वरप्रज़-एस इन्जेक्शन एक मिश्रित दवा है. यह अनेक प्रकार के बैक्टीरियल इंफेक्शन के इलाज के लिए दिया जाता है. यह सूक्ष्मजीवों को बढ़ने से रोकने के लिए सूक्ष्मजीवों के खिलाफ लड़ता है और संक्रमण को अधिक फैलने से रोकता है.
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन को केवल प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी की देखरेख में ही दिया जाना चाहिए. इस दवा को लेने के लिए कोई निर्धारित अपॉइंटमेंट न भूलें.. अगर आप बेहतर महसूस कर रहे हैं तो भी इलाज का कोर्स पूरा किया जाना चाहिए. इलाज को अचानक से बंद करना दवा की क्षमता पर असर डाल सकता है.
इस दवा के कुछ सामान्य दुष्प्रभाव जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, अपच आदि हैं. अगर इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट बढ़ जाते हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. अगर आपको किसी एलर्जिक रिएक्शन (चकत्ते, खुजली, सूजन, सांस फूलना, आदि) का अनुभव होता है, तो आपको तुरंत चिकित्सकीय मदद लेनी चाहिए.
इस दवा को लेने से पहले, अगर आप किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए कोई दवा ले रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए. गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे लेने से पहले डॉक्टर से भी परामर्श करना चाहिए. शराब पीने से बचें क्योंकि इस दवा से अत्यधिक बेहोशी हो सकती है. आमतौर पर यह आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता को प्रभावित नहीं करता है, लेकिन यदि आपको नींद आ रही है या चक्कर आ रहे हैं तो आपको ड्राइव नहीं करना चाहिए. ठीक होने की रफ्तार बढ़ाने के लिए आपको पर्याप्त आराम करना चाहिए, साथ ही सेहत के लिए अच्छा आहार भी लेना चाहिए और खूब सारा पानी पीना चाहिए. आपके शरीर पर इस दवा के असर को जानने के लिए आपका डॉक्टर कुछ लैबोरेटरी और डायग्नोस्टिक टेस्ट के लिए कह सकता है.
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन में दो अलग-अलग दवाएं, सेफोपेराज़ोन और सलबैक्टम मौजूद हैं, जो बैक्टीरिया को मारने के लिए एक साथ काम करते हैं जो संक्रमण का कारण बनते हैं. सेफोपेराज़ोन बैक्टीरिया की वृद्धि को रोककर काम करता है. सल्बैक्टम प्रतिरोध कम करता है और बैक्टीरिया के खिलाफ सेफोपेराज़ोन की गतिविधि बढ़ाता है.
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन का इस्तेमाल कई अलग-अलग बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण , जैसे कान, साइनस, गले, फेफड़े, मूत्रमार्ग, त्वचा और मुलायम टिश्यू के इलाज के लिए किया जा सकता है. यह दवा आमतौर पर आपको कुछ ही दिनों में बेहतर महसूस कराती है लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए, कि सभी बैक्टीरिया मर गए हैं और रेज़िज़्टेन्ट नहीं होंगे, आपको इसे बताए गए अनुसार लेते रहना चाहिए, चाहे आप बेहतर महसूस कर रहे हों.
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें
वैर्परैज़-एस के सामान्य साइड इफेक्ट
सफ़ेद रक्त कोशिकाओं (वाइट ब्लड सेल्स) में कमी
सफेद रक्त कोशिकाओं (वाइट ब्लड सेल्स) की संख्या में कमी
Decreased hemoglobin
Decreased hematocrit level
ब्लड प्लेटलेट्स कम होना
कोऐग्युलेशन डिसऑर्डर
सफ़ेद रक्त कोशिकाओं (वाइट ब्लड सेल्स) में वृद्धि
डायरिया
मिचली आना
अलैनिन एमिनोट्रांसफरेज में वृद्धि
एस्पार्टेट एमिनोट्रांसफरेज में वृद्धि
इन्क्रीज़्ड एल्कलाइन फॉस्फटेज़ लेवल इन ब्लड
उल्टी
खून में बिलिरूबिन बढ़ जाना
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
आपका डॉक्टर या नर्स आपको यह दवा देगा. कृपया स्वयं उपयोग ना करें.
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन दो दवाओं का मिश्रण हैःसेफोपेराज़ोन और सल्बैक्टम. सेफोपेराज़ोन एक एंटीबायोटिक है. यह बैक्टीरिया प्रोटेक्टिव कवरिंग के निर्माण को रोककर काम करता है जो बैक्टीरिया के जीवित रहने के लिए आवश्यक है. सल्बैक्टम एक बीटा-लैक्टामेज इनहिबिटर है जो प्रतिरोध को कम करता है और बैक्टीरिया के खिलाफ सेफोपेराज़ोन की गतिविधि को बढ़ाता है.
सुरक्षा संबंधी सलाह
अल्कोहल
असुरक्षित
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन लेते समय शराब का सेवन करने से फ्लशिंग, हृदय दर में बढ़ोत्तरी, मिचली आना , प्यास, छाती में दर्द और कम ब्लड प्रेशर (डाईसल्फीराम रिएक्शन) जैसे लक्षण आ सकते हैं.
गर्भावस्था
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन को आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल करने लिए सुरक्षित माना जाता है. जानवरों पर किए अध्ययनों में पाया गया कि विकसित हो रहे शिशु पर इसका कम या कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ; हालाँकि इससे संबंधित अध्ययन सीमित हैं.
स्तनपान
डॉक्टर की सलाह पर सुरक्षित
स्तनपान के दौरान वरप्रज़-एस इन्जेक्शन का इस्तेमाल सुरक्षित है. अध्ययन से पता चला है की यह दवा ज्यादा मात्रा मैं ब्रेस्टमिल्क में नहीं जाती है और बच्चे के लिए हानिकारक नहीं है.
ड्राइविंग
डॉक्टर की सलाह लें
यह ज्ञात नहीं है कि वरप्रज़-एस इन्जेक्शन का गाड़ी चलाने की क्षमता पर असर पड़ता है या नहीं. यदि ऐसा कुछ भी मसहूस होता है तो गाड़ी ना चलाएं.
किडनी
डॉक्टर की सलाह लें
ऐसे मरीज जिन्हें किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है, उनके वरप्रज़-एस इन्जेक्शन के इस्तेमाल से जुड़ी जानकारी बहुत कम है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
लिवर
डॉक्टर की सलाह लें
लीवर की बीमारी से पीड़ित मरीजों में वरप्रज़-एस इन्जेक्शन के उपयोग से जुड़ी सीमित जानकारी उपलब्ध है. कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
अगर आप वरप्रज़-एस इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
अगर आप वरप्रज़-एस इन्जेक्शन की कोई खुराक लेना भूल गए हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें.
सभी विकल्प
यह जानकारी सिर्फ सूचना के उद्देश्य से है. कृपया कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.
आपको बैक्टीरियल इन्फेक्शन्स के इलाज के लिए इस कॉम्बिनेशन दवा को लेने की सलाह दी गई है भले ही उन्होंने प्रतिरोध विकसित कर लिया हो.
भले ही आप बेहतर महसूस करना शुरू कर दें, तो भी निर्धारित कोर्स को खत्म करें. समय से पहले बंद करने पर इंफेक्शन फिर से वापस आ सकता है और फिर इलाज करना और भी मुश्किल हो सकता है.
दस्त एक दुष्प्रभाव की तरह हो सकते हैं. वरप्रज़-एस इन्जेक्शन के साथ प्रोबायोटिक्स लेने से मदद मिल सकती है. अपने डॉक्टर से बात करें यदि मल में खून आ रहा है या पेट में ऐंठन महसूस हो रहा है.
अगर इसे लेने से आपको खुजली वाले रैश, चेहरे, गले या जीभ पर सूजन या सांस लेने में कठिनाई होने लगे तो वरप्रज़-एस इन्जेक्शन लेना बंद कर दें और अपने डॉक्टर को तुरंत सूचित करें.
फैक्ट बॉक्स
लत लगने की संभावना
नहीं
चिकित्सीय वर्ग
एंटी इन्फेक्टिव
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन क्या है?
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन दो दवाओं का मिश्रण हैःसेफोपेराज़ोन और सल्बैक्टम. सेफोपेराज़ोन एक एंटीबायोटिक है जो बैक्टीरिया के अस्तित्व के लिए आवश्यक बैक्टीरियल सुरक्षा आवरण के निर्माण को रोककर काम करता है. सल्बैक्टम एक बीटा-लैक्टामेज इनहिबिटर है जो प्रतिरोध को कम करता है और बैक्टीरिया के खिलाफ सेफोपेराज़ोन की गतिविधि को बढ़ाता है.
वरप्रज़-एस इन्जेक्शन को कितना समय लगता है?
आमतौर पर, वरप्रज़-एस इन्जेक्शन इसे लेने के तुरंत बाद काम करना शुरू करता है. हालांकि, सभी हानिकारक बैक्टीरिया को मारने और आपको बेहतर महसूस करने में कुछ दिन लग सकते हैं.
प्र. अगर वरप्रज़-एस इन्जेक्शन का इस्तेमाल करने के बाद भी मैं ठीक नहीं होता हूँ तो क्या करूं?
अगर इलाज का कोर्स पूरा करने के बाद भी आप बेहतर महसूस नहीं कर रहे हैं, तो इस बारे में डॉक्टर को बताएं. इसके अलावा, अगर इस दवा का उपयोग करते समय आपके लक्षण और भी खराब हो रहे हैं तो उसे सूचित करें.
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.
रिफरेंस
Sterile cefoperazone. New York, New York, Pfizer Inc.; 2015. [Accessed 09 Apr. 2019] (online) Available from:
PubChem. Sulbactam Sodium. [Accessed 09 Apr. 2019] (online) Available from:
मार्केटर की जानकारी
Name: वरेण्यम हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड
Address: 2, वीतराग अपार्टमेंट, करेलीबाग़, वड़ोदरा-390018, गुजरात, भारत