Categories: स्वस्थ भोजन

Kamrakh: करिश्माई ढंग से फायदा करता है कमरख – Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

Contents

कमरख का परिचय (Introduction of Kamrakh)

कमरख (starfruit in hindi) एक प्रकार का फल है। प्राचीन काल से कमरख का प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जा रहा है। पुराणों और कई आयुर्वेदिक ग्रन्थों में कमरख का वर्णन कर्मरंग नाम से देखने को मिलता रहा है। कमरख के उपयोग से कफ-वात, पित्त विकार को ठीक किया जा सकता है। कमरख भूख जगाने वाला और रुचिकारक होता है।

Where is Kamrakh Found or Grown

आयुर्वेदिक ग्रंथों में कमरख के औषधीय गुणों के बारे में बहुत अच्छी बातें बताई गई हैं। यह बताया गया है कि कमरख (kamranga fruit) स्वाद में मीठा और प्रकृति में अम्लीय होता है। इसकी तासीर गर्म और भारी होती है। यह तीखा भी होता है। इसका पका हुआ फल मीठा और ताकत देने वाला होता है। आइए जानते हैं कि औषधि के रूप में आप कमरख का इस्तेमाल (carambola fruit uses) कैसे कर सकते हैं।

कमरख क्या है? (What is Kamrakh?)

कमरख (starfruit in hindi) के फल खट्टे और मीठे दोनों किस्म के होते हैं। फल खुशबूदार और गूदेदार होते हैं। ये फल रसीले भी होते हैं। खट्टे और मीठे फलों के आधार पर कमरख की दो प्रजातियाँ होती हैं। इन दोनों का प्रयोग दवाओं के लिए होता है। कमरख के पत्तों का रस रक्तचाप कम करने में मदद प्रदान करता है।

कमरख (carambola fruit uses) का पेड़ 5 से 10 मीटर ऊँचा होता है। यह पेड़ काफी घना और सुन्दर होता है। इसमें कई शाखाएं-प्रशाखाएं होती हैं। इसके पत्ते साल भर हरे रहते हैं। इसकी शाखाएँ काफी घनी होती हैं। कमरख के फल 7.5 से 10 सेंटी मीटर लम्बे होते हैं। ये फल कच्चे रहने पर हरे और पाक जाने पर पीले रंग के होते हैं। इन फलों में 3 से 5 तक की संख्या में सिरे होते हैं। कई बार ये तारे के आकार के होते हैं।

अनेक भाषाओं में कमरख के नाम (Kamrakh Called in Different Languages)

कमरख (starfruit in hindi) औक्जैलिडेसी (Oxalidaceae) कुल का पौधा है। इसका वानस्पतिक (वैज्ञानिक) नाम ऐवेरोआ कैरेम्बोला (Averrhoa carambola L.) है। वनस्पति विज्ञान में इसे ऐवेरोआ एक्युटेंगुला  स्टोक्स (Averrhoa acutangula Stokes) भी कहा जाता है। कमरख को अंग्रेजी में Carambola apple (कैरम्बोला एपॅल) कहते हैं। अंग्रेजी में इसके लिए चाईनीज गूसबैरी (Chinese gooseberry) और स्टार फ्रूट (Star fruit) जैसे नाम भी प्रयोग किये जाते हैं। आइये, जानते हैं कि हिंदी समेत अन्य भाषाओं में कमरख के नाम क्या क्या हैं:-

Kamrakh in –

  • Hindi (star fruit in hindi)हिन्दी-कमरख, करमल, कमरङ्ग
  • English (kamranga fruit)- Carambola apple (कैरम्बोला एपॅल), चाईनीज गूसबैरी (Chinese gooseberry), स्टार फ्रूट (Star fruit)
  • Sanskrit – कर्मरङ्गम्, विशाल, बृहदम्ल, रुजाकर, शुकप्रियम्
  • Urduकमरख (Kamrakh)
  • Assamese – कारदई (Kardai)
  • Oriya – कोरोमोन्गा (Koromonga);
  • Kannada – दारेहुलि (Darehuli), कमरंगा (Kamranga)
  • Gujaratiकमरख (Kamrakh), तमरक (Tamrak)
  • Teluguतमरता (Tamarata), करमोंगा (Karmonga)
  • Tamilतमरट्टई (Tamarattai), सगदम (Sagdam)
  • Bengali – कमरंगा (Kamranga)
  • Nepaliमधोन फल (Madhon phal)
  • Marathi (star fruit in marathi) कमलर (Kamlar), कर्मर (Karmar), कमरख (Kamrakh)
  • Malayalam – कमरंगम (Kamrangam), पुलिन्जी (Pulingi)

कमरख के औषधीय प्रयोग से लाभ (Kamrakh Benefits and Uses)

आप कमरख (star fruit) का औषधीय प्रयोग इन तरीकों से कर सकते हैंः-

सांसों के रोग (दमा की दवा) में कमरख का प्रयोग लाभदाय (Uses of Kamrakh in Fighting with Asthma in Hindi)

दमा के रोगियों को सांस में दिक्कत आती है और थोड़ी सी भी मेहनत करने पर सांस फूलने लगती है। यह रोग असाध्य होने की हालत में कमरख के बीज का 1 से 2 ग्राम चूर्ण का सेवन करें। इससे दमा पर नियंत्रण होता है और शीघ्र आराम (carambola fruit uses) मिलता है।

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए करें कमरख का इस्तेमाल (Kamrakh is Beneficial for Healthy Heart in Hindi)

कमरख (star fruit) का सेवन हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। खासकर, एन्जाइना (Angina) नामक बीमारी में कमरख के पत्तों का का काढ़ा बनाकर सेवन करें। इसका 10 से 20 मिली सेवन करने से लाभ होता है।

पेचिश से आराम दिलाये कमरख का उपयोग (Benefits of Kamrakh to Stop Dysentery in Hindi)

उल्टी और दस्त होने की हालत में कमरख के फल बेहद लाभदायक होते हैं। इनके सेवन से अत्यधिक प्यास लगना भी रुकता है। कमरख (kamranga fruit) के फल का 5 से 10 मिली रस का सेवन करने से खूनी पेचिश की बीमारी ठीक होती है।

और पढ़ेंपेचिश में छोटी इलायची फायदेमंद

कमरख के सेवन से होते हैं पेट के रोग ठीक (Kamrakh Benefits in Cure Stomach Disease in Hindi)

कमरख का सेवन पेट को अनेक फायदे पहुंचाता है। कमरख (star fruit) के पत्तों का काढ़ा बनाकर 10 से 20 मिली मात्रा में पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।

कमरख के बीज के 1/2 ग्राम चूर्ण का सेवन करने से पेट का दर्द ठीक होता है।

और पढ़े: पेट की समस्या के घरेलू उपचार

कमरख के इस्तेमाल से खूनी बवासीर का इलाज (Kamrakh Uses in Piles Treatment in Hindi)

खूनी बवासीर के मरीज को कमरख के फल का 5 से 10 मिली रस रोजाना पिलाने से खूनी बवासीर में लाभ होता है। रस उपलब्ध नहीं हो तो 1 या 2 फल को रोज खाने से भी खून आना बंद हो जाता है।

कमरख के उपयोग से स्कर्वी का इलाज (Benefits of Kamrakh in Cure Scurvy in Hindi)

स्कर्वी (Scurvy) विटामिन सी की कमी से होने वाली एक बीमारी है। स्कर्वी से पीड़ित व्यक्ति को खून की कमी, अपंगता, लगातार खून बहना, इत्यादि समस्याएं आती रहती हैं। ऐसा होने पर पर रोगी को कमरख (kamrak fruit) के पके हुए फल खाने चाहिए। इससे रोगी को लाभ होता है।

और पढ़े: खून की कमी दूर करे प्रभाकर वटी

चर्म रोगों के उपचार में कमरख से लाभ (Kamrakh Benefits in Cure Skin Diseases in Hindi)

कमरख (carambola) के पत्तों तथा टहनियों को पीसकर लेप करने से दाद, खुजली, पामा आदि त्वचा चर्म रोगों का इलाज होता है।

और पढ़े- दाद से बचने के घरेलू उपाय

बुखार उतारने में कमरख से फायदा (Uses of Kamrakh in Fighting with Fever in Hindi)

कमरख फल का खाने से बुखार में लाभ होता है और कमजोरी भी दूर होती है। कमरख के सूखे फलों का चूर्ण बनाकर 1 से 2 ग्राम मात्रा में इसका सेवन करने से बुखार दूर हो जाता है। कमरख की जड़ का काढ़ा बनाकर 1 से 2 ग्राम तक लेने पर या हिम बनाकर पिलाने पर बुखार ख़त्म हो जाता है।

यदि बुखार के कारण शरीर में जलन महसूस हो रही हो तो कमरख (carambola) के 2 से 5 ग्राम पत्तों को पीस लें। इसमें 125 से 250 मिग्रा काली मिर्च का चूर्ण मिला लें। इस मिश्रण को जल के साथ घोंट लें। इस घोल को छान कर पिलाने से शरीर की जलन समाप्त हो जाती है।

और पढ़े: बुखार के लिए डाइट चार्ट

इस्तेमाल के लिए कमरख के उपयोगी भाग (How to Use Kamrakh)

कमरख (kamrak fruit) के निम्नलिखित अंगों का प्रयोग औषधि के लिए किया जाता है:-

  1. जड़
  2. पत्ते
  3. फल
  4. फूल
  5. बीज
  6. तना के ऊपर की लताएं

उपरोक्त अंगों के औषधि रूप में कमरख के प्रयोग (carambola fruit uses) के विभिन्न तरीके ऊपर बताये गए हैं। उसके अनुसार चिकित्सक के परामर्श से औषधि बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है।

कमरख के सेवन की मात्रा  (Dosage of Kamrakh)

  1. फल का रस 5-10 मिली
  2. अन्य रूप में चिकित्सक के परामर्शानुसार।

कमरख के प्रयोग के नुकसान  (Side Effects of Kamrakh)

कमरख (carambola) के अधिक सेवन से ये नुकसान हो सकते हैंः-

  • कमरख के फलों का बहु ज्यादा सेवन करने से कब्ज पैदा हो जाती है।
  • कच्चे फल ज्यादा मात्रा में खाने से छाती में दर्द तथा जलन हो सकती है।
  • इसलिए बेहतर होता है कि उपचार के लिए इसका प्रयोग करने से पहले चिकित्सक की राय ले ली जाए

कमरख कहाँ पाया या उगाया जाता है  (Where is Kamrakh Found or Grown)

कमरख (kamrak fruit) अपेक्षाकृत गर्म प्रदेशों में मिलता है। यह समस्त भारत के गर्म क्षेत्रों में तथा बाग बगीचों में मिलता है। यह उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र तथा उड़ीसा के मैदानी एवं पहाड़ी क्षेत्रों में 1200 मी की ऊँचाई तक पाया जाता है।

आचार्य श्री बालकृष्ण

आचार्य बालकृष्ण, आयुर्वेदिक विशेषज्ञ और पतंजलि योगपीठ के संस्थापक स्तंभ हैं। चार्य बालकृष्ण जी एक प्रसिद्ध विद्वान और एक महान गुरु है, जिनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में आयुर्वेदिक उपचार और अनुसंधान ने नए आयामों को छूआ है।

Share
Published by
आचार्य श्री बालकृष्ण

Recent Posts

कब्ज से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं पतंजलि दिव्य त्रिफला चूर्ण

आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, त्रिफला चूर्ण पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद है. जिन लोगों को अपच, बदहजमी…

12 months ago

डायबिटीज को नियंत्रित रखने में सहायक है पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर

डायबिटीज की बात की जाए तो भारत में इस बीमारी के मरीजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही…

12 months ago

त्वचा से जुड़ी समस्याओं के इलाज में उपयोगी है पतंजलि दिव्य कायाकल्प वटी

मौसम बदलने पर या मानसून सीजन में त्वचा से संबंधित बीमारियाँ काफी बढ़ जाती हैं. आमतौर पर बढ़ते प्रदूषण और…

1 year ago

युवाओं के लिए अमृत है पतंजलि दिव्य यौवनामृत वटी, जानिए अन्य फायदे

यौन संबंधी समस्याओं के मामले में अक्सर लोग डॉक्टर के पास जाने में हिचकिचाते हैं और खुद से ही जानकारियां…

1 year ago

मोटापे से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं पतंजलि मेदोहर वटी

पिछले कुछ सालों से मोटापे की समस्या से परेशान लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. डॉक्टरों के…

1 year ago

पेट से जुड़े रोगों को ठीक करती है पतंजलि दिव्य गोधन अर्क, जानिए सेवन का तरीका

अधिकांश लोगों का मानना है कि गौमूत्र के नियमित सेवन से शरीर निरोग रहता है. आयुर्वेदिक विशेषज्ञ भी इस बात…

1 year ago