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नाशपाती के फायदे , Benefits of Nashpati in Hindi

Contents

नाशपाती का परिचय (Introduction of Pear)

नाशपाती पौष्टिक गुणों से भरपूर फल (pear fruit) है जिसका आयुर्वेद में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। ये न सिर्फ त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है बल्कि कई तरह के बीमारियों को ठीक करने के लिए औषधि के रुप में काम भी करती है। आईये जानते हैं  नाशपाती के अनजाने फायदों (Benefits of Nashpati in Hindi) के बारे में कि, कैसे नाशपाती बीमारियों में फायदेमंद होती है।

नाशपाती के फायदे | Benefits of Nashpati

नाशपाती क्या है? (What is Pear fruit?)

नाशपाती पहाड़ी, बागी, जंगली तथा चीनी भेद से चार प्रकार की होती हैं। इनमें से पहाड़ी एवं बागी नाशपाती विशेष रुप से कोमल, मधुर व रसीली होती है। नाशपाती आकृति में सुराही जैसी होती है। इन्हें ही नाख या नाक कहते हैं। बाकी प्रकार की नाशपाती खट्टी या खट्टीमिठी होती है। नाशपाती से एक प्रकार की शराब बनाई जाती है। यह सेव की शराब की अपेक्षा कम मधुर एवं कम गुणवाली होती है। इसका प्रयोग अतिसार या दस्त आदि रोगों में लाभकारी होता है। चरक-संहिता और सुश्रुत-संहिता में टंक नाम से इसके बारे में थोड़ा उल्लेख मिलता है।

और पढ़ें – फेफड़े की सूजन में ज्योतिष्मती के फायदेयह लगभग 12 मी तक ऊँचा, शाखाओं वाला, पत्तों वाला, छोटा अमरूद के जैसा दिखने वाला वृक्ष होता है। नई शाखाएं काँटे जैसी नोंकदार होती हैं। इसके फल लगभग गोलाकार, मोटे, हरे अथवा पीले रंग के होते हैं।

नाशपाती ऐसा फल है जो पौष्टिक, रसीला और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। वैसे तो नाशपाती मधुर, एसिडिक या अम्लीय गुणों वाली, ठंडे तासिर की, छोटी, वात को कम करने वाली, पित्त को भी कम करने में मदद करने वाली तथा धातु को बढ़ाने वाला होती है। इसके साथ-साथ ये शुक्र या स्पर्म काउन्ट और क्वालिटी को बढ़ाने में भी मदद करती है। इसका फल दस्त या अतिसार में फायदेमंद होता है।

अन्य भाषाओं में नाशपाती के नाम (Name of Naspati in Different Languages)

  • नाशपाती का वानास्पतिक नाम: Pyrus communis Linn. (पाइरस कम्यूनिस) है।
  • नाशपाती Rosaceae (रोजेसी) कुल का होता है।
  • नाशपाती या अंग्रेज़ी नाम : Pear (पियर) होता है।

इसको अन्य भाषाओं में भिन्न भिन्न नामों से पुकारा जाता है।

Pear in-

  • Name of Pear Fruit in Sanskrit – अमृतफल, टङक;
  • Name of Pear fruit in Hindi – नाशपाती;
  • Name of Nashpati in Kashmiri – नाशपाती (Naspati), किशताबहिरा (Kishtabahira);
  • Name of Nashpati in Gujrati – नाशपाती (Nashpati);
  • Name of Nashpati in Tamil – पेरिक्के (Perikkay);
  • Name of Nashpati in Telugu – बेरिकाय (Berikaya), बेरिपांडु (Beripandu);
  • Name of Nashpati in Nepali – नाशपाती (Naspati);
  • Name of Nashpati in Punjabi – बटंग (Batang), बाटंक (Batank);
  • Name of Nashpati in Marathi – नाशपाती (Naspati)।
  • Name of Nashpati in English – कॉमन पियर (Common pear),  यूरोपियन पियर (European pear), पियर ट्री (Pear tree), वाईल्ड ट्री (Wild tree);
  • Name of Nashpati in Arbi – कस रया (Kas rya);
  • Name of Nashpati in Persian – नाशपाती (Nashpati), अमरूल (Amruel)।

नाशपाती के फायदे (Benefits and Uses of Nashpati in Hindi)

नाशपाती अपने ढेर सारे पौष्टिकता के गुणों के कारण रोगों का उपचार करने में  मदद करती है। चलिये नाशपाती के फायदे (Benefits of Nashpati in Hindi) के बारे विस्तार से जानते हैं कि ये कैसे और किन-किन रोगों में फायदेमंद है।

सिरदर्द में नाशपाती के फायदे (Pear Fruit Benefits in Headache in Hindi)

आजकल काम और अपने जीवन में आगे बढ़ने के दौड़ में लोग हमेशा तनाव में रहते हैं और जिसका फल ये होता है कि सिर में दर्द होने लगता है। नाशपाती का सेवन इस तरह से करने पर लाभ मिलता है। 10-20 मिली नाशपाती के फल के रस में चीनी, बेलगिरि चूर्ण, बेर चूर्ण, सेंधा नमक, काली मिर्च और भुना हुआ जीरा डालें। इस मिश्रण को पीने से सिर दर्द, मूत्र करते वक्त जलन या दर्द, रक्त की उल्टी तथा खाने में अरुचि जैसे बीमारियों में लाभ होता है।

और पढ़ें: सिरदर्द में पिस्ता के फायदे

आँख संबंधी रोगों से राहत दिलाये नाशपाती (Babugosha Fruit Benefits in Eye Diseases in Hindi)

आँख में जलन या आँख में दर्द जैसे किसी भी बीमारी में नाशपाती बहुत फायदेमंद (nashpati ke fayde) होता है। नाशपाती (nashpati fruit) को पीसकर नेत्र के बाहर चारों तरफ लगाने से नेत्ररोगों में लाभ होता है। [Go to: Nashpati fruit benefits in Hindi]

फेफड़े संबंधी बीमारियों में नाशपाती के फायदे (Naspati Benefits for Lungs Diseases in Hindi)

नाशपाती के फलों (nashpati fruit) का सेवन करने से यकृत व प्लीहा यानि स्पलीन संबंधी रोगों के अलावा , पाचनतंत्र संबंधी रोगों में लाभ होता है। इसके अलावा ये लंग्स या फेफड़े के बीमारी में भी फायदेमंद होता है। इसलिए रोज नाशपाती खाना अच्छा (nashpati ke fayde)होता है। [Go to: Nashpati fruit benefits in Hindi]

और पढ़ेंफेफड़े की सूजन में ज्योतिष्मती के फायदे

अग्निमांद्य या अपच में नाशपाती के फायदे (Nashpati Fruit to Treat Dyspepsia in Hindi)

डाइजेस्टिव टैक्ट में सूजन या इंफेक्शन (संक्रमण) होने पर पेट में सूजन हो जाता है जिसके कारण बदहजमी, एसिडिटी जैसी समस्याएं होने लगती है। 15-20 मिली नाशपाती फल के रस में 500 मिग्रा पिप्पली चूर्ण मिलाकर पिलाने से भूख लगती है। [Go to: Nashpati fruit benefits in Hindi]

और पढ़ें: पिप्पली के फायदे

अर्श या पाइल्स से दिलाये राहत नाशपाती (Pear Benefit to Get Relief from Piles in Hindi)

नाशपाती के मुरब्बे में 250 मिग्रा नागकेशर चूर्ण मिलाकर सेवन करने से बवासीर में लाभ होता है। इसके सेवन से दर्द और खून का निकलना कम होता है। [Go to: Nashpati fruit benefits in Hindi]

और पढेंपाइल्स में मंजिष्ठा के फायदे

किडनी की पथरी के इलाज में नाशपाती के फायदे (Naspati fruit to Treat Kidney Stone in Hindi )

आजकल खान-पान के कारण किडनी में स्टोन हो जाता है। नाशपाती का सेवन इस तरह से करने पर पथरी निकलने में मदद मिलती है। 10-15 मिली नाशपाती फल (nashpati fruit) के रस को सुबह शाम भोजन के पहले सेवन करने से वृक्काश्मरी व पित्ताश्मरी या किडनी का स्टोन टूट-टूट कर निकल जाती है। [Go to: Nashpati fruit benefits in Hindi]

त्वचा रोगों से राहत दिलाये नाशपाती (Pear for Skin Diseases in Hindi)

प्रदूषण के कारण आजकल त्वचा संबंधी बहुत तरह के रोग होने लगे हैं। नाशपाती के पत्तों को पीसकर त्वचा पर लगाने से त्वचा संबंधी समस्याओं में लाभ होता है तथा घाव में लगाने से घाव जल्दी भरता है। [Go to: Nashpati fruit benefits in Hindi]

दाग-धब्बों या झांइयों को दूर करे नाशपाती के फायदे ( Nashpati Fruit Benefits in Blemishes or Pigmentation in Hindi)

अक्सर तनाव के कारण या प्रदूषण के कारण चेहरे पर दाग धब्बे या झांइयां पड़ने लगती हैं। नाशपाती के पौधे के रस का प्रयोग व्यंग (झाँईया)  की चिकित्सा (nashpati ke fayde) में होता है। इसके रस के प्रयोग से मेलानिन का बनना नियंत्रित होता है, जिसके कारण दाग-धब्बे का होना कम हो जाता है। नाशपाती के गुण से दाग-धब्बे दूर होने लगते हैं। [Go to: Nashpati fruit benefits in Hindi]

और पढ़ेंः पिगमेंटेशन का घरेलू इलाज

सांप के काटने पर नाशपाती का उपयोग (Pear for Snake Bite in Hindi)

नाशपाती के पत्तों को पीसकर पिलाने से सांप ने जिस जगह पर काटा है उस जगह का  विषाक्त प्रभाव कम होता है। [Go to: Nashpati fruit benefits in Hindi]

और पढ़ें: सांप के काटने पर नागकेसर के फायदे

नाशपाती का उपयोगी भाग (Useful Parts of Nashpati)

आयुर्वेद में औषधि के तौर पर नाशपाती के फल (nashpati fruit) और पत्ते का सेवन किया जाता है।

नाशपाती का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?(How to Use Pear Fruit in Hindi?)

बीमारी के लिए नाशपाती के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए नाशपाती का उपयोग (nashpati ke fayde) कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।

नाशपाती कहां पाई और उगाई जाती है (Where is Nashpati Found or Grown in Hindi)

भारत में यह उत्तर-पश्चिमी हिमालय, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-काश्मीर,  पंजाब, उत्तराखण्ड में 700-2600 मी की ऊँचाई तक पाई जाती है। नाशपाती पहाड़ी, बागी, जंगली तथा चीनी भेद से 4 प्रकार की होती है।

और पढ़ेंः पित्ताशय की पथरी का घरेलू उपचार

आचार्य श्री बालकृष्ण

आचार्य बालकृष्ण, आयुर्वेदिक विशेषज्ञ और पतंजलि योगपीठ के संस्थापक स्तंभ हैं। चार्य बालकृष्ण जी एक प्रसिद्ध विद्वान और एक महान गुरु है, जिनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में आयुर्वेदिक उपचार और अनुसंधान ने नए आयामों को छूआ है।

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