करें या ऐसा कोई काम न करें जिसमें मानसिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है.
- इससे शरीर के तापमान में वृद्धि हो सकती है. पिछले इन्जेक्शन के कुछ घंटों बाद यह सामान्य हो जाएगा.
- अगर आपको हृदय, फेफड़ों, किडनी या लिवर में कोई समस्या है तो अपने डॉक्टर को सूचित करें.
- कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन आपके गर्भ के संकुचन को बढ़ाता है जिससे प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
- It is given by an injection deep into a muscle by your doctor or nurse.
- इससे शरीर के तापमान में वृद्धि हो सकती है. पिछले इन्जेक्शन के कुछ घंटों बाद यह सामान्य हो जाएगा.
- It may cause dizziness and sleepiness. गाड़ी चलाना या ऐसा कोई काम न करें जिसमें दिमागी एकाग्रता की ज़रूरत होती है जब तक आप ये न जान लें कि यह आप पर कैसे असर डालता है.
- अगर आपको हृदय, फेफड़ों, किडनी या लिवर में कोई समस्या है तो अपने डॉक्टर को सूचित करें.
फैक्ट बॉक्स
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन क्या है और इसका इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
इसे किस प्रकार और किस खुराक में इस्तेमाल किया जा सकता है?
इससे जुड़े संभावित साइड इफेक्ट क्या हो सकते हैं?
कार्बो श्योर 125mcg इन्जेक्शन क्या है और इसका इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
इसे किस प्रकार और किस खुराक में इस्तेमाल किया जा सकता है?
इससे जुड़े संभावित साइड इफेक्ट क्या हो सकते हैं?
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 208-209.