थैलेसीमिया रक्त से जुड़ा एक रोग है जिसमें हीमोग्लोबिन के बनने की प्रक्रिया बिगड़ जाती है। इस रोग के कारण लाल रक्त कणों की उम्र घटने लगती है। यह एक आनुवांशिक रोग है और इस बीमारी के होने के बाद एनीमिया होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। थैलेसीमिया के मरीजों को अपने खानपान का विशेष ध्यान देना चाहिए और ऐसी चीजें खानी चाहिए जो लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल्स) को बढ़ाने में मदद करती हों। आइये जानते हैं थैलेसीमिया/ एप्लास्टिक एनीमिया के मरीजों को अपने खानपान में क्या बदलाव लाने चाहिए।
Contents
और पढ़ें: नाशपाती के फायदे
लाल रक्त कोशिकाएं (RBC) बढ़ाने के लिए विटामिन युक्त भोजन
और पढ़ें: अनानास के फायदे
सुबह उठकर बिना ब्रश किये ही खाली पेट 1-2 गिलास गुनगुना पानी पिएं और नाश्ते से पहले पतंजलि आवंला व एलोवेरा स्वरस पियें।
डाइट चार्ट
समय | आहार योजना ( शाकाहार ) |
नाश्ता (08:30AM) | 1कप दूध वाली पतंजलि दिव्य पेय + 2 चपाती (मिश्रित अनाज आटा, पतंजलि) + हरी पत्तेदार सब्जियां (नारियल तेल से बनी हुई) /फ़लों का सलाद (कीवी, स्ट्रॉबरी, अनार, एवोकाडो, अंगूर, पपीता, नाशपाती, अनानास, अमरुद, संतरा) |
दिन का भोजन (12:30-01:30 PM) | चावल -1 छोटी कटोरी +2-रोटी/चपाती (मिश्रित अनाज आटा, पतंजलि) + 1 कटोरी दाल + 1/2 कटोरी हरी पत्तेदार सब्जी +1 कटोरी सलाद (खीरा, चकुंदर, गाजर, टमाटर, नीम्बू, धनिया ) + आलू / शकरकंद । |
सांयकालीन (04:30 -05:00 pm ) | 1 कप पतंजलि दिव्य पेय + पतंजलि आरोग्य बिस्कुट /सब्जियों का सूप / सलाद/ 2-3 पतंजलिआरोग्य बिस्कुट/ |
रात्रि का भोजन(7:00-8:00 Pm) | 2-चपाती (मिश्रित अनाज आटा, पतंजलि) + 1 कटोरी दाल + 11/2 कटोरी हरी ( पत्तेदार सब्जी ) |
और पढ़े –
आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, त्रिफला चूर्ण पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद है. जिन लोगों को अपच, बदहजमी…
डायबिटीज की बात की जाए तो भारत में इस बीमारी के मरीजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही…
मौसम बदलने पर या मानसून सीजन में त्वचा से संबंधित बीमारियाँ काफी बढ़ जाती हैं. आमतौर पर बढ़ते प्रदूषण और…
यौन संबंधी समस्याओं के मामले में अक्सर लोग डॉक्टर के पास जाने में हिचकिचाते हैं और खुद से ही जानकारियां…
पिछले कुछ सालों से मोटापे की समस्या से परेशान लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. डॉक्टरों के…
अधिकांश लोगों का मानना है कि गौमूत्र के नियमित सेवन से शरीर निरोग रहता है. आयुर्वेदिक विशेषज्ञ भी इस बात…