Category: आयुर्वेदिक दवाएं

आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के मुख्य लक्ष्य

यह निर्विवादित सत्य है कि आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा विधाएं हैं। ये विशुद्ध-रूप से भारतीय…

6 years ago

Hingvadi Gutika: गुणों से भरपूर है हिंग्वादि गुटिका- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

हिङ्ग्वम्लवेतसव्योषयमानीलवणत्रिकै। बीजपूररसोपेतैगुटिका वातशूलनुत्।। भै.र.30/19, च.द.26/18 क्र.सं. घटक घटक द्रव्य प्रयोज्यांग अनुपात हींग निर्यास 1 भाग अम्लवेतस 1 भाग शुण्ठी कन्द…

6 years ago

Saubhagya Vati Prasuta: अमृत के सामान है सौभाग्य वटी- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

क्र.सं. घटक द्रव्य प्रयोज्यांग अनुपात 1. शुद्ध पारद (Mercury) 1 भाग 2. शुद्ध गन्धक(Sulphur) 1 भाग 3. लौह भस्म 1…

6 years ago

Saubhagya Vati: अमृत के सामान है सौभाग्य वटी- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

सौभाग्यामृतजीरपञ्चलवणव्योषाभया। क्षामलानिश्चन्द्राभकशुद्धगन्धकरसानेकीकृतान भावयेत् । निर्गुण्डीयुगभृङ्गराजकवृषापामार्गपत्रोल्लसत्प्रत्येकस्वरसेन सिद्धवटिका हन्ति त्रिदोषोदयम् ।। येषां शीतमतीव दाहमखिलं स्वेदद्रावार्द्रीकृंनिद्रं घोरतरां समस्तकरणव्यामोहमूढं मन । शूलं श्वासबलासकाससहितं मूर्च्छा।…

6 years ago

Sukha Virechana Vati: गुणों से भरपूर है सुखविरेचन वटी- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

सुखविरेचन वटी क्र.सं. घटक द्रव्य प्रयोज्यांग अनुपात शुद्ध जयपाल (Croton tiglium Linn.) बीज मज्जा 13 बीज शुण्ठी चूर्ण (Zingiber officinale…

6 years ago

Shul Varjini Vati: शूलवज्रिणी वटी दूर करे कई बीमारियां- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

रसगन्धकलोहानां पलार्द्धेन समन्वितम्। त्रिफला रामठं शल्वं शटी त्रिकटुटङकणम्।। पत्रं त्वगेला तालीशं जातीफललवङ्गकम्। यमानी जीरकं धान्यं प्रत्येकं तोलकं मतम्।। माषैका वटिका…

6 years ago

Shukramatrika Vati: अमृत के सामान है शुक्रमातृका वटी- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

गोक्षुरबीजं त्रिफला पत्रमेला रसाञ्जनम्। धान्यकं चविका जीरं तालीशं टङकदाडिमौ।।। प्रत्येकार्द्धपलं दत्त्वा गुग्गुलो कर्षमेव च। रसाभगन्धलौहानां प्रत्येकञ्च पलं क्षिपेत्।। सर्वमेकीकृं वैद्यो…

6 years ago

Lashunadi Vati: लशुनादि वटी – एक नाम, कई लाभ- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

लशुनजीरकसैन्धवगन्धकं त्रिकटुरामठचूर्णमिदं समम्। सपदिनिम्बुरसेन विषूचिकां हरतियोरतिभोगविचक्षणे।। वै.जी. क्षयरोगादिचिकित्सा क्र.सं. घटक द्रव्य प्रयोज्यांग अनुपात लशुन (Allium sativum Linn.) गुठली 1 भाग…

6 years ago

Muktadi Vati: बहुत हितकारी है मुक्तादि वटी- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

क्र.सं. घटक द्रव्य प्रयोज्यांग अनुपात मोती पिष्टी 24 ग्राम स्वर्ण वर्क 7.2 ग्राम चाँदी का वर्क 12 ग्राम नागकेशर (…

6 years ago

Marichadi Gutika: मरिचादि गुटिका – एक नाम, कई लाभ- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

मरिचं कर्षमात्रं स्यात्पिप्पली कर्षसंमिता।। अर्धकर्षो यवक्षार कर्षयुग्मं च दाडिमम्। एतच्चूर्णीकृतं युञ्ज्यादष्टकर्षगुडेन हि।। शाणप्रमाणां गुटिकां कृत्वा वत्रे विधारयेत्। अस्याः प्रभावात्सर्वे।़ पि…

6 years ago