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Jangali Pyaj: बहुत गुणकारी है जंगली प्याज- Acharya Balkrishan Ji (Patanjali)

Contents

जंगली प्याज का परिचय (Introduction of Jangali Pyaj)

शायद आप सोच रहे होंगे कि प्याज तो सुना है लेकिन जंगली प्याज क्या होता है? लेकिन जंगली प्याज के फायदे आयुर्वेद में बहुत सारे हैं। आयुर्वेद में प्याज का इस्तेमाल कई तरह के बीमारियों के लिए औषधि के रुप में किया जाता है।

wild onion

 

आज भी गांव में लोग जंगली प्याज का इस्तेमाल जोड़ो का दर्द कम करने के लिए करते हैं। इसके अलावा आयुर्वेद में जंगली प्याज का इस्तेमाल सांस नली में सूजन, घाव, कृमि रोग, पेट के रोग आदि बीमारियों के लिए उपचार के रुप में किया जाता है। तो चलिये इस जंगली प्याज के बारे में विस्तार से जानें।

जंगली प्याज क्या होता है ?(What is Jangali Pyaj in Hindi?)

जंगली प्याज कंद (bulb) वाला शाकीय पौधा होता है। इसके शल्क कन्द नाशपाती आकार का होता है तथा स्वाद में यह तीखा होता है। जंगली प्याज जून से सितम्बर तक फलता और फूलता है।

जंगली प्याज प्रकृति से कड़वा, तीखा और गर्म तासीर का होता है। इसके सेवन से मूत्र की मात्रा बढ़ती है। यह कृमिरोग, उल्टी, कुष्ठ तथा विष के असर को कम करने में सहायता करता है। इसके अलावा यह वात को तो कम करता है लेकिन पित्त को बढ़ाता है।  जंगली प्याज कफ निकालने और सूजन कम करने में भी सहायक होता है। 

अन्य भाषाओं में जंगली प्याज के नाम (Name of Jangali Pyaj in Different Languages)

जंगली प्याज का वानास्पतिक नाम Urginea indica (Roxb.) Kunth  (अर्जीनिया इण्डिका) Syn-Urginea senegalensis Kunth है। जंगली प्याज Liliaceae (लिलिएसी) कुल का होता है। जंगली प्याज को अंग्रेजी में Indian squill (इण्डियन सिक्विल) कहते हैं। भारत के विभिन्न प्रांतों में जंगली प्याज को भिन्न-भिन्न नामों से पुकारा जाता है। जैसे-

Jangali Pyaj in-

Sanskrit-कोलकन्द, वनपलांडु;

Hindi-वन कांदा, जंगली प्याज;

Urdu-जंगली प्याज (Jangali piyaz);

Kannadaअडविरिरुल्ली (Adavirirulli);

Gujrati-जंगली कांदो (Jangli kando), पाण कंदो (Pann kando);

Tamil-नारी वेंगायम (Nari vengayam);

Telegu-अडवितेला गड्डा (Advitela gadda), नकावल्लीगड्डा (Nakavalligadda);

Bengali-कांदा (Kanda), जंगली प्याज (Jangli pyaz);

Nepali-वनप्याज (Vanpayaz);

Punjabi-फाफोर (Phaphor);

Marathi-रानकांदा (Rankanda), कोलकांदा (Kolkanda);

Malayalam-कट्टुल्ली (Kattulli)।

English-इण्डियन स्क्विल (Indian squill);

Arbi-उन्सुले हिंदी (Unsule hindi), बसफलाफार-ए-हिन्दी (Basullafar-e-hindi);

Persian-प्याज ए दश्त ए हिन्दी (Pyaz e dast e hindi), पियाज सहराई (Piyaz sahrai)

जंगली प्याज के फायदे (Jangali Pyaj Uses and Benefits in Hindi)

जंगली प्याज का आयुर्वेद में बहुत सारे फायदे होते हैं। जंगली प्याज को कैसे औषधि के रुप में इस्तेमाल किया जाता है जानने के लिए आगे चलते हैं-

ब्रोंकाइटिस या श्वास नलिका शोथ से दिलाये राहत जंगली प्याज (Jangali Pyaj Benefits in Bronchitis in Hindi)

Bronchitis

 

ब्रोंकाइटिस में मुँह, नाक और फेफड़े के बीच का हवा का मार्ग  सूज जाता है। विशेष रुप से ब्रोंन्कियल ट्यूब्स के लाइनिंग में सूजन आ जाती है। जंगली प्याज के रस से बने सिरप का सेवन करने से ये सूजन कम हो जाता है। 

कृमि रोग से दिलाये राहत जंगली प्याज (Benefit of Jangali Pyaj for Helminthiasis in Hindi)

 बच्चों को सबसे ज्यादा कृमि रोग होता है।  वन पलाण्डु का काढ़ा बनाकर 20 मिली मात्रा में पीने से पेट में जो कृमि होता है वह नष्ट हो जाता है। कृमि के कारण जो पेट में दर्द होता है उससे भी राहत मिलती है।

पेट संबंधी समस्या में फायदेमंद जंगली प्याज (Jangali Pyaj Benefits for Stomachalgia in Hindi)

जंगली प्याज का काढ़ा बनाकर 20 मिली मात्रा में पीने से पेट संबंधी सामान्य समस्याओं में लाभ (jangli pyaj ke fayde) मिलता है। प्याज के औषधीय गुण पेट संबंधी समस्या से राहत दिलाने में मदद करता है।

अश्मरी में जंगली प्याज का इस्तेमाल  (Benefit of Jangli Pyaj to Get Relief from Calculus in Hindi)

जंगली प्याज के कंद का काढ़ा बनाकर पीने से किडनी के बीमारी में तथा अश्मरी या किडनी स्टोन को तोड़कर निकालने में बहुत मदद मिलती है।

रक्तस्राव या खून बहना रोके जंगली प्याज (Jangli Pyaj to Treat Hemorrhage in Hindi)

 अगर गर्भाशय या यूटेरस से ब्लीडिंग हो रहा है तो जंगली प्याज का प्रयोग बहुत लाभकारी होता है। इसका प्रयोग गर्भाशयगत रक्तस्राव की चिकित्सा में किया जाता है।

आमवात या अर्थराइटिस से दिलाये राहत जंगली प्याज (Benefit of Jangali Pyaj to Get Relief from Rheumatoid Arthritis in Hindi)

 आजकल अर्थराइटिस की परेशानी किसी भी उम्र में हो जाती है। जंगली प्याज के कंद को पीसकर त्वचा में लगाने से आमवात के दर्द से आराम (jangli pyaj ke fayde) मिलता है।

दद्रु या खुजली में लाभकारी जंगली प्याज (Jangali Pyaj to Treat Ringworm in Hindi)

skin infection

अगर किसी कारण एलर्जी के रुप में खुजली हो गया है तो जंगली प्याज का इस तरह से प्रयोग करने पर बहुत लाभ मिलता है।  जंगली प्याज के कंद को पीसकर त्वचा में लगाने से जोड़ो का दर्द और खुजली दोनों में आराम मिलता है।

व्रण या अल्सर से दिलाये राहत जंगली प्याज (Jangali Pyaj Heals Ulcer in Hindi)

कई बार ऐसा होता है कि अल्सर का घाव ठीक होने का नाम ही नहीं लेता है।  जंगली प्याज घाव को ठीक करने और भरने में सहायता करता है। जंगली प्याज का काढ़ा बनाकर व्रणों को धोने से घाव जल्दी ठीक होता है।

 

पैरों के तलवों की जलन से दिलाये राहत जंगली प्याज (Jangli Pyaj Beneficial to Get Relief from Burning Sensation of Feet in Hindi)

अगर आप पैरो के तलवों की जलन से परेशान है तो जंगली प्याज आपको आराम दे सकती है, इसके लिए आपको इसको मसलकर लेप बनाये।इस लेप को तलवो में लगाने पर जलन से जल्दी आराम मिलता है। 

हृदय रोग में जंगली प्याज के फायदे (Jangli Pyaz Beneficial in Heart Diseases in Hindi)

हृदय रोग में जंगली प्याज का सेवन फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें पाये जाने वाले कुछ तत्व हृदय की क्रियाशीलता को बनाये रखने में सहायक होते हैं। 

चोट लगने पर जंगली प्याज के इस्तेमाल से मिले राहत (Benefit of Jangli Pyaz Heals Wounds in Hindi)

अगर आपको शरीर में किसी स्थान पर चोट लग गयी है और आप उसको जल्दी ही घर में ठीक करना चाहते है तो जंगली प्याज का लेप फायदेमंद साबित होता है, क्योंकि इसमें रोपण (हीलिंग) का गुण पाया जाता है जो कि चोट को जल्दी भरने में सहायक होता है। 

गुर्दे के रोग में जंगली प्याज के फायदे (Benefit of Jangli Pyaz in Kidney Diseases in Hindi)

गुर्दे के रोग में जंगली प्याज का प्रयोग फायदेमंद होता है, क्योंकि जंगली प्याज मूत्र की प्रवृति को बढ़ाकर गुर्दे के रोगों के लक्षणों को कम करने में सहायता करता है। 

मूत्रा‍वरोध में फायदेमंद जंगली प्याज का सेवन (Uses of Jangli Pyaz Beneficial to Treat Urinary Retention in Hindi)

मूत्रावरोध में जंगली प्याज का प्रयोग फायदेमंद होता है क्योंकि, ये मूत्र की प्रवृति को बढ़ाकर अवरोध को धीरे-धीरे   दूर करने में मदद करता है। 

जंगली प्याज का उपयोगी भाग (Useful Parts of Jangali Pyaj)

आयुर्वेद में जंगली प्याज का इस्तेमाल शल्ककंद के रूप में किया जाता है।

जंगली प्याज  का सेवन कैसे करना चाहिए ?(How to Use Jangali Pyaj in Hindi?)

 बीमारी के लिए जंगली प्याज के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए जंगली प्याज का उपयोग (pyaj ke upyog) कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।

जंगली प्याज के सेवन के दुष्परिणाम (Side effects of Jangli Pyaz)

इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से मिचली (उत्क्लेश), मूत्र से खून आना, दिल का दौरा एवं मृत्यु भी हो सकती है।   इसका प्रयोग चिकित्सकीय परामर्शानुसार ही किया जाना चाहिए।

जंगली प्याज कहां पाया जाता है (Where is Jangali Pyaj Found or Grown in Hindi)

भारत के हिमालयी क्षेत्रों में विशेषतया उत्तराखण्ड, हिमाचल आदि में 1500 मी की ऊँचाई तक पाया जाता है।