क्र.सं. घटक द्रव्य प्रयोज्यांग अनुपात
मात्रा– 1-1 वटी
अनुपान– गौदुग्ध, स्त्रीदुग्ध
गुण और उपयोग– यह वटी बच्चों के लिए बहुत लाभदायक है, बच्चों में होने वाले बुखार, सूखारोग, दूध न पचकर दस्त हो जाना या उल्टी होना एवं खाँसी जैसी समस्याओं में यह अमृत के समान गुणकारी है। इसके नियमित सेवन से बच्चे य्ष्टपुष्ट एवं स्वस्थ रहते है। इस वटी में उत्तम सुधांश (Calcium) पोषक जैसे गोदन्ती भस्म, मोतीपिष्टी, कहरवा, जहरमोहरा, संगेयशव रहते है जिस कारण इसके सेवन से बच्चों में अस्थिनिर्माण की प्रक्रिया में सहायता मिलती है।
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