Written by: dixit rajput
24 JULY 2025
पित्ताशय (पित्त की थैली) में परेशानी होने पर पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में अचानक, तेज दर्द या ऐंठन होती है। यह दर्द कभी-कभी पीठ या दाहिने कंधे तक भी फैल जाता है। साथ ही जी मिचलाने की समस्या भी हो सकती है।
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दर्द, सूजन और पित्त की थैली में पथरी की संभावना को कम करने के लिए बहुत ज्यादा फैट वाले, मसालेदार, प्रोसेस्ड, कैफीनयुक्त और रिफाइंड फूड्स से परेज करना चाहिए। आइए थोड़ा विस्तार से जानें!
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तले हुए या ज्यादा फैट वाले फूड्स की वजह से पित्त की थैली सिकुड़ने लगती है। साथ ही इनसे पेट में तेज दर्द (Biliary Colic) की समस्या भी हो सकती है। जितना हो सके बेक्ड, ग्रिल्ड या स्टीम्ड विकल्प चुनें।
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फुल क्रीम दूध, क्रीम, पनीर और बटर, सैचुरेटेड फैट हैं। जो पित्त की थैली से संबधित समस्याओं वाले लोगों में बाइल फ्लो (पित्त के फ्लो) पर दवाब दाल सकते हैं।
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बेकन, सॉसेज और प्रोसेस्ड फूड्स में फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है। पथरी बनने के खतरे को कम करने के लिए इनसे पूरी तरह बचें।
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सफेद ब्रेड, पेस्ट्री, केक, कुकीज और शुगर युक्त स्नैक्स कोलेस्ट्रॉल में असंतुलन को बढ़ाते हैं। जिससे पित्त की थैली में पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है।
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एनर्जी ड्रिंक्स, सोडा, कॉफी, ब्लैक-टी और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, पित्त स्राव (बाइल रिलीज) को बढ़ा सकते हैं। जिससे पित्ताशय में समस्याएं हो सकती हैं।
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मसालेदार भोजन, संवेदनशील व्यक्तियों में पित्ताशय की समस्या के लक्षण पैदा कर सकता है। मिर्च या मसालेदार स्नैक्स आपकी सेहत पर कैसा असर डालते हैं, इस बात पर ध्यान दें।
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अगर आपको पित्त की थैली में पथरी की समस्या है, तो थोड़ा-थोड़ा करके कई बार में भोजन करें, डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ाएँ और भरपूर पानी पिएं। अगर दर्द बना रहता है या बार-बार होता है तो गैस्ट्रोलॉजिस्ट से मिलें।
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