शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में अंडरआर्म का रंग गहरा होना, अंडरआर्म का कालापन कहलाता है। महिलाओं के लिए यह एक बड़ी समस्या है क्योंकि यह देखने में बुरा लगता है एवं यह अन्य समस्याओं का कारण भी हो सकता है।
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अंडरआर्म के कालेपन में मोटापा और हार्मोलन संतुलन मुख्य कारण होता है। खराब जीवनशैली और आहार में असंतुलन इसके अन्य कारणों में एक होता है। अत्यधिक जंक-फूड, प्रिजरवेटिव युक्त पदार्थ, वसायुक्त भोजन, सुस्त जीवनशैली एवं व्यायाम की कमी के कारण लोगों में मोटापा हो जाता है। ऐसे में तनावयुक्त जीवन के कारण हार्मोनल असंतुलन होना एक आम बात है। इसलिए आहार और जीवनशैली में लापरवाही इसके होने की मुख्य वजह है।
यह ज्यादातर मोटापे और हार्मोनल असंतुलन के कारण है, जैसे कि एकोनथोसीस निगरिकैन्स (Acanthosis nigricans) नामक बीमारी में या स्वच्छता के अभाव में भी हो सकता है। बहुत ही कम मामलों में यह किसी गंभीर बीमारी के संकेत में मिलता है जैसे- कैंसर (Cancer), टाइप-2 डायबिटीज (Type 2 diabetes), कुशिंग्स सिंड्रोम (Cushing’s Syndrome), पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome) या थायरॉइड ग्रन्थि की अल्पसक्रियता।
अंडरआर्म का रंग काला पड़ने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-
-अत्यधिक मोटापा होने के कारण भी इस हिस्से का रंग काला पड़ने लगता है।
-यह एकोन्थोसिस निगरिकैन्स (Acanthosis nigricans) नामक बीमारी के कारण भी हो सकता है। इसमें अंडरआर्म, गर्दन आदि की त्वचा काली पड़ जाती है। अंडरआर्म के कालेपन की समस्या में एकोन्थोसिस निगरिकैन्स एक मुख्य कारण है। एकोन्थोसिस निगरिकैन्स अत्यधिक मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज या हार्मोनल असंतुलन के कारण होता है।
-कुछ दवाइयाँ जिनके कारण शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है , इनके कारण भी अंडरआर्म का कालापन हो सकता है। जैसे-इंसूलीन, कॉरटीकोस्टेरॉयड (Corticosteroids), ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन (Human growth harmone), बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth Control pills), नियासिन (Niacin) की उच्च मात्रा आदि।
-कुछ दुर्लभ मामलों में यह कैंसर के कारण भी हो सकता है। इसमें अचानक ही अंडरआर्म या त्वचा के अन्य हिस्सों में कालापन आ जाता है।
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यदि जीवनशैली और आहार को संयमित रखा जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है। यह समस्या होने के बाद भी जीवनशैली और आहार में बदलाव लाकर और घरेलु उपचार अपनाकर इससे छुटकारा पाया जा सकता है। यह समस्या अधिकतर मोटापे की वजह से होती है इसलिए बेहतर जीवनशैली अपनाकर धीरे-धीरे इस समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा महिलाओं में हार्मोनल बदलाव आने की वजह से भी यह समस्या देखी जाती है इसलिए निश्चित है कि यदि बेहतर जीवनशैली और आहार का पालन किया जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है।
-अंडरआर्म से बालों को हटाने के लिए रेजर का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
-अत्यधिक मात्रा में डियोडरेंट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
-साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, कई बार डेड स्किन सेल्स जमने की वजह से त्वचा में कालापन आ जाता है। इसके अलावा साफ-सफाई के अभाव में बैक्टिरीयल इंफेक्शन भी हो सकता है।
-अधिक कसे हुए कपड़े नहीं पहनने चाहिए, इससे त्वचा में घर्षण या फ्रिक्शन उत्पन्न होता है जिससे त्वचा काली पड़ जाती है।
-मोटापे को समय रहते कम करें।
-प्राकृतिक आहार एवं स्वस्थ जीवनशैली का पालन करें।
आम तौर पर अंडरआर्म में कालेपन से निजात पाने के लिए लोग सबसे पहले घरेलू नुस्ख़ों को ही आजमाते हैं। यहां हम पतंजली के विशेषज्ञों द्वारा पारित कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बात करेंगे जिनके प्रयोग से अंडरआर्म के कालेपन को कम किया जा सकता है।
दो चम्मच सेब का सिरका और दो चम्मच बेकिंग सोडा को अच्छी प्रकार से मिलाकर अंडरआर्म की त्वचा पर लगायें। अच्छी तरह सूख जाने पर ठण्डे पानी से धो लें। यह उपयोग हफ्ते में तीन बार करें।
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एलोवेरा के पत्ते को काटकर जेल निकाल लें। अब इस जेल को अंडरआर्म में लगाकर 10–15 मिनट तक रहने दें और फिर पानी से धो लें। यह प्रक्रिया हर दूसरे दिन करें । एलोवेरा में एलोसीन (Aloesin) होता है, यह एक टाएरोसिनेस इन्हिबिटर (Tyrosinase inhibitor) है जो एक तरह का एंजाइम (Enzyme) है जो त्वचा पर पिगमेंटेशन (Pigmentation) के लिए जिम्मेदार होता है। एलोवेरा इस एंजाइम (Enzyme) की गतिविधि में बाधा डालकर अंडरआर्म के कालेपन को दूर करता है।
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दो चम्मच जैतून का तेल लेकर इसमें दो से तीन चम्मच भूरी चीनी को अच्छी प्रकार मिलाएँ। उसके बाद अंडरआर्म को हल्का भिगोकर उस पर यह मिश्रण लगाएँ। एक से दो मिनट तक स्क्रब करने के बाद 5 मिनट तक छोड़ दे उसके बाद गुनगुने पानी से धो दें।
एक चम्मच हल्दी पाउडर, एक चम्मच दूध और एक चम्मच शहद को अच्छी प्रकार मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को अंडरआर्म में लगाकर 10–15 मिनट के बाद पानी से धो लें। इसे हफ्ते में दो बार लगाएँ।
नहाने से पहले अंडरआर्म में एरण्ड का तेल लगाकर 5 मिनट तक मालिश करें और फिर नहा लें।
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सूरजमुखी के तेल से अपने अंडरआर्म की एक से दो मिनट तक मालिश करें। तेल को 15–20 मिनट के लिए लगा रहने दे और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
बेकिंग सोडा और गुलाबजल को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बना लें अब इस पेस्ट को अंडरआर्म्स पर लगाकर 8–10 मिनट के लिए रखें। सूख जाने पर ठण्डे पानी से धो लें।
आलू को छीलकर कद्दूकस कर लें, अब इसे निचोड़कर इसका रस निकाल लें और अंडरआर्म्स पर लगाएँ। 10–15 मिनट बाद धो लें।
यदि अंडरआर्म में कालेपन की अधिकता और घरेलु उपचारों से कोई लाभ नहीं हो रहा हो तो टाइम-2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) होने की आशंका रहती है। ऐसे में चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
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