नारियल एक ऐसा फल है जिसका हर हिस्सा बहुत उपयोगी होता है। सदियों पहले से समुद्री तटीय इलाकों में नारियल का उपयोग खानपान और सौंदर्य के लिए किया जाता रहा है। नारियल का पानी स्वादिष्ट और पौष्टिक होने के साथ यह कई तरह के खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आयुर्वेद में भी इसके गुणों के बारे में विस्तार से बताया गया है।
कच्चे या हरे नारियल के अंदर मौजूद पानी को पौष्टिक पेय माना गया है। इस लेख में हम आपको नारियल पानी के फायदे के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
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नारियल पानी हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है। अगर आप समुद्र तटीय इलाकों में रहते हैं तो इसकी उपयोगिता और ज्यादा बढ़ जाती है। कई चिकित्सक गर्मियों के मौसम में नियमित रूप से नारियल पानी पीने की सलाह देते हैं। आइये इसके प्रमुख फायदों के बारे में जानते हैं :
अगर आपको तेज प्यास लगी है और पानी पीने से नहीं बुझ रही है तो ऐसे में नारियल पानी का सेवन करें। नारियल पानी प्यास बुझाने में उपयोगी है। शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) होने पर भी नारियल पानी पीना फायदेमंद होता है।
कई बार डायरिया या दस्त होने पर शरीर में ज़रुरी खनिज लवणों (इलेक्ट्रोलाइट्स) की काफी कमी हो जाती है जिनकी आपूर्ति ना होने पर समस्या और बढ़ने का खतरा रहता है। कच्चे नारियल का पानी इन खनिज लवणों से भरपूर होता है। इसलिए ऐसे मौकों पर नारियल पानी पीना लाभकारी होता है। यह शरीर में पानी की कमी दूर करने के साथ साथ खनिज लवणों की आपूर्ति भी कर देती है।
नारियल पानी की तासीर ठंडी होती है। आयुर्वेद में भी इसके शीतल गुणों के बारे में बताया गया है। इसलिए गर्मी के दिनों में इसे पीना सेहत के लिए लाभकारी होता है। यह शरीर और पेट की गर्मी को शांत करती है और शरीर को ठंडक पहुंचाती है।
आयुर्वेद में नारियल पानी के बलदायक गुणों के बारे में बताया गया है। जिसके अनुसार नियमित रूप से नारियल पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ साथ शारीरिक शक्ति भी बढ़ती है। इसलिए शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को भी नियमित रूप से थोड़ी मात्रा में नारियल पानी पीना चाहिए।
आयुर्वेद के अनुसार अगर आपकी पाचक अग्नि कमजोर है तो इसका मतलब है कि आप पेट से जुड़ी कई तरह की बीमारियों को बढ़ावा दे रहे हैं। इसलिए अपने खानपान में उन चीजों को शामिल करें जो पाचक अग्नि को बढ़ाते हैं। ऐसे में नारियल पानी आपके लिए काफी उपयोगी हो सकता है। इसके नियमित सेवन से पाचक अग्नि बढ़ती है और पेट से जुड़ी कई बीमारियों से बचाव होता है।
लीवर हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। अक्सर गलत खानपान और कुछ अन्य कारणों की वजह से लीवर की गर्मी और उसमें सूजन बढ़ जाती है। जिससे और कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में अगर आप नारियल पानी पीते हैं तो यह लीवर की गर्मी को दूर करता है और पेट में सूजन, पाचन खराब होने जैसे लक्षणों से आराम दिलाता है।
किडनी में सूजन होना एक गंभीर बीमारी है। आयुर्वेद के अनुसार कच्चे नारियल का पानी पीने से किडनी की सूजन कम होती है।
कच्चे नारियल का पानी माइग्रेन में होने वाले सिरदर्द में भी उपयोगी है। नारियल के पानी को नाक में डालने से माइग्रेन का दर्द कम होता है।
अगर आपके चेहरे पर बार बार निकलने वाले मुंहासों और दाग धब्बों से परेशान हैं तो नारियल पानी का उपयोग करें। नारियल पानी से नियमित चेहरा धोने से चेहरे के मुंहासे और झाइयाँ कम होती है और चेहरे की चमक बढ़ती है।
कच्चे नारियल का पानी शरीर में वात एवं पित्त दोष की अनियमितता को संतुलित करता है। वात और पित्त दोष के असंतुलन से होने वाले रोगों को दूर करता है।
अक्सर गलत खानपान और अनियमित दिनचर्या का असर मूत्र प्रणाली से जुड़े अंगों (मूत्राशय , मूत्र मार्ग आदि) पर भी पड़ता है। जिसकी वजह से मूत्र संबंधी कई तरह की बीमारियाँ बढ़ने का खतरा रहता है। इन रोगों में ब्लैडर में अशुद्धता, बार बार पेशाब आना, पेशाब में रूकावट जैसी समस्याएं शामिल हैं। नारियल पानी मूत्र संबंधी अंगों को शुद्ध करती है जिससे इन बीमारियों का खतरा कम होता है। हालांकि अगर आप इन समस्याओं के लिए नारियल पानी का सेवन कर रहे हैं तो चिकित्सक की सलाह अनुसार करें।
वैसे तो नारियल पानी का सेवन आप किसी भी मौसम में कर सकते हैं। लेकिन गर्मियों के मौसम में इसका सेवन ज्यादा लाभकारी माना जाता है। आज कल अधिकांश लोग गर्मियों के दिनों में अपनी प्यास बुझाने के लिए कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, कोल्डड्रिंक्स आदि का सेवन करते हैं। जबकि केमिकल युक्त ये चीजें आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं।
इनकी बजाय अगर आप गर्मियों में नारियल पानी का सेवन करें तो इससे प्यास भी आसानी से बुझेगी और कई तरह की हानिकारक बीमारियों से बचाव भी होगा। छोटे बच्चों को किसी भी हाल में कोल्डड्रिंक ना पीने दें बल्कि उन्हें नारियल पानी पीने की आदत डलवायें।
इसकी निर्धारित मात्रा के बारे में आयुर्वेद में कोई उल्लेख नहीं है। अगर आप किसी बीमारी के घरेलू उपाय के रूप में इसका सेवन कर रहे हैं तो कृपया किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार सेवन करें।
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