एफजीटी 40 टैबलेट
डॉक्टर की पर्ची ज़रूरी है

परिचय
एफजीटी 40 टैबलेट को भोजन के साथ या भोजन के बिना लिया जा सकता है. गठिया अटैक न होने पर भी आपको इसे अपने डॉक्टर के सुझाव के अनुसार लेते रहना चाहिए. अगर आप रुकते हैं, तो आपके लक्षण, आपके जोड़ों में अधिक क्रिस्टल बनने के कारण अधिक खराब हो सकते हैं. आप अपने डाइट में कुछ बदलाव करके खुद की मदद कर सकते हैं (जैसे. शराब और मांसाहारी भोजन से बचें और बहुत सारे तरल पदार्थ पीएं.
इस दवा के कुछ सामान्य दुष्प्रभाव हैं लिवर कार्यप्रणाली में असामान्यताएं, मिचली आना , मिचली आना , और चकत्ते. जब आप पहली बार दवा लेना शुरू करते हैं तो आपके गठिया के लक्षण (जोड़ों में गंभीर दर्द, गर्मी और लालिमा) अस्थायी रुप से बढ़ सकते है. हालांकि, दवा लेना बंद न करें. आपका डॉक्टर इन लक्षणों को कम करने या रोकने में मदद करने के लिए कुछ दर्द निवारक और अतिरिक्त दवाएं लेने की सलाह दे सकता है. यदि आपको लिवर की बीमारी का कोई लक्षण जैसे लगातार मिचली आना , गहरे रंग का पेशाब, या आंख या त्वचा का पीलापन मिलता है तो अपने डॉक्टर को तुरंत बताएं.
इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको हृदय की समस्या, स्ट्रोक, थायरॉइड, किडनी या लिवर से संबंधित कोई समस्या है तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं. अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करवा रही हैं, तो इस दवा को न लेना ही बेहतर होता है. अपने डॉक्टर को बताएं. इस दवा को लेने के दौरान, यह जांचने के लिए कि आपका लिवर सही तरीके से काम कर रहा है, आपको नियमित ब्लड टेस्ट की आवश्यकता होगी.
एफजीटी टैबलेट के मुख्य इस्तेमाल
एफजीटी टैबलेट के फायदे
गठिया के इलाज में
एफजीटी टैबलेट के साइड इफेक्ट
एफजीटी के सामान्य साइड इफेक्ट
- मिचली आना
- त्वचा पर रैश
- लीवर की कार्यक्षमता में असामान्य बदलाव
- जोड़ों का दर्द
- रैश
एफजीटी टैबलेट का इस्तेमाल कैसे करें
एफजीटी टैबलेट किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
एफजीटी 40 टैबलेट के कारण चक्कर आना, नींद आना, धुंधलापन, किसी अंग का सुन्न पड़ना, सिहरन महसूस होना आदि समस्याएं हो सकती हैं. इससे आपका गाड़ी चलाने की क्षमता प्रभावित हो सकती है.
इन मरीजों में एफजीटी 40 टैबलेट के इस्तेमाल संबंधी बहुत कम जानकारी उपलब्ध है.
इन मरीजों में एफजीटी 40 टैबलेट के इस्तेमाल संबंधी बहुत कम जानकारी उपलब्ध है.
अगर आप एफजीटी टैबलेट लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- आपके डॉक्टर ने गठिया अटैक के एपिसोड को कम करने के लिए एफजीटी 40 टैबलेट लेने की सलाह दी है.
- इसे हर रोज खाने के साथ या खाने के बिना लें.
- इस दवा का सेवन करते समय रोजाना पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ (2-3 लीटर) लें.
- जब आप पहली बार इस दवा को लेना शुरू करते हैं, तो आपके गठिया अटैक में बढ़ोत्तरी हो सकती है. गठिया का एक्यूट अटैक होने पर एफजीटी 40 टैबलेट को न रोकें क्योंकि इससे अटैक और अधिक बिगड़ सकता है.
- इस दवा को लेते समय शराब का सेवन न करें क्योंकि इससे आपका गठिया अधिक गंभीर हो सकता है.
- यदि आपको दाने, खुजली, सांस लेने में कठिनाई, बुखार, या अंगों या चेहरे की सूजन जैसे लक्षण नजर आते हैं तो इस दवा को लेना बंद कर दें और अपने डॉक्टर को बताएं.
फैक्ट बॉक्स
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
एफजीटी 40 टैबलेट का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
एफजीटी 40 टैबलेट के क्या दुष्प्रभाव हैं?
मुझे एफजीटी 40 टैबलेट कितने समय तक लेना चाहिए?
एफजीटी 40 टैबलेट लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?
क्या एफजीटी 40 टैबलेट से किडनी को नुकसान हो सकता है?
अगर मैं ठीक हूं और जोड़ों में दर्द या सूजन नहीं है, तो क्या मैं अपने आप एफजीटी 40 टैबलेट लेना बंद कर सकता/सकती हूं?
एफजीटी 40 टैबलेट लेते समय मुझे क्या बातें पता होनी चाहिए?
क्या एफजीटी 40 टैबलेट से लिवर की कोई समस्या हो सकती है?
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Grosser T, Smyth E, FitzGerald GA. Anti-Inflammatory, Antipyretic, and Analgesic Agents; Pharmacotherapy of Gout. In: Brunton LL, Chabner BA, Knollmann BC, editors. Goodman & Gilman’s: The Pharmacological Basis of Therapeutics. 12th ed. New York, New York: McGraw-Hill Medical; 2011. pp. 997-98.
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 534-35.







