Categories: जड़ी बूटी

Peppermint: पिपरमिंट के हैं अद्भुत फायदे- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

Contents

पिपरमिंट का परिचय (Introduction of Peppermint)

पिपरमिंट का नाम सूनते ही च्यूइंग गम याद आता है, हैं न।  इस पिपरमिंट को हिन्दी में विलायती पुदीना (Pudina in hindi) भी कहते हैं। आयुर्वेद में पिपरमिंट के पत्तों (mint leaves) का प्रयोग कई तरह के बीमारियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ये मूल रुप से यूरोप में पाया जाने वाला पौधा है।

पिपरमिंट का दर्दनिवारक गुण कई तरह के बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करता है, जैसे- दांतों का दर्द, पेट का दर्द, सर का दर्द, पेट की गड़बड़ी आदि। चलिये आगे जानते हैं कि पिपरमिंट खाने के अलावा किन-किन बीमारियों के लिए उपचार स्वरुप प्रयोग किया जाता है।

पिपरमिंट क्या है? (What is Pudina in hindi?)

पेपरमिंट (pudina)अत्यन्त सुगन्धित क्षुप (shrub)होता है। इसके तेल और रस आदि का इस्तेमाल चिकित्सा में किया जाता है। यह एक 30-60 सेमी ऊँचा, सीधा, सुगन्धित पौधा होता है। इसका तना सीधा, बैंगनी, हरे रंग का, चार कोणों वाला तथा शाखा-प्रशाखायुक्त होता है।

पिपरमिंट एन्टीसेप्टीक (रोगाणु को फैलने से रोकने वाला) , दर्द निवारक और हजम शक्ति बढ़ाने में मददगार होता है। यह गठिया के दर्द में फायदेमंद होने के अलावा उल्टी रोकने में भी सहायता करता है।

इसका तेल अल्प पूयरोधी (पाइरिया में लाभकारी), पित्तवर्धक (पित्त को बढ़ाने वाला), जीवाणुरोधी तथा कीटनाशक होता है। इसके अलावा पिपरमिंट का तेल दर्दनिवारक भी होता है।

और पढ़े: गठिया रोग में नारंगी के फायदे

अन्य भाषाओं में पेपरमिंट के नाम (Name of Peppermint Leaves in Different Languages)

पेपरमिंट का वानस्पतिक नाम : Mentha piperita Linn. (मेन्था पाइपेराटा) Syn-Mentha balsamea Willd होता है। पेपरमिंट का कुल Lamiaceae (लेमिएसी) होता है। पेपरमिंट को अंग्रेजी में Peppermint (पिपरमिन्ट) कहते हैं। लेकिन भारत के अन्य प्रांतों में अनेक नामों से इसको पुकारा जाता है।

Peppermint in-

  • Sanskrit-सुंधितपत्र;
  • Hindi-पिपरमिंट, गोमथी, विलायती पुदीना, पेपरमिंट;
  • Odia-पोदीना (Podina);
  • Urdu-फिलफिल (Filfil), लाना (Lana);
  • Assamese-पोदुना (Poduna);
  • Kannada-मेरुगु (Merugu);
  • Gujrati-पुदीनो (Pudino);
  • Tamil-पुदीना (Pudina);
  • Telugu-मिरियाला (Miriyala), द्रव्यकामू (Dravakamu);
  • Bengali-पुदीना (Pudina);
  • Nepali-नाना अल-फूलफिल (Nana al-fulfil);
  • Panjabi-विलायती पुदीना (Vilayati pudina);
  • Marathi-पेपरमिंट (Peppermint);
  • Malayalam- कर्पूरमिंट (Karppoora-mint)।
  • English-ब्रान्डी मिन्ट (Brandy mint);
  • Arbi-ना ना (Naa na)।

पेपरमिंट के फायदे (Pudina Uses and Benefits in Hindi)

पेपरमिंट का एन्टीबैक्टिरीयल, एन्टीसेप्टिक और पेनकिलर आदि गुण कई तरह के बीमारियों के लिए फायदेमंद साबित होता है। चलिये इसके बारे में विस्तृत रूप से जानते हैं-

सिर दर्द में लाभकारी है पुदीना (Benefit of Pudina to Get Rid of Headache in Hindi)

दिन भर काम के तनाव के वजह से या मौसम के कारण सिरदर्द से सबको कभी न कभी परेशान होना पड़ता है।     पिपरमिंट पञ्चाङ्ग को पीसकर मस्तक पर लगाने से सिरदर्द कम होता है।

और पढ़े: सिर दर्द में लवंगादि वटी के फायदे

पेपरमिंट का प्रयोग दांत दर्द में फायदेमंद (Benefit of Mint leaves to Treat Toothache in Hindi)

आजकल बच्चे से लेकर बूढ़े सभी दाँत दर्द से किसी न किसी समय परेशान होते ही हैं। सबसे अहम् बात यह है कि दाँत दर्द होने पर लोग घरेलू उपाय ही सबसे पहले उपयोग करते हैं।

पिपरमिंट के क्रिस्टल को दांतों के बीच में रखकर दबाने से दांत दर्द में लाभ होता है।

और पढ़े: दांत दर्द के लिए घरेलू इलाज

सर्दी में फायदेमंद पेपरमिंट ( Peppermint leaves for Cold and Cough in Hindi)

साल भर में जब भी मौसम में उतार-चढ़ाव होता है सर्दी सबको अपने चपेट में ले लेती है। सर्दी से आराम दिलाने में पिपरमिंट बहुत ही गुणकारी होता है। पिपरमिंट का बफारा या भाप लेने से सर्दी आदि कफ वाले बीमारियों से राहत मिलती है।

और पढ़ेंनिमोनिया का उपचार भाप से

पिपरमिंट के सेवन से दस्त पर रोक (Mint leaves to Fight Diarrhoea in Hindi)

खाने-पीने में लापरवाही हुई कि नहीं दस्त होना शुरू हो जाता है। दस्त होने पर पिपरमिंट का सेवन इस तरह से करने पर लाभ मिलता है। पिपरमिंट के पत्तों का काढ़ा बनाकर 5-10 मिली मात्रा में पीने से मरोड़युक्त अतिसार या दस्त, पेट संबंधी समस्या तथा पेट दर्द में लाभ मिलता है।

जठरांत्र (पेट संबंधी समस्या)से राहत दिलाये पेपरमिंट (Benefits of Peppermint Oil for Stomach Flu in Hindi)

जैसा कि पहले ही पता चल गया है कि पिपरमिंट पेट संबंधी रोगों में बहुत ही फायदेमंद होता है। पिपरमिंट तेल (peppermint oil in hindi) का प्रयोग जठरांत्र विकार यानि पेट संबंधी रोगों के चिकित्सा में  किया जाता है।

और पढ़ेपेट के रोग में अमरबेल से फायदा

पेट दर्द में फायदेमंद पेपरमिंट (Mint Plant Beneficial in Colic in Hindi)

अक्सर मसालेदार खाना या ज्यादा खाना खा लेने से पेट में गैस हो जाता है जो पेट दर्द का कारण बन जाता है। घर में पेट दर्द से जल्द आराम पाने के लिए   25 मिग्रा पिपरमिंट के निचोड़ में शक्कर मिलाकर सेवन करने से पेट दर्द से राहत मिलती है।

और पढ़े: पेट दर्द में उस्तूखूदूस के फायदे

आमवात के दर्द या रूमेटाइड अर्थराइटिस से दिलाये राहत पेपरमिंट ( Pudina for Rheumatoid Arthritis in Hindi)

जोड़ो में दर्द होना उम्र का तकाजा होता है। पिपरमिंट पञ्चाङ्ग को पीसकर लेप करने से गठिया संक्रात और नर्व संबंधी दर्द में लाभ मिलता है।

दर्द को दूर करे पेपरमिंट (Use of Mint leaves in Pain Relief in Hindi)

चींटी आदि कीटों के काटने से होने वाली दर्द से तुरन्त राहत पाने के लिए पिपरमिंट का प्रयोग इस तरह करना चाहिए।  पेपरमिंट के पत्तों को पीसकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से दर्द से राहत मिलती है।

पिपरमिंट का उपयोगी भाग (Uses of Peppermint)

आयुर्वेद में पिपरमिंट के पत्ते और तेल का औषधि के रुप में ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

पेपरमिंट का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए ?(How to Use Peppermint in Hindi?)

बीमारी के लिए पिपरमिंट के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए पिपरमिंट का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।

चिकित्सक के परामर्श के अनुसार-

5-10 मिली पत्ते के काढ़े का प्रयोग किया जा सकता है।

पेपरमिंट कहां पाया और उगाया जाता है (Where is Peppermint found or grown in Hindi)

समस्त भारत में यह बाग-बगीचों में विशेषत उत्तर-भारत तथा कश्मीर में लगाया जाता है।

और पढ़ेंहॉट फ्लैशेज में पुदीने का तेल फायदेमंद

और पढ़ेंदांतों के दर्द के लिए घरेलू उपचार

आचार्य श्री बालकृष्ण

आचार्य बालकृष्ण, आयुर्वेदिक विशेषज्ञ और पतंजलि योगपीठ के संस्थापक स्तंभ हैं। चार्य बालकृष्ण जी एक प्रसिद्ध विद्वान और एक महान गुरु है, जिनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में आयुर्वेदिक उपचार और अनुसंधान ने नए आयामों को छूआ है।

Share
Published by
आचार्य श्री बालकृष्ण

Recent Posts

कब्ज से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं पतंजलि दिव्य त्रिफला चूर्ण

आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, त्रिफला चूर्ण पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद है. जिन लोगों को अपच, बदहजमी…

1 year ago

डायबिटीज को नियंत्रित रखने में सहायक है पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर

डायबिटीज की बात की जाए तो भारत में इस बीमारी के मरीजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही…

1 year ago

त्वचा से जुड़ी समस्याओं के इलाज में उपयोगी है पतंजलि दिव्य कायाकल्प वटी

मौसम बदलने पर या मानसून सीजन में त्वचा से संबंधित बीमारियाँ काफी बढ़ जाती हैं. आमतौर पर बढ़ते प्रदूषण और…

1 year ago

युवाओं के लिए अमृत है पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी, जानिए अन्य फायदे

यौन संबंधी समस्याओं के मामले में अक्सर लोग डॉक्टर के पास जाने में हिचकिचाते हैं और खुद से ही जानकारियां…

1 year ago

मोटापे से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं पतंजलि मेदोहर वटी

पिछले कुछ सालों से मोटापे की समस्या से परेशान लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. डॉक्टरों के…

1 year ago

पेट से जुड़े रोगों को ठीक करती है पतंजलि दिव्य गोधन अर्क, जानिए सेवन का तरीका

अधिकांश लोगों का मानना है कि गौमूत्र के नियमित सेवन से शरीर निरोग रहता है. आयुर्वेदिक विशेषज्ञ भी इस बात…

1 year ago