प्रभाकर वटी एक बहुत ही उत्तम वटी है। आप लिवर रोग, ह्रदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर आदि में प्रभाकर वटी के फायदे ले सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, कई बीमारियों जैसे नींद न आने की परेशानी, शारीरिक कमजोरी आदि के इलाज में प्रभाकर वटी से लाभ (prabhakar vati benefits) मिलता है।
क्या आप जानते हैं कि प्रभाकर वटी क्या है, इसे कैसे बनाया जाता है। प्रभाकर वटी का उपयोग या सेवन कैसे किया जाता है? आपके फायदे के लिए प्रभाकर वटी के अनेक फायदे बहुत ही आसान भाषा में बताए गए हैं।
Contents
- 1 प्रभाकर वटी क्या है? (What is Prabhakar Vati in Hindi?)
- 2 प्रभाकर वटी के फायदे और उपयोग (Prabhakr Vati Benefits and Uses in Hindi)
- 2.1 हृदय संबंधी रोगों में प्रभाकर वटी के फायदे (Prabhakar Vati Benefits for Heart Diseases in Hindi)
- 2.2 लिवर बढ़ने पर प्रभाकर वटी का सेवन फायदेमंद (Benefits of Prabhakar Vati for Liver Disease in Hindi)
- 2.3 नींद ना आने की परेशानी में प्रभाकर वटी के फायदे (Benefits of Prabhakar Vati for Insomnia in Hindi)
- 2.4 हाई ब्लडप्रेशर में प्रभाकर वटी के फायदे (Prabhakar Vati Benefits in Reducing High Blood Pressure in Hindi)
- 2.5 शारीरिक कमजोरी में प्रभारकर वटी से लाभ (Prabhakar Vati Benefits for Body Weakness in Hindi)
- 2.6 आंखों की बीमारी में प्रभाकर वटी से लाभ (Benefits of Prabhakar Vati for Eye Disease Treatment in Hindi)
- 2.7 खून की कमी दूर करने के लिए प्रभाकर वटी का सेवन (Prabhakar Vati Uses to Increase Blood Level in Body in Hindi)
- 2.8 पीलिया में प्रभाकर वटी से लाभ (Prabhakar Vati Uses in Fighting with Jaundice in Hindi)
- 2.9 डायबिटीज में प्रभाकर वटी का सेवन लाभदायक (Uses of Prabhakar Vati in Controlling Diabetes in Hindi)
- 2.10 वीर्य विकार में प्रभाकर वटी का सेवन फायदेमंद (Uses of Prabhakar Vati for Sperm Related Disorder in Hindi)
- 2.11 मस्तिष्क विकार में प्रभाकर वटी के फायदे (Benefits of Prabhakar Vati for Mental Disorder in Hindi)
- 3 प्रभाकर वटी की खुराक (Doses of Prabhakar Vati in Hindi)
- 4 आयुर्वेद में प्रभाकर वटी के बारे में उल्लेख (Prabhakar Vati in Ayurveda)
- 5 प्रभाकर वटी बनाने के लिए उपयोगी घटक (Composition of Prabhakar Vati)
प्रभाकर वटी क्या है? (What is Prabhakar Vati in Hindi?)
यह औषधि हृदय तथा फेफड़े सम्बन्धी रोगों के उपचार की अति उत्तम दवा है। इससे हृदय तथा फेफड़ों को बल मिलता है। यह पतंजलि द्वारा हृदय सम्बन्धी उपचारों के लिए दी जाने वाली (Patanjali Medince for Heart Disease) सबसे महत्वपूर्ण औषधियों में से एक है।
प्रभाकर वटी के फायदे और उपयोग (Prabhakr Vati Benefits and Uses in Hindi)
प्रभाकर वटी का प्रयोग इस तरह से किया जा सकता हैः-
हृदय संबंधी रोगों में प्रभाकर वटी के फायदे (Prabhakar Vati Benefits for Heart Diseases in Hindi)
हृदय संबंधी विभिन्न रोगों (Heart Disease) जैसे कि हृदय की धड़कनों का अनियमित होना, थोड़ा मेहनत करते ही साँस फूलने की समस्या आदि में प्रभाकर विटी का सेवन फायदा देता है।
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लिवर बढ़ने पर प्रभाकर वटी का सेवन फायदेमंद (Benefits of Prabhakar Vati for Liver Disease in Hindi)
लिवर का आकार बढ़ जाने से शरीर में कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं। इसमें हृदय रोग भी एक है। इस परेशानी में प्रभाकर वटी विशेष लाभदायक (parbhakar vati ke fayde) होती है।
नींद ना आने की परेशानी में प्रभाकर वटी के फायदे (Benefits of Prabhakar Vati for Insomnia in Hindi)
अनेकों लोगों को नींद ना आने की शिकायत रहती है। ऐसे लोग प्रभाकर वटी का इस्तेमाल करेंगे तो उन्हें बहुत लाभ मिलेगा। बेहतर फायदे के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।
हाई ब्लडप्रेशर में प्रभाकर वटी के फायदे (Prabhakar Vati Benefits in Reducing High Blood Pressure in Hindi)
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) की शिकायत रहती है वे प्रभाकर वटी का उपयोग करें। यह उच्च रक्तचाप को कम (prabhakar vati ke fayde) करने का काम करती है।
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शारीरिक कमजोरी में प्रभारकर वटी से लाभ (Prabhakar Vati Benefits for Body Weakness in Hindi)
यह वटी शरीर को शक्ति प्रदान करती है और कमजोरी को दूर करती है। शारीरिक कमजोरी से पीड़ित लोग प्रभाकर वटी का सेवन करते हैं तो उन्हें बहुत लाभ मिलता है।
आंखों की बीमारी में प्रभाकर वटी से लाभ (Benefits of Prabhakar Vati for Eye Disease Treatment in Hindi)
आंखों के रोग जैसे- आंखों का लाल होना और अन्य रोग में भी प्रभाकर वटी का उपयोग करना फायदेमंद (prabhakar vati benefits) होता है।
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खून की कमी दूर करने के लिए प्रभाकर वटी का सेवन (Prabhakar Vati Uses to Increase Blood Level in Body in Hindi)
आप खून की कमी से परेशान हैं। प्रभाकर वटी (parbhakar vati) का सेवन करें। इससे खून की कमी दूर होती है। प्रभाकर वटी शरीर में खून को बढ़ाती है।
पीलिया में प्रभाकर वटी से लाभ (Prabhakar Vati Uses in Fighting with Jaundice in Hindi)
प्रभाकर वटी पीलिया के इलाज में भी लाभ पहुंचाती है। पीलिया से ग्रस्त लोग प्रभाकर वटी का उपयोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से उपयोग की जानकारी जरूर लें।
डायबिटीज में प्रभाकर वटी का सेवन लाभदायक (Uses of Prabhakar Vati in Controlling Diabetes in Hindi)
डायबिटीज आज एक महामारी बन चुकी है। हजारों लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। डायबिटीज से ग्रस्त लोग प्रभाकर वटी का प्रयोग करते हैं तो बेहतर तरीके से डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं।
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वीर्य विकार में प्रभाकर वटी का सेवन फायदेमंद (Uses of Prabhakar Vati for Sperm Related Disorder in Hindi)
आज वीर्य संबंधी विकार से कई लोग पीड़ित है। ऐसे लोग बीमारी को ठीक करने के लिए अनेक तरह के उपाय करते हैं। आप प्रभाकर वटी का सेवन कर सकते हैं। प्रभाकर वटी वीर्य विकार को ठीक करने में भी मदद पहुंचाती है।
मस्तिष्क विकार में प्रभाकर वटी के फायदे (Benefits of Prabhakar Vati for Mental Disorder in Hindi)
इसके अलावा प्रभाकर वटी चक्कर आने और मस्तिष्क संबंधित अन्य परेशानी के इलाज में भी लाभ (prabhakar vati benefits) पहुंचाती है।
प्रभाकर वटी की खुराक (Doses of Prabhakar Vati in Hindi)
आप प्रभाकर वटी का इतनी मात्रा में इस्तेमाल कर सकते हैंः-
125-250 मिली ग्राम,
अनुपान – जल, अर्जुन छाल का काढ़ा, दूध के साथ।
आयुर्वेद में प्रभाकर वटी के बारे में उल्लेख (Prabhakar Vati in Ayurveda)
प्रभाकर वटी के बारे में आयुर्वेदिक ग्रंथों में कहा गया हैः–
माक्षिकं लौहमभञ्च तुगाक्षीरी शिलाजतु।
क्षिप्त्वा खल्लोदरे पश्चाद्भावयेत् पार्थवारिणा।।
वल्लद्वयमितां कुर्याद् वटीं छायाविशोषिताम्।
प्रभाकरवटी सेयं हृद्रोगान् निखिलाञ्जयेत्।। – भैषज्य रत्नावली 33/40-41
प्रभाकर वटी बनाने के लिए उपयोगी घटक (Composition of Prabhakar Vati)
प्रभाकर वटी को बनाने में निम्न द्रव्यों का प्रयोग किया जाता हैः-
क्र.सं. |
घटक द्रव्य |
उपयोगी हिस्सा |
अनुपात |
1. |
माक्षिक भस्म |
भस्म |
1 भाग |
2. |
लौह भस्म |
भस्म |
1 भाग |
3. |
अभ्रक भस्म |
भस्म |
1 भाग |
4. |
तुगाक्षीरी (Bambusa arundinacea willd.) S.C |
1 भाग |
|
5. |
शिलाजीत शुद्ध |
1 भाग |
|
6. |
अर्जुनछाल (Terminalia arjuna (Roxb.) W.&A.) |
Q.S मर्दनार्थ |
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