एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन
Prescription Required
परिचय
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन एक स्टेरॉयड है. इसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की बीमारियों जैसे गंभीर एलर्जिक रिएक्शन , एलर्जी की स्थिति , अस्थमा, रूमेटिक डिसऑर्डर , त्वचा और आंखों से जुड़ी समस्या और नेफ्रोटिक सिंड्रोम के इलाज में किया जाता है. यह इम्यून सिस्टम को दबाता है और इंन्फ्लेमेशन से राहत प्रदान करता है.
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन आमतौर पर डॉक्टर या नर्स द्वारा दिया जाता है. इंजेक्शन को घर पर खुद से ना लगाएं. अधिकतम लाभ पाने के लिए, इस इंजेक्शन को समान अंतरालों पर लें तथा निर्धारित खुराक पूरा होने तक इसे लेना जारी रखें, भले ही आपके लक्षण कुछ दिनों के बाद ठीक हो जाए.
इस दवा के सबसे सामान्य साइड इफेक्ट में इंजेक्शन की साइट पर मूड बदलना , पेट ख़राब होना , और दर्द, सूजन या लालिमा शामिल हैं. आप इन प्रभावों को रोकने या कम करने के तरीकों के बारे में अपने डॉक्टर से पूछ सकते हैं. अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन का कोई संकेत मिलता है तो आपको इसे लेना तुरंत बंद कर देना चाहिए. इसके लक्षणों में रैशेज़, होंठ, गले या चेहरे की सूजन, निगलने या सांस लेने में समस्याएं, चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना और मिचली आना शामिल हैं.
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन आमतौर पर डॉक्टर या नर्स द्वारा दिया जाता है. इंजेक्शन को घर पर खुद से ना लगाएं. अधिकतम लाभ पाने के लिए, इस इंजेक्शन को समान अंतरालों पर लें तथा निर्धारित खुराक पूरा होने तक इसे लेना जारी रखें, भले ही आपके लक्षण कुछ दिनों के बाद ठीक हो जाए.
इस दवा के सबसे सामान्य साइड इफेक्ट में इंजेक्शन की साइट पर मूड बदलना , पेट ख़राब होना , और दर्द, सूजन या लालिमा शामिल हैं. आप इन प्रभावों को रोकने या कम करने के तरीकों के बारे में अपने डॉक्टर से पूछ सकते हैं. अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन का कोई संकेत मिलता है तो आपको इसे लेना तुरंत बंद कर देना चाहिए. इसके लक्षणों में रैशेज़, होंठ, गले या चेहरे की सूजन, निगलने या सांस लेने में समस्याएं, चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना और मिचली आना शामिल हैं.
एमपीएसएस इन्जेक्शन के मुख्य इस्तेमाल
- गंभीर एलर्जिक रिएक्शन का इलाज
- एलर्जिक कंडीशन का इलाज
- रूमेटिक डिसऑर्डर का इलाज
- त्वचा से जुड़ी समस्याएं का इलाज
- आंखों से जुड़ी समस्या का इलाज
- नेफ्रोटिक सिंड्रोम का इलाज
एमपीएसएस इन्जेक्शन के फायदे
गंभीर एलर्जिक रिएक्शन के इलाज में
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन एक कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवा है. अन्य कई फायदों के अलावा, इसे गंभीर एलर्जिक रिएक्शन के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है. यह दवा एलर्जी से जुड़ी सूजन को कम करके काम करती है. यह एक अत्यधिक प्रभावी दवा है. अधिकतम फायदे के लिए डॉक्टर द्वारा पर्ची में लिखी गई खुराक और अवधि में ही इसका इस्तेमाल करें.
एलर्जिक रिएक्शन का इलाज
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन शरीर में सूजन पैदा करने वाले पदार्थों के स्त्रावण को रोकता है. इसे अर्थ्राइटिस, लूपस, सोरायसिस, अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे विभिन्न इन्फ्लेमेटरी और एलर्जी की स्थिति जो त्वचा, ब्लड, आंख, फेफड़ा, पेट और नर्वस सिस्टम को प्रभावित करते हैं, के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह इन स्थितियों के लिए आपके इम्यून सिस्टम की रिएक्शन को कम करके काम करता है, जिससे सूजन, दर्द, खुजली और अन्य एलर्जिक प्रकार के रिएक्शन जैसे लक्षण कम होते हैं.
यह दवा ओरली (मुंह द्वारा) दी जाती है. आपको इसे हमेशा लेना चाहिए क्योंकि इसे आपके लिए डॉक्टर की पर्ची पर लिखा गया है. अपने डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना बंद न करें. इसके कारण खराब विड्राल लक्षण हो सकते हैं. चूंकि यह दवा आपके प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करती है, इसलिए आपको बीमार व्यक्तियों और संक्रमण से ग्रसित व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए.
यह दवा ओरली (मुंह द्वारा) दी जाती है. आपको इसे हमेशा लेना चाहिए क्योंकि इसे आपके लिए डॉक्टर की पर्ची पर लिखा गया है. अपने डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना बंद न करें. इसके कारण खराब विड्राल लक्षण हो सकते हैं. चूंकि यह दवा आपके प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करती है, इसलिए आपको बीमार व्यक्तियों और संक्रमण से ग्रसित व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए.
रूमेटिक डिसऑर्डर के इलाज में
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन शरीर में सूजन पैदा करने वाले पदार्थों के स्त्रावण को रोकता है. इसका इस्तेमाल गठिया, ल्यूपस, सोरायसिस, अल्सरेटिव कोलाइटिस और त्वचा, रक्त, आंखों, फेफड़े, पेट और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने वालीसमस्याओं सहित कई अलग-अलग सूजन और एलर्जी की समस्या के इलाज के लिए किया जा सकता है।. यह इन स्थितियों के लिए आपके इम्यून सिस्टम की रिएक्शन को कम करके काम करता है, जिससे सूजन, दर्द, खुजली और अन्य एलर्जिक प्रकार के रिएक्शन जैसे लक्षण कम होते हैं.
इस दवा को हमेशा वैसे लेना चाहिए जैसे आपको बताया गया है. अपने डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना बंद न करें. इसके कारण खराब विड्राल लक्षण हो सकते हैं. चूंकि यह दवा आपके प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करती है, इसलिए आपको बीमार व्यक्तियों और संक्रमण से ग्रसित व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए.
इस दवा को हमेशा वैसे लेना चाहिए जैसे आपको बताया गया है. अपने डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना बंद न करें. इसके कारण खराब विड्राल लक्षण हो सकते हैं. चूंकि यह दवा आपके प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करती है, इसलिए आपको बीमार व्यक्तियों और संक्रमण से ग्रसित व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए.
त्वचा से जुड़ी समस्याएं के इलाज में
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन शरीर में सूजन पैदा करने वाले पदार्थों के स्त्रावण को रोकता है. इसका उपयोग त्वचा की कई अलग-अलग प्रकार की सूजन और एलर्जी की समस्याओं जैसे एक्जिमा, एटोपिक डर्मेटाइटिस और सोरायसिस के इलाज के लिए किया जा सकता है. यह इन स्थितियों के लिए आपके इम्यून सिस्टम की रिएक्शन को कम करके काम करता है, जिससे सूजन, दर्द, खुजली और अन्य एलर्जिक प्रकार के रिएक्शन जैसे लक्षण कम होते हैं.
आंखों से जुड़ी समस्या के इलाज में
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन आंखों के संक्रमण जैसे लाल, सूजन, खुजली और आंखों में पानी के लक्षणों से राहत देता है. यह दवा कुछ रसायनों के उत्पादन को कम करके काम करती है जो आंखों की सूजन का कारण बनती है. इससे आपके लिए रोजमर्रा की गतिविधियां पूरी करना आसान हो जाएगा. अधिक लाभ के लिए डॉक्टर की सलाह अनुसार ही इस्तेमाल करें. अगर आपको एक सप्ताह के बाद भी कोई सुधार नहीं दिखता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें.
नेफ्रोटिक सिंड्रोम के इलाज में
नेफ्रोटिक सिंड्रोम एक किडनी विकार है, इसके कारण आपका शरीर मूत्र के साथ बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन निष्कासित करने लग जाता है इसके साथ ही पैरों तथा एडियों सहित आंखों के चारों ओर तथा शरीर के अन्य विभिन्न भागों में बहुत अधिक सूजन आ जाती है. एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शनप्रतिरक्षा तंत्र को संदमित करके काम करता है जिससे नेफ्रोटिक सिंड्रोम में होने वाली सूजन और इन्फ्लेमेशन में कमी आ जाती है. यह यूरीन में प्रोटीन को कम करता है और अतिरिक्त फ्लुइड से छुटकारा पाने में भी मदद करता है, जिससे शरीर के विभिन्न हिस्सों में सूजन से राहत मिलती है. यह किडनी के सामान्य फंक्शन को रीस्टोर करने और किडनी को और नुकसान से बचाने में मदद करता है.
एमपीएसएस इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
एमपीएसएस के सामान्य साइड इफेक्ट
- हड्डियों की डेंसिटी में कमी
- पेट ख़राब होना
- Behavioral changes
- मूड बदलना
- वजन बढ़ना
एमपीएसएस इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
आपका डॉक्टर या नर्स आपको यह दवा देगा. कृपया स्वयं उपयोग ना करें.
एमपीएसएस इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन एक स्टेरॉयड है जो शरीर के कुछ रासायनिक वाहकों को अवरुद्ध करके काम करता है जिसके कारण सूजन (लाली) तथा एलर्जी होती है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
सेफ
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन के साथ शराब का सेवन करने से कोई हानिकारक साइड इफेक्ट नहीं होता है.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह लें
गर्भावस्था के दौरान एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल करना असुरक्षित हो सकता है. हालांकि, इंसानों से जुड़े शोध सीमित हैं लेकिन जानवरों पर किए शोधों से पता चलता है कि ये विकसित हो रहे शिशु पर हानिकारक प्रभाव डालता है. आपके डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित जोखिमों की तुलना करेंगें और उसके बाद ही इसे लेने की सलाह देंगें. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
स्तनपान के दौरान एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सुरक्षित है. अध्ययन से पता चला है की यह दवा ज्यादा मात्रा मैं ब्रेस्टमिल्क में नहीं जाती है और बच्चे के लिए हानिकारक नहीं है.
ड्राइविंग
UNSAFE
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन के इस्तेमाल से सजगता में कमी आ सकती है, आपकी दृष्टि प्रभावित हो सकती है या आपको नींद और चक्कर आने की शिकायत हो सकती है. इन लक्षणों के महसूस होने पर वाहन न चलाएं.
किडनी
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
किडनी के मरीजों के लिए एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल पूरी तरह सुरक्षित है. एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन की खुराक को कम या ज्यादा ना करें.
हालांकि, अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है तो अपने डॉक्टर को यह बताएं क्योंकि इस दवा को लेने के दौरान सावधानीपूर्वक डोज़ चुनने और किडनी फंक्शन टेस्ट की नियमित निगरानी करने की सलाह दी जाती है.
हालांकि, अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है तो अपने डॉक्टर को यह बताएं क्योंकि इस दवा को लेने के दौरान सावधानीपूर्वक डोज़ चुनने और किडनी फंक्शन टेस्ट की नियमित निगरानी करने की सलाह दी जाती है.
लिवर
सावधान
लिवर की बीमारियों से पीड़ित मरीजों में एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल सावधानी से किया जाना चाहिए. एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन
₹137/Injection
डेपोमैक्स एस 40mg इन्जेक्शन
बायोमैक्स लैबोरेटरीज
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ख़ास टिप्स
- एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन, सूजन, गंभीर एलर्जी, गंभीर बीमारियों के बढ़ने व और कई अन्य चिकित्सा समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है जिनके लिए या तो सूजन को कम करने या इम्यून सिस्टम के दमन की आवश्यकता होती है.
- इसका इस्तेमाल डॉक्टर द्वारा निर्धारित मात्रा या अवधि से अधिक समय तक न करें.
- एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन से आपको संक्रमण से लड़ने मे मुश्किल हो सकती है. यदि आपको संक्रमण के लक्षण दिखें जैसे कि बुखार या गले में खराश तो तुरंत डॉक्टर को सूचित करें.
- जब आप एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन लेना शुरू करते हैं तो मूड बदलना या पेट की समस्या जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं. अगर ये आपको परेशान करता है तो अपने डॉक्टर को जानकारी दें.
- अपने डॉक्टर से सलाह लिए बिना एमपीएसएस 40mg इन्जेक्शन लेना बंद न करें, क्योंकि इससे आपके लक्षण और भी गंभीर हो सकते हैं.
फैक्ट बॉक्स
रासायनिक वर्ग
Glucocorticoids
लत लगने की संभावना
नहीं
चिकित्सीय वर्ग
OPHTHAL OTOLOGICALS
एक्शन क्लास
Glucocorticoids
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. p. 1146.
मार्केटर की जानकारी
Name: चंद्र भगत फार्मा प्राइवेट लिमिटेड
Address: 501, द ब्यूरो, आर सी मार्ग, एनआर.चेम्बूर नाका, चेम्बूर ईस्ट, मुंबई - 400071
मूल देश: भारत
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