- 5 ग्रा. शिरीष की छाल का पाउड़र लेकर 2 ग्लास पानी में पकायें, 1/4 शेष रह जाने पर छान लें। सुबह-शाम इसका सेवन करने से 1 महिने में गठिया से होने वाला जोडों का दर्द शान्त हो जाता है।
- 10 ग्रा. एरण्ड़ पत्र, लहसुन और 5 ग्रा. सेंधा नमक लेकर क़ड़वे तैल में भून लें। इस मिश्रण को पट्टी में लेकर बांध लें इससे ज़ोड़ो का दर्द कम हो जाता है।
- 5-5 ग्रा. हींग, लहसुन और सेंधा नमक को तैल में भूनिए। इसे ज़ोड़ों पर मलें और कप़ड़े से बांध लें। इसी तैल का आधा चम्मच लेकर 1 ग्लास दूध में उबालकर पिलाएँ।
4. बथुआ के ताजा पत्तों का रस 15 ग्राम प्रतिदिन पीने से गठिया दूर होती है, इसको खाली पेट लेना होता है।
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