Tocoferol
Tocoferol के बारे में जानकारी
Tocoferol का उपयोग
Tocoferol का इस्तेमाल पोषक तत्वों की कमी में किया जाता है
Tocoferol कैसे काम करता है
Tocoferol आवश्यक पोषक तत्त्व प्रदान करता है। विटामिन ई की एंटी-एथेरोजेनिक गतिविधि में एलडीएल के आक्सीकरण और धमनियों की दिवार में ओक्सएलडीएल के संचार को रोकना शामिल है। यह मानव एन्डोथेलियल कोशिकाओं में ओक्सएलडीएल-प्रेरित एपोप्टोसिस को भी कम करता है। विटामिन ई, प्रोटीन काइनेज सी (पीकेसी) की गतिविधि को रोकता है। पीकेसी को रोकने से चिकनी मांसपेशी कोशिका के प्रसार पर रोक लगती है, जो एथेरोजेनेसिस में शामिल होता है। विटामिन ई की एंटीथ्रोम्बोटिक और एंटीकोगुलेंट गतिविधियों में इंट्रासेलुलर सेल एडहिसन मॉलिक्यूल (आईसीएएम)-1 और वैस्कुलर सेल एडहिसन मॉलिक्यूल (वीसीएएम)-1 की अभिव्यक्ति का डाउनरेगुलेशन शामिल होता है जो एन्डोथेलियम में रक्त घटकों के आसंजन को कम करता है। विटामिन ई, साइटोसोलिक फोस्फोलाइपेज ए2 और साइक्लोऑक्सीजनेज (कॉक्स)-1 की अभिव्यक्ति को अपरेगुलेट करता है जो बदले में प्रोस्टासाइक्लीन के रिलीज को बढ़ाता है। प्रोस्टासाइक्लीन, प्लेटलेट एकत्रीकरण और प्लेटलेट रिलिएज का एक वैसोडायलेटिंग कारक और इन्हिबिटर है। विटामिन ई, थ्रोम्बिन नामक एक प्रोटीन के प्लाज्मा उत्पादन को कम करने के लिए कल्चर में भी पाया गया है जो प्लेटलेट से आबद्ध हो जाता है और एकत्रीकरण को प्रेरित करता है। विटामिन ई क्विनोन या अल्फा-टोकोफेराइल क्विनोन (टीक्यू) नामक विटामिन ई का एक मेटाबोलाईट एक शक्तिशाली एंटीकोगुलेंट है। यह मेताबोलाईट, विटामिन के-निर्भरशील कार्बोक्सीलेज को रोकता है, जो कि कोगुलेशन कैस्केड में एक प्रमुख एंजाइम है। तंत्रिका तंत्र के कई विकार आक्सिकारी तनाव के कारण होते हैं। विटामिन ई इस तनाव से बचाता है जिससे तंत्रिका तंत्र की रक्षा होती है।
Common side effects of Tocoferol
नेक्रोटाईज़िंग एंट्रोकोलाइटिस, विटामिन k की कमी के कारण रक्त स्राव, धुंधली दृष्टि, दस्त, थकान, पेट फूलना, सिर दर्द, रक्त में क्रिएटिनिन के स्तर में वृद्धि, आघात