जातीनिम्बपटोलपत्रकटुकादार्वीनिशासारिवामञ्जिष्ठाभयसिक्थतुत्थ मधुकैर्नक्ताह्व बीजान्वितैःसर्पि साध्यमनेन सूक्ष्मवदना मर्माश्रिताः क्लेदिनो। गम्भीराः सरुजो व्रणाः सगतय शुद्ध्यन्ति रोहन्ति च। अ.हृ.उ.25/67
| क्र.सं. | घटक द्रव्य | प्रयोज्यांग | अनुपात |
| 1 | जाती पत्र (Myristica fragrans) | पत्र | 14.76 ग्रा. |
| 2 | निम्ब पत्र (Azadirachta indica(Linn.)
A.Juss. Syn-Melia Azadirachta Linn.) |
पत्र | 14.76 ग्रा. |
| 3 | पटोल पत्र (Trichosanthes dioica) | पत्र | 14.76 ग्रा. |
| 4 | कटुका (Picrorhiza kurroa Royle ex Benth) | कन्दमूल | 14.76 ग्रा. |
| 5 | दार्वी (Berberis aristata) | काण्ड | 14.76 ग्रा. |
| 6 | हरिद्रा (Curcuma longa Linn.) | कन्द | 14.76 ग्रा. |
| 7 | सारिवा (Hemidesmus indicus R. Br.) | मूल | 14.76 ग्रा. |
| 8 | मंजिष्ठा (Rubia cordifolia) | मूल | 14.76 ग्रा. |
| 9 | अभया (उषीर) (Terminalia chebula Retz.) | मूल | 14.76 ग्रा. |
| 10 | सिक्था (Honey bee wax) | 14.76 ग्रा. | |
| 11 | तुत्थ (Eclipta alba Hassk.) | 14.76 ग्रा. | |
| 12 | मधुक (Glycyrrhiza Linn.) | मूल | 14.76 ग्रा. |
| 13 | करंज (Pongamia pinnata Pierre) | बीज | 14.76 ग्रा. |
| 14 | गोघृत (Ghee) | 768 ग्रा. | |
| 15 | जल (Water) | 3.072 ली. |
अनुपान– बाह्य लेपन।
गुण और उपयोग– यह घृत मरहम अथवा बाह्य लेप के रूप में प्रयोग किया जाता है। नाड़ीव्रण (नासूर), घाव पीड़ायुक्त व्रण, जिस घाव से रक्त निकल रहा हो तथा अग्नि से जले हुए स्थान पर इसके प्रयोग से शीघ्र ही आराम मिलता है।