एपिरुबिटेक 50mg इन्जेक्शन
परिचय
इसे योग्य मेडिकल प्रोफेशनल द्वारा अत्यंत सावधानी के साथ नसों में ड्रिप या इन्फ्यूजन के रूप में दिया जाता है. इसका उपयोग अकेले या कभी-कभी कॉम्बिनेशन कीमोथेरेपी के भाग के रूप में कुछ अन्य दवाओं के साथ किया जा सकता है. आपका डॉक्टर निर्णय लेगा कि आवश्यक खुराक क्या है और आपको कितनी बार इसे लेने की जरूरत है. यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आपका इलाज किस स्थिति के लिए चल रहा है और यह समय-समय पर बदल सकता है. आपको इसे ठीक वैसे लेना चाहिए जैसा आपके डॉक्टर ने बताया हो. इसे गलत तरीके से या अधिक मात्रा में लेने से बहुत गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. आपको दवा के फायदे दिखने या महसूस होने में कई हफ्ते या महीने लग सकते हैं लेकिन जब तक आपका डॉक्टर न कहे इसे लेना बंद न करें. यह गर्भनिरोधक गोलियों की प्रभाविकता को कम करता है, इसलिए महिलाओं और पुरुषों दोनों को इलाज के दौरान एक भरोसेमंद गर्भनिरोधक उपाय का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.
इस दवा के सबसे आम साइड इफेक्ट में मिचली आना , ब्लड प्लेटलेट्स कम होना , बाल झड़ना , माहवारी ना होना , बुखार और रैश शामिल हैं. यह आपके रक्त में रक्त कोशिकाओं की संख्या को कम करने के लिए जाना जाता है, जिससे इंफेक्शन की संवेदनशीलता बढ़ जाती है. ये संक्रमण कभी-कभी जानलेवा हो सकते हैं. इस दवा से इलाज के दौरान किडनी, लिवर और हार्ट फंक्शन के साथ नियमित ब्लड टेस्ट की आवश्यकता होती है.
इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको लिवर की बीमारी है, या दिल की समस्या है तो अपने डॉक्टर को बताएं. आपके डॉक्टर को अन्य सभी दवाओं के बारे में भी जानना चाहिए जो आप ले रहें हैं क्योंकि इनमें से कई इस दवा को कम प्रभावी बना सकती हैं या इसके काम करने के तरीके को बदल सकती हैं. अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं तो अपने डॉक्टर को बताएं.
एपिरुबिटेक इन्जेक्शन के मुख्य इस्तेमाल
एपिरुबिटेक इन्जेक्शन के फायदे
कैंसर में
एपिरुबिटेक इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट
एपिरुबिटेक के सामान्य साइड इफेक्ट
- ब्लड प्लेटलेट्स कम होना
- मिचली आना
- बाल झड़ना
- माहवारी ना होना
- बुखार
- एनीमिया (लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में कमी)
- डायरिया
- वजन घटना
- सफ़ेद रक्त कोशिकाओं (वाइट ब्लड सेल्स) में कमी
- हॉट फ़्लैश
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इन्फ्लेमेशन
- रैश
- कम ऊर्जा
- आंखों से जुड़ी समस्या
एपिरुबिटेक इन्जेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें
एपिरुबिटेक इन्जेक्शन किस प्रकार काम करता है
सुरक्षा संबंधी सलाह
एपिरुबिटेक 50mg इन्जेक्शन के कारण मिचली आना और उल्टी जैसा हो सकता है, जिसकी वजह से अस्थायी रूप से ड्राइव करने की क्षमता की कमी आ सकती है.
सीरम क्रिएटिनिन के रोगियों में कम खुराक पर विचार किया जा सकता है > 5 mg/dl.
लिवर की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को एपिरुबिटेक 50mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है.
अगर आप एपिरुबिटेक इन्जेक्शन लेना भूल जाएं तो?
सभी विकल्प
ख़ास टिप्स
- एपिरुबिटेक 50mg इन्जेक्शन का इस्तेमाल अकेले या अन्य दवाओं के साथ मिलाकर विभिन्न प्रकार के कैंसर का इलाज करने के लिए किया जाता है.
- इसे डॉक्टर या नर्स द्वारा नसों में ड्रिप के माध्यम से (इंट्रावेनस इन्फ्यूजन) दिया जाता है.
- इससे आपको थकान या नींद महसूस हो सकती है. जब तक आप यह नहीं जानते कि आपको किस तरह से प्रभावित करता है, तब तक ड्राइव न करें या ऐसा कोई काम न करें जिसमें मानसिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है.
- इस दवा का सेवन करते समय और इलाज बंद करने के बाद 6 महीनों तक प्रेगनेंसी को रोकने के लिए एक विश्वसनीय गर्भनिरोधक विधि का इस्तेमाल करें.
- इस दवा से इलाज के दौरान, आपके ब्लड सेल, लिवर और हार्ट फंक्शन की निगरानी करने के लिए आपका डॉक्टर नियमित रूप से ब्लड टेस्ट करवा सकता है.
- अगर आपको इन्फेक्शन के कोई भी संकेत जैसे बुखार, गले में खराश या लाल चकत्ते दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर को तुरंत सूचित करें.
फैक्ट बॉक्स
यूजर का फीडबैक
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या एपिरुबिटेक 50mg इन्जेक्शन एक वेसिकेंट है (एजेंट जो टिश्यू ब्लिस्टरिंग और क्षति का कारण बनता है)?
एपिरुबिटेक 50mg इन्जेक्शन कितना प्रभावी है?
Disclaimer:
टाटा 1mg's का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उसके उपभोक्ताओं को एक्सपर्ट द्वारा जांच की गई, सटीक और भरोसेमंद जानकारी मिले. हालांकि, यहां निहित जानकारी का उपयोग एक योग्य चिकित्सक की सलाह के लिए विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए. यहां दिए गए विवरण सिर्फ़ आपकी जानकारी के लिए हैं. यह संभव है कि इसमें स्वास्थ्य संबधी किसी विशेष समस्या, लैब टेस्ट, दवाओं और उनके सभी संभावित दुष्प्रभावों, पारस्परिक प्रभाव और उनसे जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनियों के बारे में सारी जानकारी सम्मिलित ना हो। किसी भी दवा या बीमारी से जुड़े अपने सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. हमारा उद्देश्य डॉक्टर और मरीज के बीच के संबंध को मजबूत बनाना है, उसका विकल्प बनना नहीं.रिफरेंस
- Chabner BA, Bertino J, Cleary J, et al. Cytotoxic Agents. In: Brunton LL, Chabner BA, Knollmann BC, editors. Goodman & Gilman’s: The Pharmacological Basis of Therapeutics. 12th ed. New York, New York: McGraw-Hill Medical; 2011. p. 1715.
- Chu E, Sartorelli AC. Cancer Chemotherapy. In: Katzung BG, Masters SB, Trevor AJ, editors. Basic and Clinical Pharmacology. 11th ed. New Delhi, India: Tata McGraw Hill Education Private Limited; 2009. p. 952.
- Briggs GG, Freeman RK, editors. A Reference Guide to Fetal and Neonatal Risk: Drugs in Pregnancy and Lactation. 10th ed. Philadelphia, PA: Wolters Kluwer Health; 2015. pp. 478-79.