विरैफेरोनपेग 100mcg इन्जेक्शन
परिचय
विरैफेरोनपेग 100mcg इन्जेक्शन एक योग्य चिकित्सा पेशेवर द्वारा एक इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है. डॉक्टर द्वारा निर्धारित अवधि तक इसका सेवन जारी रखें. इलाज का समय, आपकी ज़रूरत और इलाज के प्रति आपके रिस्पॉन्स के अनुसार अलग-अलग होता है. आपको इसे ठीक वैसे लेना चाहिए जैसा आपके डॉक्टर ने बताया हो. इसे गलत तरीके से या अधिक मात्रा में लेने से बहुत गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. आपको दवा के फायदे दिखने या महसूस होने में कई हफ्ते या महीने लग सकते हैं लेकिन जब तक आपका डॉक्टर न कहे इसे लेना बंद न करें.
इस दवा के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट में सिरदर्द, चक्कर आना, नींद न आना, उल्टी, और मिचली आना शामिल हैं. यह दवा आपके खून में ब्लड सेल की संख्या को कम कर सकती है, जिससे इंफेक्शन की संवेदनशीलता बढ़ जाती है. इसलिए, अगर आप बुखार, ठंड लगना, रैश, सांस लेने में परेशानी, असामान्य ब्लीडिंग या चोट, और गहरे रंग का पेशाब नोटिस करते हैं तो अपने डॉक्टर को यह बात बताएं. थायरॉइड फंक्शन, लिवर फंक्शन, किडनी फंक्शन और सीरम इलेक्ट्रोलाइट लेवल के साथ अपने ब्लड सेल को चेक करने के लिए नियमित ब्लड टेस्ट की आवश्यकता होती है.
इसे लेने से पहले, अगर आपको लिवर या किडनी से संबंधित कोई समस्या है या आपको कोई मानसिक बीमारी है तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं. यदि आप यह दवा लेते समय मूड में बदलाव, डिप्रेशन , दृष्टि परिवर्तन और आत्महत्या जैसे विचार आदि का अनुभव करते हैं तो आपको इस बारे में अपने डॉक्टर को सूचित करना चाहिए. कई अन्य दवाएं इस दवा को प्रभावित कर सकती हैं, या इससे प्रभावित हो सकती हैं, इसलिए अपनी हेल्थकेयर टीम को उन सभी दवाओं के बारे में बताएं जो आप इस्तेमाल कर रहे हैं. गर्भावस्था या स्तनपान कराने के दौरान इस दवा को लेने का सुझाव नहीं दिया जाता है. प्रेगनेंसी से बचने के लिए इलाज के दौरान पुरुषों और महिलाओं दोनों द्वारा प्रभावी गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करना ज़रूरी है.
विरैफेरोनपेग इन्जेक्शन के मुख्य इस्तेमाल
- क्रोनिक हेपेटाइटिस सी वायरस इन्फेक्शन
विरैफेरोनपेग इन्जेक्शन के फायदे
क्रोनिक हेपेटाइटिस सी वायरस इन्फेक्शन में
विरैफेरोनपेग इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
विरैफेरोनपेग के सामान्य साइड इफेक्ट
- पेट में दर्द
- आवेश
- चिंता
- धुंधली नज़र
- खांसी
- भूख में कमी
- सफेद रक्त कोशिकाओं ( वाइट ब्लड सेल्स ) की संख्या में कमी
- डिप्रेशन
- चक्कर आना
- ड्राइनेस इन माउथ
- थकान
- सिरदर्द
- ख़राब एकाग्रता
- अपच
- अनिद्रा (नींद में कठिनाई)
- मिचली आना
- घबराहट
- गले में खराश
- स्टोमेटाइटिस (मुंह की सूजन)
- वायरल संक्रमण
- उल्टी
विरैफेरोनपेग इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
विरैफेरोनपेग इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
मरीज़ों को विरैफेरोनपेग 100mcg इन्जेक्शन लेते समय चक्कर, दुविधा, नींद और थकान हो सकती है और उन्हें गाड़ी चलाने से परहेज़ की चेतावनी देनी चाहिए.
किडनी से पीड़ित मरीजों को सावधानीपूर्वक इसका इस्तेमाल करना चाहिए.
अगर आप विरैफेरोनपेग इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- विरैफेरोनपेग 100mcg इन्जेक्शन, वयस्कों में क्रोनिक हेपेटाइटिस सी का इलाज करने में मदद करता है.
- जब तक आप यह नहीं जानते कि आपको किस तरह से प्रभावित करता है, तब तक ड्राइव न करें या ऐसा कोई काम न करें जिसमें मानसिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है.
- इस दवा का सेवन करते समय और इलाज बंद करने के बाद 4 महीनों तक प्रेगनेंसी को रोकने के लिए एक विश्वसनीय गर्भनिरोधक विधि का इस्तेमाल करें.
- इस दवा से इलाज के दौरान, आपके ब्लड सेल, लिवर और थायरॉइड फंक्शन और लिपिड लेवल की निगरानी करने के लिए आपका डॉक्टर नियमित रूप से ब्लड टेस्ट करवा सकता है.
- अगर आपको इन्फेक्शन के कोई भी संकेत जैसे बुखार, गले में खराश या लाल चकत्ते दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर को तुरंत सूचित करें.
- अगर आपके व्यवहार, मूड या दृष्टि में कोई भी बदलाव आता है तो अपने डॉक्टर को सूचित करें.