वानस्पतिक नाम : Evolvulus alsinoides (Linn.) Linn. (इवॉल्वुलस एल्सीनॉइडीज) Syn-Convolvulus alsinoides Linn.
कुल : Convolvulaceae (कान्वाल्वुलेसी)
अंग्रेज़ी में नाम : Tropical speedwell (ट्रॉपिकल स्पीडवेल)
संस्कृत-विष्णुक्रान्ता, नील शंखपुष्पी, हरिक्रान्ता, नीलपुष्पा; हिन्दी-श्यामक्रान्ता, शंखपुष्पी; उर्दू शंखाहोली (Sankhaholi); उड़िया-कृष्ण-एनक्रान्ति (Krishna-enkranti); कन्नड़- विष्णुक्रांति (Vishnukranti), शंखपुष्पी (Shankhapushpi); गुजराती-कालिशंखवली (Kalishankhavali), झिंकीफुदर्दी (Jhinkiphudardi); तमिल-विष्णुक्रान्डी (Vishnukarandi); तेलुगु-विषुक्रान्था (Vishukrantha), विशुक्रान्या (Vishukranya), विष्णुक्रान्तामु (Vishnukrantamu); बंगाली-विष्णुगन्धी (Vishnugandhi), विष्णुग्रन्थि (Vishnugranthi); नेपाली-खुन्खुने झार (Khunkhane jhar); पंजाबी-शंखपुष्पी (Shankhpushpi); मलयालम-विष्णुकरंदी (Vishnukarandi), विष्णुक्रान्थी (Vishnukranthi); मराठी-विष्णुकोन्ता (Vishnukonta), विष्णुक्रान्ता (Vishnukranta)।
अंग्रेजी-कॉमन इवॉलवुलस (Common evolvulus। Rosewood); अरबी-सासम (Sasam), सासीम (Sasim)।
परिचय
भारत में हिमालय के शुष्क भागों एवं चारागाहों में लगभग 1800 मी की ऊँचाई तक प्राप्त होती है। इसकी दो प्रजातियों का प्रयोग चिकित्सा में किया जाता है। 1. Evolvulus alsinoides (Linn.) Linn. (विष्णुकान्ता) 2. Evolvulus nummularius (Linn.) Linn. (लक्ष्मीकान्ता)। विष्णुकान्ता का प्रयोग शंखपुष्पी के स्थान पर भी किया जाता है। कुछ विद्वान् इसे नीलशंखपुष्पी मानते हैं। शंखपुष्पी के पंचाग में इसके पंचाग की मिलावट भी की जाती है।
आयुर्वेदीय गुण-कर्म एवं प्रभाव
नीली शंखपुष्पी कटु, तिक्त तथा कफवातशामक है।
इसका पञ्चाङ्ग कटु, पौष्टिक, ज्वरघ्न, आमातिसार नाशक, पूयरोधी, कृमिघ्न, स्मृतिवर्धक, वातानुलोमक, विषमज्वरनाशक तथा कामोत्तेजक होता है।
औषधीय प्रयोग मात्रा एवं विधि
प्रयोज्याङ्ग : पञ्चाङ्ग। मात्रा : चिकित्सक के परामर्शानुसार।
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