Written by: dixit rajput
17 OCT 2025
सांसों की दुर्गंध, मसूड़ों की समस्याएँ और कैविटी अक्सर तब होती हैं, जब आपके मुँह में हानिकारक बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। प्रोबायोटिक्स, यानी अच्छे बैक्टीरिया, संतुलन बनाए रखने और आपके मुँह को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
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अगर आप ऐसे प्रोबायोटिक टैबलेट या लॉज़ेंज चबाएंगे जिनमें अच्छे बैक्टीरिया (जैसे Streptococcus salivarius M18) होते हैं, तो वे मुंह में चिपक जाते हैं। इससे मुँह में हानिकारक कीटाणु (germs) नहीं पनपते और मुंह ज़्यादा साफ़ एवं हेल्दी रहता है।
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कुछ प्रोबायोटिक्स दांतों में सड़न पैदा करने वाले बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं। इनके नियमित इस्तेमाल से कैविटी होने का खतरा कम हो सकता है।
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प्रोबायोटिक्स सूजन, रक्तस्राव और इरिटेशन से राहत दिला सकते हैं। जिन लोगों ने कुछ हफ्तों तक एल.प्लांटारम (L.plantarum) या एस. सैलिवेरियस (S.salivarius) का सेवन किया, उनके मसूड़ों का स्वास्थ्य अपेक्षाकृत बेहतर रहा।
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ज़्यादा शुगर हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है। प्रोबायोटिक्स मुँह में हेल्दी बैक्टीरिया का संतुलन बनाए करने और सूजन आदि समस्याओं से बचाने में मदद करते हैं।
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कुछ प्रोबॉयोटिक्स दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकते हैं और दुर्गंध को कम करते हैं। साथ ही ये मसूड़ों के इन्फेक्शन से भी बचाते हैं।
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प्रोबायोटिक्स आपके मुँह को पूरी तरह स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ब्रश करना, फ़्लॉस करना और कोई समस्या होने पर डेंटिस्ट के पास जाना न भूलें। बेहतर परिणामों के लिए नियमित रूप से प्रोबायोटिक्स का सेवन करते रहें।
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