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Kankayan Gutika: अमृत के सामान है कांकायन गुटिका- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

शटी पुष्करमूलञ्च दन्तीं चित्रकमाढकीम्।

शृङ्गबेरं वचाञ्चैव पलिकानि समाहरेत्।।

त्रिवृतायाः पलञ्चैकं कुर्यात् त्रीणि हिङ्गुन।

यवक्षारं पले द्वे तु द्वे पले चाम्लवेतसात्।।

यमान्यजाजीमरिचं धान्यकञ्चेति कार्षिकम्।

उपकुञ्च्यजमोदाभ्यां तथा चाष्टमिकापि।।

मातुलुङ्गरसेनैव गुडिकाः कारयेद्भिषक्।

तासाञ्चैकां पिबेद् द्वे वा तित्रो वा।थ सुखाम्बुना।।

अम्लैर्मर्द्यैश्च यूषैश्च घृते पयसा।थवा।

एषा काङकायनोत्तैं  गुडिका गुल्मनाशिनी।।

अर्शो हृद्रोगशमनी कृमीणाञ्च विनाशिनी।

गोमूत्रयुत्तैं शमयेत् कफगुल्मं चिरोत्थितम्।।

क्षीरेण पित्तगुल्मञ्च मद्यैरम्लैश्च वातिकम्।

त्रिफलारसमूत्रैश्च नियच्छेत् सान्निपातिकम्।

रक्तगुल्मे नारीणामुष्ट्रीक्षीरेण पाययेत्।।

भै..32/67-73, ..30/50-56

क्र.सं. घटक द्रव्य प्रयोज्यांग अनुपात

  1. शटी कन्द 48 ग्राम
  2. पुष्करमूल (पुष्कर) (Inula racemosa Hook.f.) मूल 48 ग्राम
  3. दन्ती (Baliospermum montanum Muell.-Arg.) मूल 48 ग्राम
  4. चित्रक (Plumbago zeylanica Linn.) मूल 48 ग्राम
  5. आढकी मूल 48 ग्राम
  6. श्रृङ्गवेर (आर्द्रक) (Zingiber officinale Rosc.) कन्द 48 ग्राम
  7. वचा (Acorus calamus Linn.) कन्द 48 ग्राम
  8. त्रिवृत्त्/सफेद निशोथ (Operculina turpethum (Linn.) मूल 48 ग्राम
  9. हिंगु (Ferula narthex Boiss.) निर्यास 144 ग्राम
  10. यवक्षार (यव) (Hordeum vulgare) पंचांग 96 ग्राम
  11. अम्लवेतस (Garcinia pedunculata Roxb.) फल 96 ग्राम
  12. अजवायन (यवानी) (Trachyspermum ammi (Linn.) फल 12 ग्राम
  13. अजाजी (श्वेत जीरक) (Cuminum cyminum Linn.) फल 12 ग्राम
  14. मरिच (Piper nigrum Linn.) फल 12 ग्राम
  15. धान्यक (Coriandrum sativum Linn.) फल 12 ग्राम
  16. उपकुंचिका (Nigella sativa Linn.) फल 24 ग्राम
  17. अजमोदा (Carum Roxburghianum(DC) Craib) फल 24 ग्राम
  18. मातुलुंग रस (गलगल नीबू) फल Q.S भावना हेतु

मात्रा 2 ग्राम

अनुपान घृत, दूध, जल, मद्य, गोमूत्र, त्रिफला कषाय

गुण और उपयोगयह अग्निमांद्य को दूर करती है तथा गुल्म रोग में विशेष लाभ करती है। गुल्म में होने वाले पेटदर्द में आराम दिलाती है। यह ह्य्दय रोग, बवासीर एवं कृमि रोग में भी लाभकर है।

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