अस्थमा एक गंभीर बीमारी है, जिसमें रोगी को सांस लेने में बहुत परेशानी होती है। इस रोग में सांस की नली संकीर्ण हो जाती है जिससे मरीजों को सांस लेने में मुश्किल होती है। अस्थमा के मरीजों को मौसम में बदलाव होने पर भी बहुत तकलीफ उठाना पड़ता है। अगर आप भी अस्थमा से पीड़ित हैं, और अस्थमा का इलाज करा रहे हैं, लेकिन उचित लाभ नहीं मिल रहा है, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है। यहां अस्थमा के मरीजों के लिए डाइट प्लान की जानकारी दी जा रही है, ताकि आप अस्थमा से बचाव में पूरी तरह सफल हो पाएं।
अस्थमा रोगी इस डाइट चार्ट को अपनाकर न सिर्फ अस्थमा से बचाव कर सकते हैं, बल्कि खुद को जल्द स्वस्थ भी कर सकते हैं।
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अस्थमा (श्वास विकार) से ग्रस्त लोगों का आहार ऐसा होना चाहिएः-
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अस्थमा (श्वास विकार) से ग्रस्त लोगों को इनका सेवन नहीं करना चाहिएः-
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अस्थमा (श्वास विकार) के इलाज के दौरान सुबह उठकर दांतों को साफ करने (बिना कुल्ला किये) से पहले खाली पेट 1-2 गिलास गुनगुना पानी पिएं। नाश्ते से पहले पतंजलि आवंला व एलोवेरा रस पिएं।
समय | आहार योजना ( शाकाहार) |
नाश्ता (8 :30 AM) | 1 कप पतंजलि दिव्य पेय/ 1 कप दूध पतंजलि हरिद्राखंड के साथ + 2-3 आरोग्य बिस्कुट + पतंजलि आरोग्य दलिया (नमकीन) /पोहा /उपमा (सूजी ) /अंकुरित अनाज / 2-3 रोटी (मिश्रित अनाज आटा, पतंजलि) + 1 कटोरी हरी सब्जियां (उबली हुई) 1 प्लेट फलों का सलाद (सेब, जामुन, आम, स्ट्रॉबरी, पपीता) |
दिन का भोजन (12:30-01:30 PM) | 1-2 पतली रोटियां (पतंजलि मिश्रित अनाज आटा ) + 1 कटोरी हरी सब्जियां (उबली हुई ) + 1 कटोरी दाल मूंग (पतली ) + 1 प्लेट सलाद |
शाम का नास्ता (05:30-06:00 PM) | 1 कप पतंजलि दिव्य पेय + 2-3 पतंजलि आरोग्य बिस्कुट / 1 गिलास लौंग युक्त दूध + 3-4 छुहारा / 4-5 खजूर /सब्जियों का सूप |
रात का भोजन (7:00-8:00 PM) | 1-2 पतली रोटियां (पतंजलि मिश्रित अनाज आटा ) + 1 कटोरी हरी सब्जियां (उबली हुई ) + 1 कटोरी दाल (मूंग, अरहर, मिश्रित) (पतली) |
सोने से (30 mint) पहले | 1 गिलास दूध के साथ पतंजलि हरिद्राखंड पाउडर |
सलाह: यदि मरीज को चाय की आदत है तो इसके स्थान पर 1 कप पतंजलि दिव्य पेय दे सकते हैं।
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अस्थमा (श्वास विकार) की बीमारी में आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-
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अस्थमा (श्वास विकार) से राहत पाने के लिए आपको इन बातों का ध्यान रखना हैः-
(1) ध्यान एवं योग का अभ्यास रोज करें।
(2) ताजा एवं हल्का गर्म भोजन अवश्य करें।
(3) भोजन धीरे-धीरे शांत स्थान में शांतिपूर्वक, सकारात्मक एवं खुश मन से करें।
(4) तीन से चार बार भोजन अवश्य करें।
(5) किसी भी समय का भोजन नहीं त्यागें, एवं अत्यधिक भोजन से परहेज करें
(6) हफ्ते में एक बार उपवास करें।
(7) अमाशय का 1/3rd / 1/4th भाग रिक्त छोड़ें।
(8) भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर एवं धीरे-धीरे खायें।
(9) भोजन लेने के बाद 3-5 मिनट टहलें।
(10) सूर्यादय से पहले [5:30 – 6:30 am] जाग जायें।
(11) रोज दो बार दांतों को साफ करें।
(12) रोज जिव्हा करें।
(13) भोजन लेने के बाद थोड़ा टहलें।
(14) रात में सही समय पर [9-10 PM] नींद लें।
अस्थमा (श्वास विकार) से राहत पाने के लिए आप ये योग और आसन कर सकते हैंः-
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