अभी भी पूरा विश्व कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह उबर नहीं पाया है. कुछ महीनों के अंतराल पर वायरस का कोई न कोई नया वैरिएंट सामने आ रहा है और लोग उसकी चपेट में आ रहे हैं. जहाँ कुछ महीने पहले तक डेल्टा वैरिएंट को काफी खतरनाक माना जा रहा था वहीँ अब हर जगह ‘ओमिक्रोन’ वैरिएंट की चर्चा है. आंकड़ों के अनुसार कोविड से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है.
कोरोना महामारी से उबरने के बाद भी कई लोगों को बहुत से अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ लोग कई दिनों तक खांसी से परेशान रह रहे हैं वहीँ अधिकांश लोगों के बाल तेजी से झड़ने लग रहे हैं. इसके अलावा भी कई अन्य समस्याएं देखने को मिल रही हैं. इस लेख में हम आपको कोविड से ठीक होने के बाद होने वाली समस्याओं और उनसे बचने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बता रहे हैं :
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कोविड से रिकवर होने के बाद भी कई लोगों की शिकायतें आ रही हैं कि उनके बाल बहुत झड रहे हैं या शरीर की कमजोरी कई हफ़्तों तक ठीक नहीं हो रही है. वहीँ डायबिटीज के मरीजों में शुगर का लेवल अनियंत्रित होना या स्ट्रेस बढ़ना भी इसका आम साइड इफ़ेक्ट देखा गया है. ऐसे में यह ज़रूरी है कि आप अपने खानपान और स्वास्थ्य का ध्यान रखें एवं समय-समय पर ज़रूरी जांच करवाते रहें.
अगर आप कोविड से ठीक होने के बाद अब इन समस्याओं से परेशान हैं तो इस लेख में बताए गए घरेलु नुस्खों को आजमाएं. इन घरेलु उपचारों की मदद से शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है और इन समस्याओं से जल्दी राहत मिलती है.
कोविड संक्रमित होने पर खांसी आना इस संक्रमण का मुख्य लक्षण बताया गया है, लेकिन जब लोग इस बीमारी से ठीक हो जा रहे हैं तब भी कुछ लोगों की खांसी कई हफ़्तों तक ठीक नहीं हो रही है. अगर आप भी खांसी से परेशान हैं तो नीचे बताए गए घरेलु उपचार अपना सकते हैं :
एक गिलास दूध में एक चुटकी हल्दी पाउडर डालकर कुछ देर तक उबालें और बाद में इसे गुनगुना होने पर पिएं. इस गुनगुने दूध का दिन में दो बार सेवन करें.
अगर आपको सूखी खांसी हो रही है तो मुलेठी के चूर्ण का उपयोग करें.
कोरोना वायरस, शरीर को बहुत हद तक अंदर से कमजोर कर देता है. संक्रमण के दौरान तो कमजोरी इतनी बढ़ जाती है कि मरीज को चलने फिरने में कठिनाई होने लगती है. संक्रमण से ठीक होने के बाद भी कई लोग काफी दिनों तक तेज थकान या कमजोरी महसूस करते हैं. आइए जानते हैं कि इससे कैसे निजात पाएं :
अगर आप कोविड संक्रमण के बाद शारीरिक रूप से बहुत कमजोर हो गए हैं तो इसके लिए ज़रूरी है कि आप अपनी डाइट में पौष्टिक चीजों का सेवन बढ़ा दें. पौष्टिक आहार जैसे कि फल, हरी सब्जियां आदि शरीर को पर्याप्त मात्रा में उर्जा देती हैं. इसके साथ ही सुबह शाम एक-एक चम्मच च्वयनप्राश का सेवन करें.
कोरोना से लड़कर ठीक होने के बाद एक समस्या जो अधिकांश लोगों में देखने को मिल रही है वो है बालों का बहुत तेजी से गिरना. खासतौर पर महिलाएं बाल झड़ने की इस समस्या से बहुत ज्यादा चिंतित हैं. कुछ जगहों पर ऐसा भी पाया गया है कि कोविड वैक्सीन लगवाने के कुछ हफ़्तों बाद अचानक से बाल ज्यादा गिरने लग रहे हैं. अगर आप इस समस्या से जूझ रहें हैं तो नीचे बताए गए घरेलू उपाय अपनाएं साथ ही अगर कुछ दिनों में आराम ना मिले तो डॉक्टर से संपर्क करें.
कोरोना के समय सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को हुई जो पहले से डायबिटीज के मरीज थे क्योंकि उनका शुगर लेवल वायरस के संक्रमण के प्रभाव के कारण अनियंत्रित होने लगा. शुगर लेवल अनियंत्रित होने की यह समस्या कोविड से रिकवर होने के बाद भी कई लोगों में देखी गई. आइए जानते हैं डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए आप क्या करें.
अगर आप कोविड से रिकवर हो चुके हैं और अभी भी आपका शुगर लेवल अनियंत्रित रहता है तो सबसे ज़रूरी है कि आप अपने खानपान और जीवनशैली में सुधार लाएं. रोजाना सुबह शाम नियमित रूप से व्यायाम करें और भरपूर नींद लें. इन उपायों के अलावा नियमित रूप से अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें और उनकी सलाह के अनुसार दवाएं लेते रहें.
कोविड का सबसे बुरा असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ा है. कोविड से रिकवर हुए ऐसे कई लोगों में यह देखने को मिला है कि वे स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियों से घिर चुके हैं. ऐसी अवस्था में आपको समय समय पर जाकर मानसिक रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए और उनके अनुसार अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने चाहिए. आइए कुछ आयुर्वेदिक उपायों के बारे में भी जानते हैं :
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, अश्वगंधा का सेवन मानसिक अवसाद (डिप्रेशन) को दूर करने में मदद करता है. इसलिए आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह अनुसार अश्वगंधा का सीमित मात्रा में सेवन करें.
नियमित रूप से योग और ध्यान करने से भी स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसे मानसिक रोगों को कम किया जा सकता है. रोजाना सुबह और शाम को कम से अकम आधे घंटे ध्यान और योग करें.
कोविड के साइड इफ़ेक्ट के रूप में कई लोगों को नींद से जुड़ी समस्याएं भी हो रही हैं. पहले की तुलना में कोविड से रिकवर होने के बाद अब उन्हें भरपूर नींद लेने में कठिनाई हो रही है. अगर आप भी नींद से जुड़ी समस्या या अनिद्रा से परेशान हैं तो इन उपायों को आजमाएं.
यह सच है कि मजबूत इम्यूनिटी के कारण ही हम इस वायरस से लड़ने में कामयाब हुए लेकिन फिर भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बहुत कमजोर हो जाती है. कमजोर इम्यूनिटी होने पर ऐसा देखा गया है कि कोविड से रिकवर होने के बाद भी लोग बार-बार समी बीमारियों जैसे कि सर्दी-जुकाम, वायरल आदि की चपेट में आ रहे हैं. आइए जानते हैं कि मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए क्या करें :
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