अस्थिसंहार नाम से ही यह स्पष्ट हो जाता है यह हड्डियों से संबंधित नाम हैं क्योंकि अस्थि का मतलब हड्डी होता है। अस्थिसंहार को हिन्दी में हड्डीजोड़ (Hadjod) कहते हैं। अस्थिसंहार को आयुर्वेद में औषधि के रुप में सबसे ज्यादा प्रयोग हड्डियों को जोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा भी अस्थिसंहार पेट संबंधी समस्या, पाइल्स, ल्यूकोरिया, मोच, अल्सर आदि रोगों के उपचार में भी काम आता है। आगे अस्थिसंहार किन-किन बीमारियों में फायदेमंद है इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
Contents
- 1 अस्थिसंहार क्या है? (What is Asthisanhar in Hindi?)
- 2 अन्य भाषाओं में अस्थिसंहार के नाम (Names of Asthisanhar in Different Languages)
- 3 Asthisanhar in-
- 4 अस्थिसंहार के फायदे (Hadjod Benefits and Uses in Hindi)
- 4.1 ब्रोंकियल अस्थमा में हड़जोड़ का प्रयोग (Hadjod Uses in Bronchial Asthma in Hindi)
- 4.2 पेट संबंधी समस्याओं में फायदेमंद हड़जोड़ (Hadjod Benefits in Stomach related Problems in Hindi)
- 4.3 अर्श या पाइल्स से दिलाये राहत हड़जोड़ (Hadjod Beneficial in Piles in Hindi)
- 4.4 उपदंश (जेनिटल पार्ट्स में घाव) में हड़जोड़ के फायदे (Uses of Hadjod in Chancre in Hindi)
- 4.5 डिलीवरी के बाद के दर्द से दिलाये राहत हड़जोड़ (Hadjod or Cissus Quadrangularis Benefits in Post Delivery Pain in Hindi)
- 4.6 प्रदर या ल्यूकोरिया में हड़जोड़ के फायदे (Hadjod Benefits in Leukorrhea in Hindi)
- 4.7 गठिया के दर्द से दिलाये राहत हड़जोड़ (Benefits of Hadjod to Get Relief from Gout in Hindi)
- 4.8 हड्डियों को जोड़ने में फायदेमंद हड़जोड़ (Hadjod Plant Uses in Bone Fracture in Hindi)
- 4.9 रीढ़ की हड्डी के दर्द से राहत दिलाने में फायदेमंद हड़जोड़ (Benefits of Hadjod Plant to Get Relief from Backpain in Hindi)
- 4.10 मोच का दर्द करे कम हड़जोड़ (Hadjod Plant Uses in Cramps in Hindi)
- 4.11 व्रण या घाव में फायदेमंद हड़जोड़ (Hadjod Benefits in Ulcer in Hindi)
- 4.12 पाचन शक्ति बढ़ाता है हड़जोड़ (Hadjod Helps in improving Digestion in Hindi)
- 4.13 कैंसर से लड़ने में मदद करता है अस्थिसंहार (Benefits of Hadjod in Cancer Treatment in Hindi)
- 4.14 ब्लीडिंग करे कम हड़जोड़ (Benefits of Hadjod in Bleeding in Hindi)
- 4.15 शरीर के दर्द से आराम दिलाये हड़जोड़ (Hadjod works as Natural Pain Relief in Hindi)
- 5 अस्थिसंहार के उपयोगी भाग (Useful Parts of Hadjod)
- 6 अस्थिसंहार का इस्तेमाल कैसे किया जाता है? (How to Use Hadjod in Hindi?)
- 7 अस्थिसंहार कहां पाया या उगाया जाता है? (Where Hadjod is Found and Grown in Hindi?)
अस्थिसंहार क्या है? (What is Asthisanhar in Hindi?)
आयुर्वेद में और स्थानीय लोगों में भी अस्थिजोड़ चूर्ण का प्रयोग टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिये करते हैं। इसकी लगभग 8 मी तक लम्बी आरोही पर्णपाती लता होती है। जो देखने में चतुष्कोणीय तथा अस्थि शृंखला जैसी प्रतीत होती है, पुराने तने पत्रविहीन होते हैं। इसका प्रयोग अस्थि संबंधी बीमारियों के चिकित्सा में किया जाता है।
अस्थिसंहार प्रकृति से मधुर, कड़वा, तीखा, गर्म, लघु, गुरु, रूखी, कफवातशामक, पाचक और शक्तिवर्द्धक होता है। अस्थिसंहार कृमि, अर्श या पाइल्स, नेत्ररोग, अपस्मार या मिरगी, घाव या अल्सर, आध्मान या पाचन तथा दर्दनाशक होता है। अस्थिसंहार के पौधे से प्राप्त ग्लूकोसाइड हृदयपेशी पर नकारात्मक (नेगेटिव) क्रोनोट्रापिक (Chronotropic) प्रभाव डालता है। यह परखनलीय परीक्षण में अस्थिजनन क्रियाशीलता (Osteogenic activities) दिखाता है।
अन्य भाषाओं में अस्थिसंहार के नाम (Names of Asthisanhar in Different Languages)
अस्थिसंहार का वानास्पतिक नाम Cissus quadrangularis Linn. (सीस्सुस क्वॉड्रंगुलारिस्) Syn-Vitis quadrangularis (Linn.) Wall. ex. Wight है। अस्थिजोड़ Vitaceae (वाइटेसी) कुल का है। अस्थिजोड़ को अंग्रेजी में Bone setter (बोन सेटर) कहते हैं। भारत के विभिन्न प्रांतों में अस्थिसंहार को भिन्न-भिन्न नामों से पुकारा जाता है।
Asthisanhar in-
- Sanskrit-ग्रन्थिमान्, अस्थिसंहार, वज्राङ्गी, अस्थिश्रृंखला, चतुर्धारा
- Hindi-हड़जोड़, हड़संघारी, हड़जोड़ी, हड़जोरवा
- Oriya-हडोजोडा (Hadojoda)
- Urdu-हरजोरा (Harjora)
- Assamese–हरजोरा (Harjora)
- Kannada–मंगरोली (Mangaroli), मंगरवल्ली (Mangaravalli)
- Gujrati- चौधरी (Choudhari), हारसाँकल (Harsankal)
- Tamil-अरुगानी (Arugani), इन्दीरावल्ली (Indiravalli), वज्रवल्ली (Vajravalli)
- Telugu-वज्रवल्ली (Vajravalli), नाल्लेरु (Nalleru), नुललेरोतिगे (Nullerotige)
- Bengali-हाड़भांगा (Harbhanga), हरजोर (Harjora)
- Marathi-कांडबेल (Kandavela), त्रीधारी (Tridhari), चौधरी (Chaudhari)
- Malayalam–बननालमपरान्ता (Bannalamparanta), चांग्लम परांदा (Changalam paranda)
- English-एडिबल स्टेमड वाइन (Edible stemmed vine), वेल्ड ग्रेप (Veld grape), विंग्ड ट्री वाइन (Winged tree vine)
- Persian-हर (Har)
अस्थिसंहार के फायदे (Hadjod Benefits and Uses in Hindi)
अब तक हड़जोड़ के बारे में बात कर रहे थे चलिये जानते हैं कि अस्थिसंहार हड्डियों के अलावा किन-किन बीमारियों में और कैसे काम करता है।
ब्रोंकियल अस्थमा में हड़जोड़ का प्रयोग (Hadjod Uses in Bronchial Asthma in Hindi)
ब्रोंकियल अस्थमा में हड़जोड़ का औषधीय गुण लाभकारी साबित हो सकता है। 5-10 मिली हड़जोड़ रस को गुनगुना कर पिलाने से तमक श्वास में लाभ होता है।
अक्सर मसालेदार खाना खाने या असमय खाना खाने से पेट में समस्याएं होने लगती है। हड़जोड़ का औषधीय गुण घरेलू इलाज में बहुत काम आता है। 5-10 मिली हड़जोड़ पत्ते के रस में मधु मिलाकर पिलाने से पाचन क्रिया ठीक होती है तथा उदर संबंधित समस्याओं से आराम मिलता है।
अर्श या पाइल्स से दिलाये राहत हड़जोड़ (Hadjod Beneficial in Piles in Hindi)
अगर ज्यादा मसालेदार, तीखा खाने के आदि है तो पाइल्स के बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। उसमें हड़जोड़ का घरेलू उपाय बहुत ही फायदेमंद (Hadjod ke fayde) साबित होता है।
उपदंश (जेनिटल पार्ट्स में घाव) में हड़जोड़ के फायदे (Uses of Hadjod in Chancre in Hindi)
उपदंश मतलब जननांग यानि जेनिटल पार्ट्स में घाव जैसा हो जाता है, लेकिन इस घाव में दर्द नहीं होता है। एक भाग तालमखाना, 1/2 भाग अस्थिसंहार, 1/4 भाग दालचीनी तथा 2 भाग शर्करा के चूर्ण को 14 दिनों तक दूध के के साथ सुबह शाम सेवन करने से उपदंश में लाभ होता है। (इस अवधि में तेल, अम्ल या एसिडिक फूड तथा नमक रहित आहार लेना चाहिए।) इसके अलावा हड़जोड़ तने के रस का लेप करने तथा तने के रस का सेवन करने से उपदंश आदि रतिज रोगों में लाभ होता है।
और पढ़ें: तालमखाना के फायदे
डिलीवरी के बाद के दर्द से दिलाये राहत हड़जोड़ (Hadjod or Cissus Quadrangularis Benefits in Post Delivery Pain in Hindi)
हड़जोड़ (Harjodi) के तना एवं पत्तों को पीसकर लेप करने से डिलीवरी के दर्द से आराम मिलता है।
प्रदर या ल्यूकोरिया में हड़जोड़ के फायदे (Hadjod Benefits in Leukorrhea in Hindi)
महिलाओं को अक्सर योनि से सफेद पानी निकलने की समस्या होती है। सफेद पानी का स्राव अत्यधिक होने पर कमजोरी भी हो जाती है। इससे राहत पाने में हड़जोड़ का सेवन फायदेमंद (Hadjod ke fayde) होता है। 5-10 मिली हड़जोड़ काण्ड रस का सेवन करने से अनियमित आर्तवस्राव तथा श्वेतप्रदर या सफेद पानी में लाभ होता है।
गठिया के दर्द से दिलाये राहत हड़जोड़ (Benefits of Hadjod to Get Relief from Gout in Hindi)
अक्सर उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों में दर्द होने की परेशानी शुरू हो जाती है लेकिन हड़जोड़ (Harjodi) का सेवन करने से इससे आराम मिलता है। एक भाग छिलका रहित तना तथा आधा भाग उड़द की दाल को पीस कर, तिल तेल में छान कर, वटिका बनाकर सेवन करने से वातरोगों में लाभकारी होता है। 15 दिनों तक अस्थिसंहार का व्यंजन आदि के रूप में सेवन करने से अस्थिभंग या हड्डियों के टूटने में शीघ्र लाभ होता है तथा तीव्र वात के बीमारियों में लाभ मिलता है।
हड्डियों को जोड़ने में फायदेमंद हड़जोड़ (Hadjod Plant Uses in Bone Fracture in Hindi)
हड्डियों को जोड़ने में हड़जोड़ बहुत ही लाभकारी होता है लेकिन इसके इस्तेमाल करने का तरीका सही होना चाहिए।
-भग्न अस्थि या संधि पर हड़जोड काण्ड कल्क का लेप करने से शीघ्र भग्न संधान होता है।
-10-15 मिली हड़जोड़ स्वरस को घी में मिलाकर पीने से तथा भग्न स्थान पर इसके कल्क में अलसी तैल मिलाकर बांधने से भग्न अस्थि का संधान होता है।
-2-5 ग्राम हड़जोड़ मूल चूर्ण को दुग्ध के साथ पिलाने से भी टूटी हुई हड्डी जुड़ जाती है।
रीढ़ की हड्डी के दर्द से राहत दिलाने में फायदेमंद हड़जोड़ (Benefits of Hadjod Plant to Get Relief from Backpain in Hindi)
अगर रीढ़ की हड्डी के दर्द से परेशान हैं तो हड़जोड़ का औषधीय गुण बहुत फायदेमंद (Hadjod ke fayde) तरीके से काम करता है। हड़जोड़ के पत्तों को गर्म करके सिंकाई करने से दर्द कम होता है।
मोच का दर्द करे कम हड़जोड़ (Hadjod Plant Uses in Cramps in Hindi)
अगर मोच आने पर दर्द कम नहीं हो रहा तो हड़जोड़ का घरेलू उपाय बहुत ही लाभकारी होता है। हड़जोड़ स्वरस में तिल तैल मिलाकर, पकाकर, छानकर लगाने से मोच तथा वेदना में लाभ होता है।
व्रण या घाव में फायदेमंद हड़जोड़ (Hadjod Benefits in Ulcer in Hindi)
कभी-कभी अल्सर का घाव सूखने में बहुत देर लगता है या फिर सूखने पर पास ही दूसरा घाव निकल आता है, ऐसे में हड़जोड़ का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद होता है। जले हुए घाव अथवा कीट के काटने पर हुए घाव में हड़जोड जड़ के रस का लेप लाभप्रद होता है।
पाचन शक्ति बढ़ाता है हड़जोड़ (Hadjod Helps in improving Digestion in Hindi)
हड़जोड़ में कार्मिनेटिव गुण होता है जिस वजह से यह पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। यह एक डाईजेस्टिव प्रकृति की औषधि है और इसके सेवन से भूख भी बढ़ती है। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।
कैंसर से लड़ने में मदद करता है अस्थिसंहार (Benefits of Hadjod in Cancer Treatment in Hindi)
पूरी दुनिया में कैंसर के मरीजों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि हड़जोड़ का सेवन कैंसर की रोकथाम में फायदेमंद होता है। इसके औषधीय गुण कैंसर को फैलने से रोकने में मदद करते हैं।
ब्लीडिंग करे कम हड़जोड़ (Benefits of Hadjod in Bleeding in Hindi)
अगर कटने या छिलने पर ब्लीडिंग कम नहीं हो रहा है तो हड़जोड़ का प्रयोग लाभकारी होता है। हड़जोड़ स्वरस को लगाने से क्षतजन्य रक्तस्राव का स्तम्भन होता है। इसके अलावा 2-4 मिली तने और जड़ के रस को पीने से शीताद, दंत से रक्तस्राव, नासिका से रक्तस्राव तथा रक्तार्श या बवासीर में खून आना आदि में काम आता है।
और पढ़े – रक्तार्श में कास के फायदे
शरीर के दर्द से आराम दिलाये हड़जोड़ (Hadjod works as Natural Pain Relief in Hindi)
हड़जोड़ का सेवन बदन दर्द को भी ठीक करने में कारगर है। इसमें दर्दनिवारक गुण होते हैं जिस वजह से इसका उपयोग करने पर कुछ ही देर में दर्द से आराम मिल जाता है। इसके लिए सोंठ, काली मिर्च तथा अस्थिसंहार प्ररोह पेस्ट (1-2 ग्राम) का सेवन करें।
अस्थिसंहार के उपयोगी भाग (Useful Parts of Hadjod)
आयुर्वेद में हड़जोड़ के तना, पत्र तथा जड़ का औषधि के रुप में ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
अस्थिसंहार का इस्तेमाल कैसे किया जाता है? (How to Use Hadjod in Hindi?)
बीमारी के लिए हड़जोड़ के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए हड़जोड़ का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।चिकित्सक के परामर्शानुसार-
- 2-4 मिली तने जड़ का रस
- 1-2 ग्राम पेस्ट
- 5-10 मिली पत्ते का रस
अस्थिसंहार कहां पाया या उगाया जाता है? (Where Hadjod is Found and Grown in Hindi?)
समस्त भारत के उष्ण प्रदेशों तथा पश्चिमी हिमालय में उत्तराखण्ड से लेकर पश्चिमी घाट के वनों तक यह पाया जाता है।