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रीठा के फायदे, नुकसान और औषधीय गुण (Reetha ke fayde, Nuksaan aur Aushadhiya Gun)

रीठा (Reetha or Ritha) एक बहुत ही फायदेमंद जड़ी-बूटी है। महिलाएं अधिकांशतः रीठा का इस्तेमाल करती हैं, क्योंकि बालों से संबंधित समस्याएं जैसे- बालों को झड़ने से रोकने और बालों को बढ़ाने आदि में रीठा के फायदे (reetha benefits in hindi) मिलते हैं। बालों को धोने के लिए भी रीठा के फलों का उपयोग किया जाता है। रीठे के फलों को पानी में भिगोने के बाद जो झाग निकलता है, उसे शरीर में लगाने से शरीर की जलन ठीक होती है। इसके अलावा भी रीठा के फायदे (Reetha ke fayde) और भी हैं।

 

Reetha ke fayde

आयुर्वेद में रीठा को बहुत ही गुणकारी जड़ी-बूटी बताया गया है। अगर आप रीठा (soapnut) के इस्तेमाल (reetha ka istemal)से होने वाले फायदे (Reetha ke fayde) के बारे में नहीं जानते हैं तो आइए जानते हैं।

 

Contents

रीठा क्या है? (What is Reetha in Hindi?)

रीठा एक जड़ी-बूटी है। रीठा की मुख्यतः दो प्रजाति पाई जाती हैं, जो ये हैंः-

  • सैपिनडस मूकोरोस्सी (Sapindus mukorossi) – यह वृक्ष लगभग 15 मीटर ऊँचा होता है। इसके फूल सफेद और बैंगनी रंग के होते हैं। इसके फल गुदेदार, झुर्रीदार व चमकीले होते हैं, जो सूखने पर शयामले रंग के हो जाते हैं। इस फल की बीज गोलाकार, शयामले रंग के होते हैं। एक फल में तीन बीज होती हैं।
  • सैपिनडस त्रिफोलिटस (Sapindus trifoliatus)- इस रीठा  (soapnut) के फलों की आकृति वृक्काकार होती है। इसे अलग करने पर जुड़े हुए स्थान पर हृदयाकार चिह्न पाया जाता है। ये पकने पर थोड़ा लाल और भूरे रंग का हो जाता है। इसके फल एक साथ जुड़े होते हैं। इसके वृक्ष विशेषतः दक्षिण भारत में मिलते हैं।

अनेक भाषाओं में रीठा के नाम (Name of Soapnut in Different Languages)

रीठा का वानस्पतिक नाम सेपिन्डस सपोनेरिया (Sapindus saponaria Linn., Syn-Sapindus mukorossi Gaertn., Sapindus abruptus Lour. है, और यह सेपिंडेसी (Sapindaceae) कुल का है। रीठा के अनेक नाम ये हैंः-

  • Name of Reetha in Hindi – रीठा, अरीठा
  • Name of Ritha in Sanskrit – अरिष्टक, माङ्गल्य, कृष्णवर्ण, अर्थसाधन, रक्तबीज, पीतफेन, फेनिल, गर्भपातन, गुच्छफल
  • Name of Reetha in English (kunkudukai in english)- सोप नट ट्री ऑफ नार्थ इण्डिया (Soap nut tree of North India), सोपनट ट्री (Soapnut tree), चाइनीज सोपबेरी (Chinese soapberry)
  • Name of Reetha in Oriya – ईटा (Ita)
  • Name of Reetha in Assamese – रीठा (Ritha)
  • Name of Reetha in Gujarati – कुंकुटे कायि (Kunkute kayi)
  • Name of Reetha in Tamil (reetha meaning in tamil) – पोन्नन कोट्टइ (Ponnan kottai)
  • Name of Reetha in Bengali – रीठेगाछ (Rithegach), रीठे (Rithe)
  • Name of Reetha in Nepali – रिठ्ठा (Rittha)
  • Name of Reetha in Punjabi – दोड़न (Dodan)
  • Name of Reetha in Marathi – रीठा (Ritha), रिठा (Ritha)
  • Name of Reetha in Arabic – फिन्दुक-इ-हिन्दी (finduk-e-hindi), हैथागुटी (Haithguti)
  • Name of Reetha in Persian – फुनके फारसी (Funake farasi)

रीठा के फायदे (Reetha Benefits and Uses in Hindi)

आयुर्वेद के अनुसार, आप रीठा के औषधीय गुण से अनेक फायदे (Reetha ke fayde) ले सकते हैं, जो ये हैंः-

 

बालों की समस्या में रीठा का औषधीय गुण फायदेमंद (Soapnuts Benefits for Hair Problem in Hindi)

  • बालों (Reetha for hair) में जूं (जुएं) की परेशानी हो तो कपूर कचरी 100 ग्राम, नागरमोथा 100 ग्राम और कपूर तथा रीठा फल की गिरी के साथ (soapnut), आँवला, शिकाकाई लें। इनका मिश्रण बना लें। इससे बाल धोने से बालों में चमक आती है, और बाल लंबे और घने होते हैं। रूसी की पेरशानी भी ठीक हो जाती है। 
  • जूं (जुओं) की समस्या को खत्म करने के लिए 40-40 ग्राम, शिकाकाई 25 ग्राम, आँवले 200 ग्राम लें। इन सबका चूर्ण  बना लें। 50 ग्राम चूर्ण लेकर पानी मिला लें। इस लुगदी को बालों में लगाएं। कुछ देर बाद बालों को गुनगुने पानी से खूब धो लें। इससे जूं तथा लीखें मर जाती हैं। बाल मुलायम भी होते हैं। [Go to: Reetha benefits

 

और पढ़ें: बालों की समस्या में आंवले के फायदे

 

माइग्रेन में रीठा के फायदे (Reetha Benefits in Relief from Migraine in Hindi)

  • माइग्रेन या अधकपारी में रीठा फल के रस में 1-2 काली मरिच घिस लें। इसे नाक के रास्ते 4-5 बूँद लें। इससे आधासीसी (अधकपारी) के दर्द से आराम मिलता है।
  • रीठा के जल को 1-2 बूँद नाक में डालने से भी माइग्रेन और मस्तक रोग ठीक होता है। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ें – माइग्रेन में शिरीष के फायदे

 

दांतों की बीमारियों में रीठा के औषधीय गुण से लाभ (Benefits of Soapnut Powder in Dental disease in Hindi)

दांतों के रोग के इलाज के लिए रीठा के बीजों  (reetha ke beej ka upyog) को तवे पर जलाकर पीस लें। इसमें बराबर मात्रा में पिसी हुई फिटकरी मिला लें। इस चूर्ण दांतों पर मलने से दांतों के सब प्रकार के रोग दूर (reetha benefits in hindi) हो जाते हैं। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ें: दांतों के रोगों में बरगद के फायदे

 

रीठा का प्रयोग कर खांसी का इलाज (Benefits of Kunkudukaya in Fighting with Cough in Hindi)

कफ की बीमारी में  1 ग्राम रीठा चूर्ण या रीठा पावडर तथा 2-3 ग्राम त्रिकटु चूर्ण को 50 मिली पानी में डालकर रखें। सुबह जल को साफकर अलग शीशी में भर लें। इस जल की 4-5 बूंद सुबह खाली पेट नियमित रूप से नाक में डालें। इससे अन्दर जमा हुआ कफ बाहर निकल जाता है, तथा सिर दर्द से तुरन्त लाभ मिलता है। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ें: सिर दर्द में कासनी के फायदे

 

दमा में फायदेमंद रीठा का प्रयोग (Reetha Benefits for Asthma in Hindi)

Reetha health benefits

  • रीठा का इस्तेमाल (reetha ka istemal)कर दमा में लाभ लिया जा सकता है। दमा के लिए रीठा (soapnut) के फल को पीसकर उसको सूंघें।
  • रीठा फल को जल के साथ पीस लें। इसमें 1-2 नग काली मिर्च भी पीस लें। इस जल की 5-6 बूँद नाक में डालने से भी दमे में लाभ होता है। [Go to: Reetha benefits]

आंखों की बीमारियों में रीठा के फायदे (Soapnuts Benefits to Treat Eye Disease in Hindi)

आप आंखों के रोग में भी रीठा से फायदा ले सकते हैं। आंखों की बीमारी जैसे- आंख के दर्द, या आंख से पानी बहने पर रीठा फल को जल में उबाल लें। इस जल से आंखों को धोएं। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ें: आंखों के लिए कपूर के फायदे

 

दस्त रोकने के लिए रीठा का उपयोग (Benefits of Reetha to Stop Diarrhea in Hindi)

दस्त रोकने के लिए रीठा की 4½ ग्राम गिरी को 100 मिली पानी में मथें। जब झाग निकलने लगे तो इस जल को हैजा और दस्त के रोगी को पिलाएं। इससे लाभ होता है। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ें: हैजा में मौसमी के फायदे

 

वीर्य विकार में रीठा से लाभ (Benefits of Reetha for Sperm Disorder in Hindi)

वीर्य विकार का इलाज करने के लिए रीठा की गिरी को पीस लें। इस चूर्ण  या रीठा पावडर (reetha powder) में बराबर मात्रा में गुड़ मिला लें। इसे एक चम्मच की मात्रा में सुबह और शाम पिएं। आपको इसे एक कप दूध के साथ सेवन करना है। इससे लाभ होता है। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ें: वीर्य रोग में गुलब्बास के फायदे

 

मासिक धर्म विकार में रीठा के फायदे (Benefits of Reetha in Menstrual Problem in Hindi)

मासिक धर्म संबंधी परेशानी में रीठा फल की छाल या गिरि को महीन पीसकर शहद मिला लें। इसका पेस्ट बनाकर योनि के अंदर रखें। इससे मासिक धर्म संबंधी विकारों में लाभ होता है। बेहतर लाभ के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ें: मासिक धर्म विकार में सारिवा के फायदे

 

सूजन को दूर करने के लिए रीठा के फायदे (Reetha Beneficial to Get Relief from Inflammation in Hindi)

रीठा के एक रिसर्च के अनुसार कुछ ऐसे तत्व पाये जाते है जो कि एंटी-इंफ्लेमेटरी का कार्य करते है जिससे सूजन को कम करने में मदद मिलती है। 

 

त्वचा के लिए रीठा के फायदे (Benefit of Reetha for Skin in Hindi)

रीठा के पानी का प्रयोग त्वचा के घाव को साफ़ करने में किया जाता है जिससे घाव के साफ़ रखने और उसमें खुजली रोकने में मदद मिलती है।

बालों के लिए रीठा का उपयोग (Use of Reetha for Hair in Hindi)

रीठा का प्रयोग एक प्राकृतिक रूप से सिर और बालों की सफाई करने के लिए किया जाता है। शैम्पू में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में किया जाता है। रीठे के फलों को पानी में भिगोने के बाद जो झाग निकलता है जो कि बालों की सफाई में सहायता करता है। 

प्रसव संबंधित समस्याओं में रीठा से लाभ (Benefits of Reetha in Pregnancy in Hindi)

प्रसव को आसान बनाने में भी रीठा का प्रयोग फायदेमंद होता है। इसके लिए रीठा फल के झाग में रूई को भिगो लें। इसे योनि में रखने से प्रसव आसानी से हो जाता है। [Go to: Reetha benefits]


मूत्र रोग में रीठा के फायदे (Reetha Benefits to Treat Urinary Disease in Hindi)

पेशाब करते समय दर्द होता हो तो 25 ग्राम रीठा को 1 लीटर पानी में रात भर के लिए भिगो दें। इस पानी को सुबह साफ कर लें। इसे थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पिलाने से पेशाब संबंधी समस्याओं में लाभ मिलता है। [Go to: Reetha benefits]

खूनी बवासीर में रीठा के औषधीय गुण से फायदा (Benefits of Reetha in Piles Treatment in Hindi)

rettha powder benefits

रीठा फल से बीज (reetha ke beej ka upyog) निकालें, और फल के शेष भाग को तवे पर जला लें। इसमें बराबर मात्रा में कत्था मिलाकर अच्छी तरह से पीस लें। इस चूर्ण (soapnut powder) सुबह और शाम मक्खन या मलाई के साथ सेवन करें। इसे 7 दिनों तक सेवन करना है। इससे खूनी बवासीर में फायदा होता है। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ें: बवासीर में अभयारिष्ट के फायदे

रीठा के औषधीय गुण से मिर्गी रोग में लाभ (Uses of Reetha in Epilepsy in Hindi)

मिर्गी की बीमारी में रीठा के बीज (reetha ke beej ke fayde), गुठली और छिलके सहित रीठा को पीस लें। इसे मिरगी के रोगियों को रोज सूघाएं। इससे मिर्गी रोग में फायदा (Reetha ke fayde) होता है। [Go to: Reetha benefits]

और पढ़ेंः मिरगी के इलाज में जटामांसी के फायदे

 

अफीम का नशा उतारने के लिए रीठा का प्रयोग (Reetha helps in Opium Addiction Problem in Hindi)

अफीम के नशे को उतारने के लिए भी रीठा का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए रीठा को पानी में इतना उबालें कि पानी में भाप आने लगे। इस पानी को आधा कप की मात्रा में पिलाने से अफीम का नशा उतर जाता है। [Go to: Reetha benefits]

जहरीले कीड़ों के काटने पर रीठा से लाभ (Kunkudukaya Uses in Poisonous Insect bite in Hindi)

  • रीठा की गिरी को सिरके से पीसकर विषैले कीटों के काटने वाले स्थान पर लगाएं। इससे फायदा होता है।
  • रीठा फल को पानी में पका लें। इसे थोड़ी मात्रा में पीने से भी मुंह से पिया गया जहर उल्टी के रास्ते बाहर निकल जाता है। [Go to: Reetha benefits]

बिच्छू के काटने पर रीठा के फायदे (Soapnut Powder Uses in Scorpion bite in Hindi)

  • बिच्छू के जहर का असर कम करने में रीठा फायदेमंद (Reetha ke fayde) होता है।  बिच्छू के काटने पर रीठा के फल की मज्जा में तम्बाकू का चूर्ण मिला लें। इसे हुक्के में रखकर पीने से बिच्छू का विष उतरता है।
  • इसी तरह रीठा फल की गिरी को पीस लें। इसमें बराबर भाग में गुड़ मिला लें। इसकी 1-2 ग्राम की गोलियाँ बना लें। पांच-पांच मिनट बाद पानी के साथ गोली खिलाएं। 15 मिनट में ही तीन गोली देने से बिच्छू का विष उतरता है।
  • इसके अलावा रीठा फल को पीसकर आंख में काजल की तरह लगाने से, तथा डंक वाले स्थान पर लगाने से भी बिच्छू का विष उतरता है। [Go to: Reetha benefits]

रीठा के उपयोगी भाग (Useful Parts of Reetha)

आप रीठा का उपयोग इन रूपों में कर सकते हैंः-

  • फल
  • बीज

रीठा का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Reetha?)

रीठे को इस्तेमाल (reetha ka istemal) करने और औषधीय प्रयोग कर बेहतर परिणाम पाना के लिए चिकित्सक से परामर्श लेना नहीं भूलना चाहिए।

रीठा के नुकसान  (Reetha Side Effects)

किसी भी चीज का अधिक उपयोग करने पर नुकसान होने की संभावना रहती है, उसी तरह रीठा के साथ भी है। इसलिए जो लोग गर्म प्रकृति के हैं उन्हें रीठा का अधिक प्रयोग नहीं करना चाहिए। रीठा के प्रयोग चिकित्सक से परामर्श के करना चाहिए साथ ही रीठे से निकलने वाले  झाग को आँखों में जाने से बचाना चाहिये।

रीठा कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Reetha Found or Grown?)

रीठा के वृक्ष सम्पूर्ण भारत में पाए जाते हैं।

और पढ़ें – मासिक धर्म विकार में सौंफ से फायदा