पुरुषों में बांझपन

Description

पुरुषों में बांझपन की समस्या क्या है?

ऐसी अवस्था जब एक पुरुष किसी महिला के साथ असुरक्षित सेक्स करने के बावजूद भी महिला को गर्भवती ना कर पाए तो पुरुषों की यह अवस्था पुरुष बांझपन कहलाती है। आमतौर पर यह समस्या शुक्राणुओं की कम संख्या या उनमें किसी तरह की खराबी या स्खलन से जुड़ी समस्याओं के कारण होती है।

डॉक्टर के पास कब जाएं :

1- अगर पिछले एक साल से आपने गर्भनिरोधक दवा या कोई अन्य गर्भनिरोधक का इस्तेमाल नहीं किया है और इसके बावजूद भी आपकी पत्नी गर्भवती नहीं हो पा रही हैं तो आप डॉक्टर के पास जाकर चेकअप कराएं।

2- सेक्स की इच्छा में कमी हो या स्खलन से जुड़ी कोई दिक्कत होने पर

3- पहले से ही अंडकोष, प्रोस्टेट या सेक्स से जुड़ी कोई बीमारी होने पर

4- अंडकोष और उसके आस पास के हिस्से में दर्द, गांठ या सूजन होने पर

5-  अगर पहले कभी ग्रॉइन, वृषण, पेनिस या अंडकोष की थैली का ऑपरेशन हुआ हो

किन कारणों से हो सकती है ये समस्या :

1- तम्बाकू, अल्कोहल या नशीली ड्रग्स का सेवन

2- हार्मोन में अनियमितता होने पर

3- इम्यूनोलॉजिकल समस्याएं जिसकी वजह से स्पर्म के खिलाफ एंटीबॉडीज उत्पन्न हो जाते हैं।

4- ज्यादा वजन होना

5- ऐसे पुरुष जो एनाबॉलिक स्टेरॉयड (खासतौर पर टेस्टोस्टेरोन ) का सेवन करते हैं।

6- ट्यूमर या किसी लम्बे समय तक चलने वाली बीमारियों से पीड़ित होने पर

7- कुछ ख़ास दवाइयों के सेवन या ख़ास मेडिकल ट्रीटमेंट की वजह से  

पुरुषों में बांझपन की समस्या का स्तर क्या है :

बांझपन की समस्या दिनोदिन बढ़ती ही जा रही है। इस समय पूरी दुनिया में 15% जोड़े इस समस्या से परेशान हैं जिनकी संख्या करीब 48.5 मिलियन है। यह पाया गया है बांझपन के इन आंकड़ों में सिर्फ पुरुषों का योगदान ही लगभग 50% है।

पुरुषों में बांझपन के लक्षण :

1- शुक्राणुओं की संख्या सामान्य से कम होना
2- सेक्स की इच्छा में कमी, स्खलन में दिक्कत, इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या

3- अंडकोष में दर्द, सूजन या गांठ

4- स्तनों का साइज़ बढ़ जाना ( गाइनेकोमेस्टिया )

5- शरीर या चेहरे के बालों में कमी

6- वृषण (Testes) का छोटा और कठोर होना


पुरुष बांझपन से जुड़ी अन्य समस्याएं :

दिमागी स्ट्रेस : बांझपन से पीड़ित पुरुषों का आत्मविश्वास बहुत कमजोर पड़ जाता है जिससे आगे चलकर वे स्ट्रेस के मरीज हो जाते हैं।

रिश्तों में दिक्कतें : बच्चे ना पैदा होने की वजह से कई विवाहित जोड़ों के आपसी रिश्ते खराब होने लगते हैं और इस वजह से वे डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं।

पुरुषों में बांझपन के मुख्य कारण :

A) - आनुवांशिक कारण :

क्रोमोसोम में दिक्कत : कुछ वंशानुगत बीमारियां जैसे कि क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम से पीड़ित पुरुषों में जन्म से ही क्रोमोसोम दोष होता है। उनमें एक एक्स और एक वाई क्रोमोसोम की बजाय दो एक्स क्रोमोसोम और एक वाई क्रोमोसोम होता है जिस वजह से उनके प्रजनन अंग ठीक से विकसित नहीं हो पाते हैं।

B) बांझपन के चिकित्सकीय कारण :

1- वैरीकोसेल (Varicocele) : वृषण या अंडकोष की अंदुरुनी नसों में सूजन

2- संक्रमण : कुछ संक्रमण ऐसे होते हैं जिनकी वजह से स्पर्म बनने की प्रक्रिया पर बुरा असर पड़ता है और स्पर्म के प्रवाह में ये रुकावट पैदा करते हैं।

3- एंटीबॉडीज : कुछ पुरुषों के शरीर में ऐसे एंटीबॉडीज बनने लगते हैं जो स्पर्म को हानिकारक समझने लगते हैं और फिर उसे खत्म करने का प्रयास करते हैं।

4- ट्यूमर : नॉन मैलिग्नेंट ट्यूमर और कैंसर प्रजनन संबंधित हार्मोन का उत्पादन करने वाली ग्रंथियों के माध्यम से पुरुषों के प्रजनन अंगों को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं।

5- स्खलन से जुड़ी दिक्कतें : कुछ मामलों में आर्गेज्म के समय वीर्य लिंग से बाहर निकलने की बजाय वापस अंडकोष में चला जाता है। इस समस्या से पीड़ित मरीज भी बांझपन के शिकार होते हैं।

6- हार्मोन में असंतुलन : शरीर की प्रमुख ग्रंथियां जैसे कि हाइपोथैलेमस, पीयूष, थायराइड और एड्रेनल ग्रंथि में किसी तरह के असंतुलन या अंडकोष से जुड़ी किसी बीमारी की वजह से भी बांझपन की समस्या हो जाती है।

C) पुरुष बांझपन के पर्यावरणीय कारण :

1- कारखानों से निकलने वाले केमिकल : हानिकारक केमिकल, पेस्टीसाइड, आर्गेनिक यौगिक, पेंट जैसी चीजों के ज्यादा संपर्क में रहने से भी स्पर्म काउंट कम होता है।

2- धातु के संपर्क में रहने से : लेड और कई अन्य भारी धातुओं के संपर्क में रहने से भी बांझपन की सम्भावना बढ़ जाती है।

3)- एक्स-रे किरणों के संपर्क में रहने से : जो लोग अधिक रेडिएशन वाली जगहों जैसे कि मोबाइल टावर या एक्स-रे मशीन के आस पास ज्यादा देर तक काम करते हैं उनके शरीर में भी स्पर्म का उत्पादन कम हो जाता है। कुछ गंभीर मामलों में रेडिएशन की वजह से स्पर्म का उत्पादन पूरी तरह भी रुक सकता है।

4) अधिक तापमान : अगर आप रोजाना बहुत ज्यादा गर्म पानी से नहा रहे हैं तो इस वजह से भी स्पर्म काउंट कम हो सकते हैं।

D) स्वास्थ्य और जीवनशैली से जुड़े कारण :

1- तम्बाकू का सेवन : जो पुरुष बहुत ज्यादा धूम्रपान करते हैं और जो लोग इसके धुंए के संपर्क में रहते हैं। उन दोनों में ही बांझपन का ख़तरा काफी ज्यादा रहता है।

2) अवैध ड्रग्स का सेवन : कोकीन और मारिजुआना जैसे ड्रग्स का सेवन करने से भी स्पर्म की क्वालिटी और संख्या पर बहुत बुरा असर पड़ता है।

3) अधिक शराब का सेवन : बहुत ज्यादा मात्रा में शराब पीने से टेस्टोस्टेरोन लेवल कम होने लगता है जिसकी वजह से इरेक्टाइल डिसफंक्शन और स्पर्म उत्पादन में कमी जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

4) स्ट्रेस : दिमागी स्ट्रेस की वजह से भी कई बार स्पर्म बनने में मदद करने वाले हार्मोन प्रभावित हो जाते हैं।

5) वजन : मोटापे की वजह से भी शरीर के कई हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं जिस वजह से प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है।

पुरुष बांझपन की पहचान कैसे की जाती है :

1)- शारीरिक परीक्षण : इसके अंतर्गत आपके जननांगो का निरीक्षण किया जाता है और डॉक्टर आपसे ऐसी समस्याएँ , सर्जरी या पुरानी बीमारियों के बारे में पूछते हैं जिनकी वजह से बांझपन हो सकता है।

2- वीर्य की जांच : इसके अंतर्गत आपको अपने वीर्य को एक ख़ास डिब्बे में स्टोर करना होता है और फिर डॉक्टर को वीर्य का ये नमूना जांच के लिए दिया जाता है। इसके अलावा वीर्य के नमूने के लिए आप सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल कर सकते हैं और उसमें जमा वीर्य को जांच के लिए दे सकते हैं।

पुरुष बांझपन से जुड़े टेस्ट :

1-अंडकोष का अल्ट्रासाउंड : इस अल्ट्रासाउंड में आपके अंडकोष के अंदुरुनी हिस्सों की जांच होती हैं जिससे पता चलता है कि आप वैरिकोसेल या किसी अन्य बीमारी से पीड़ित है या नहीं।

2-हार्मोन की जांच : इसके लिए आपके खून की जांच की जाती है और उससे टेस्टोस्टेरोन और बाकी अन्य हार्मोन के लेवल का पता लगाया जाता है।

3- आनुवांशिक परीक्षण : इस ब्लड टेस्ट में आपके वाई क्रोमोसोम में होने वाले बदलाओं की जांच की जाती हैं।

4- ट्रांसरेक्टल अल्ट्रासाउंड : इस प्रक्रिया के अंतर्गत डॉक्टर आपके प्रोस्टेट और वीर्य के प्रवाह में होने वाली रुकावटों की जांच करते हैं।



पुरुष बांझपन के लिए इलाज :

1- सर्जरी : कई मरीजों का वीर्य आर्गेज्म के दौरान लिंग से बाहर निकलने की बजाय वापस अंडकोष में चला जाता है और इस समस्या को एक सर्जरी (Vasectomy reversal) के माध्यम से ठीक किया जाता है।

2- सेक्स के दौरान होने वाली परेशानियों का इलाज : जो मरीज शीघ्रपतन और इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी समस्याओं से पीड़ित होते हैं उन्हें दवाइयों और काउन्सलिंग की मदद से ठीक कर दिया जाता है।

3- हार्मोन ट्रीटमेंट : अगर किसी ख़ास हार्मोन के कम या ज्यादा होने की वजह से बांझपन की समस्या हो रही है तो इस समस्या को हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी या दवाइयों की मदद से खत्म कर दिया जाता है।

4- असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (ART) : एआरटी ट्रीटमेंट के अंतर्गत सामान्य स्खलन या सर्जरी से हासिल किये गये या किसी डोनर से मिले वीर्य को महिला के जननांगो में डाला जाता है और आईवीएफ (IVF) तकनीक की मदद से निषेचन की प्रक्रिया पूरी की जाती है।

वैकल्पिक उपचार : कुछ औषधियां जैसे की अमेरिकन जिन्सेंग की जड़ और कुछ सप्लीमेंट जैसे की कोएंजाइम क्यू-10, एल-कैरनिटिन, अल्फा-लिपोइक एसिड, एल-आर्जीनाइन, बायोटिन, ग्लूथाथियोन, विटामिन ए, सी, डी और ई भी पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं।

आईसीएसआई क्या है : इंट्रासायटोप्लाज्मिक स्पर्म इंजेक्शन (ICSI), आईवीएफ का ही एक ख़ास रूप है जिसका इस्तेमाल पुरुषों के बांझपन के इलाज में किया जाता है।

पुरुष बांझपन की समस्या को रोकने के लिए मैं क्या कर सकता हूँ?

इसके लिए आप मारिजुआना, कोकीन जैसे ड्रग्स और तम्बाकू- शराब का सेवन बिल्कुल बंद कर दें। बहुत अधिक गर्म पानी से ना नहायें इससे भी शुक्राणुओं के बनने की प्रक्रिया पर असर पड़ता है। इसके अलावा टेस्टोस्टेरोन या ओटीसी एण्ड्रोजन का सेवन बंद कर दें। बॉडी बिल्डिंग के लिए स्टेरॉयड लेने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर बात करें। रोजाना व्यायाम करें और डाइट में अधिक से अधिक पौष्टिक चीजों को शामिल करें।

घरेलू उपचार :

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कई बीमारियों का इलाज तो आपकी रसोई में ही मौजूद रहता है। हम यहां आपको बता रहे हैं कि अपनी प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए आप किन चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

1- कद्दू के बीज : एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच कद्दू के बीज डालकर इसका मिश्रण बना लें। इसका रोजाना सेवन आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा।

2- लहसुन : रोजाना 4-5 लहसुन की कली को कच्चे चबाकर खाएं या पानी के साथ निगल लें। इससे आपकी प्रजनन क्षमता मजबूत होगी और बांझपन के इलाज में आपको मदद मिलेगी।

3- भिन्डी : एक कप गाय के दूध में 5-10 ग्राम भिंडी की जड़ का पाउडर मिलाकर एक मिश्रण बना लें और रोजाना इसका सेवन करें।

4- प्याज : कच्चे सफ़ेद प्याज को सलाद में मिलाकर खाएं।



क्या ज्यादा उम्र होने के कारण बांझपन की समस्या हो सकती है?

आमतौर पर पुरुषों की उम्र जैसे जैसे बढती जाती हैं उनमें इरेक्टाइल डिसफंक्शन और सेक्स की इच्छा में कमी जैसी समस्याएं होने ही लगती हैं। अधिक उम्र होने पर पुरुष डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं जिस वजह से बच्चे पैदा करने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही उम्र बढ़ने पर स्पर्म की क्वालिटी भी उतनी अच्छी नहीं रह जाती है। इन सब कारणों को मिलाकर यह कहा जा सकता है कि उम्र बढ़ने के साथ आपकी प्रजनन क्षमता कमजोर होने लगती है।

बांझपन के बारे में पता चलने पर पुरुषों को कैसा महसूस होता है :

अधिकतर मामलों में पुरुषों को जब अपने बांझपन के बारे में पता चलता है तो तो वे बहुत निराश हो जाते हैं और उनका आत्मविश्वास बहुत कमजोर हो जाता है। कई पुरुष ये बात अपने आस पास के लोगों से छिपाते हैं और शर्मिंदगी के कारण आगे इलाज नहीं करवाते हैं। कुछ मामलों में मरीज डिप्रेशन की स्टेज तक पहुँच जाते हैं।

बांझपन का सामना कैसे करें:

किसी प्रशिक्षित योगा टीचर से सलाह लेकर रोजाना योग और ध्यान करें।

काउन्सलिंग के लिए जाएं।

अपने दोस्तों और परिवार के लोगों को अपनी समस्या के बारे में बताएं।


रूबिक क्यूब एक 3D पहेली खिलौना है। परत विधि द्वारा शुरुआती परत जानें केवल याद रखना कुछ एल्गोरिदम।