Written by: dixit rajput
हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। एलडीएल को कम करके हल्दी, दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है और धमनियों में प्लाक जमा होने के खतरे को कम करती है।
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करक्यूमिन, एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में कारगर साबित हुआ है। HDL का बढ़ा हुआ लेवल ब्लड-स्ट्रीम से एक्स्ट्रा कोलेस्ट्रॉल को निकलने में मदद करता है, जिससे आपका दिल स्वस्थ बना रहता है।
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बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल अक्सर रक्त वाहिकाओं में सूजन का कारण बनता है। हल्दी के एंटीइन्फ्लामेट्री गुण इस सूजन को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही ब्लड फ्लो और हृदय की कार्यप्रणाली में सुधार करते हैं।
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एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण से धमनियों में प्लॉक बनने की संभावना बढ़ जाती है। कर्क्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। जो की एलडीएल के ऑक्सीकरण को रोकता है और धमनियों को नुकसान से बचाता है।
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हल्दी, लिवर को पित्त का उत्पादन करने के लिए उत्तेजित करती है। जो डाइट्री फैट को तोड़ने और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को ज्यादा अच्छे से नियंत्रित करने में मदद करता है।
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कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए हेल्दी वेट मेंटेन करना जरुरी है। करक्यूमिन, मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने और फैट जमा होने की प्रक्रिया को कम करने में मदद करता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल ज्यादा अच्छे से बैलेंस होता है।
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